रीवा: रबी सीजन की बोनी की आहट, खाद के लिए भटकने लगे किसान...

रीवा: रबी सीजन की बोनी की आहट, खाद के लिए भटकने लगे किसान...रीवा। ज़िले में ठंड ने दस्तक दे दी है, गांवों में सुबह हल्की ठंड महसूस होने लगी है। बदलते मौसम

Update: 2021-02-16 06:34 GMT

रीवा: रबी सीजन की बोनी की आहट, खाद के लिए भटकने लगे किसान…

रीवा। ज़िले में ठंड ने दस्तक दे दी है, गांवों में सुबह हल्की ठंड महसूस होने लगी है। बदलते मौसम ने भी किसानों को रबी कि फ़सल बोनी के लिए सजग कर दिया है, ज़िले के कुछ सेमारिया, बीड़ा ऊँचाई वाले गांवों में किसानों ने रबी की फ़सल चना की बोनी भी शुरू कर दी है।

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रबी फसल सीज़न के शुरुआती दिनों में ही खाद की किल्लत दिखने लगी है। रबी सीज़न के लिए बनाई गई अग्रिम भंडारण व्यवस्था ज़िले में सफल होती नही दिखाई दे रही है।सेवा सहकारी समितियों को डीएपी औऱ यूरिया का15000 मैट्रिक टन भंडारण का लक्ष्य दिया गया था,लेक़िन समितियां खाद का अग्रिम भंडारण करने में सफ़ल नही हो पाई है। रबी फ़सल की बोनी निर्धारित समय से शुरू हो गयी है। अब किसानों को खाद के लिए समितियों में भटकना पड़ रहा है।
रबी सीज़न खाद का कुल लक्ष्य 15312 मैट्रिक टन रखा गया जिसमें यूरिया,डीएपी,इफको,पोटाश शामिल है। समितियों द्वारा कुल 10031 मैट्रिक टन खाद का स्टॉक निर्धारित किया गया है। समय पर पानी गिरने से रकबा बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।

खाद .लक्ष्य उपलब्ध

यूरिया 7500 5646
एस एस पी 0 693
डीएपी। 7500 3604
इफको। 274 75
पोटाश। 38 14

कुल -15312 10031

बीते वर्ष 2019-20 में 15 हजार मैट्रिक टन का भंडारण किया गया था, जिसमें से 10296 मैट्रिक टन किसानों को समितियों के माध्यम से खाद का बितरण हुआ था।

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