महिला टीचर एवं वकील के नाम से निकाली गई मनरेगा में धन राशी, कार्रवाई की मांग
महात्मा गांधी रोजगार गांरटी योजना पंचायत कर्मियो के लिए भष्टाचार की योजना बन गई है। ऐसा ही एक मामला रीवा जिले के त्यौथर तहसील अतंर्गत
महिला टीचर एवं वकील के नाम से निकाली गई मनरेगा में धन राशी, कार्रवाई की मांग
रीवा। महात्मा गांधी रोजगार गांरटी योजना पंचायत कर्मियो के लिए भष्टाचार की योजना बन गई है। ऐसा ही एक मामला रीवा जिले के त्यौथर तहसील अतंर्गत ग्राम पंचायत रायपुर से सामने आया है। जंहा सरकारी नौकरी करने वाली महिला शिक्षक एवं उनके अधिवक्ता पति के नाम से जॉब कार्ड बनाया गया और मजदूरी भी निकाली जा रही है।
यह था मामला
जिला अधिवक्ता संघ द्वारा सीईओ जिला पंचायत के नाम भेजे गए पत्र में बताया गया है कि त्यौथर के रायपुर गांव निवासी अधिवक्ता सरस्वती नंदन मिश्रा और उनकी पत्नी अर्चना मिश्रा के नाम गांव के सरपंच, सचिव के द्वारा जॉब कार्ड बनाया गया, इतना ही नही जॉब कार्ड से मजदूरी भी निकाली गई है। जबकि सरस्वती नंदन मिश्रा वकालत करते है और उनकी पत्नी मार्तण्ड स्कूल में सरकारी टीर्चर है।
भष्टाचार की हो गई हद
जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष ने पत्र के माध्यम से प्रशासन को आगाह करते हुए कहां कि भष्टाचार की हद हो गई। बिना नाम और काम के ही सरकारी राशी निकाली जा रही है। उन्होने सीईओ से दोषियो के खिलाफ कार्रवाई करके पुलिस में मामला दर्ज कराने की मांग भी की है।