रीवा के भाजपा नेता दिवाकर द्विवेदी के केस में हनी ट्रैप एंगल: 20 हजार में लाई गई थी युवती, सुपारी देने वाला ही करने लगा जबरदस्ती; वीडियो सामने आया
मध्य प्रदेश के रीवा जिले के सेमरिया क्षेत्र में भाजपा नेता दिवाकर द्विवेदी से जुड़ा एक हनी ट्रैप मामला सामने आया है। एक वीडियो-फोटो सामने आई है जिसमें युवती और अभियुक्त प्रतीक सिंह शामिल हैं। युवती ने करीब 20 हजार रुपए में वीडियो-फोटो के लिए तैयार होने की बात कही है। यह मामला भूमि लेन-देने से जुड़ा है।;
स्कैंडल का खुलासा: सेमरिया के भाजपा नेता दिवाकर द्विवेदी के मामले में हनी ट्रैप एंगल
मध्य प्रदेश के रीवा जिले के सेमरिया क्षेत्र में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसमें भाजपा नेता दिवाकर द्विवेदी के नाम के साथ हनी ट्रैप तथा वीडियो-फोटो स्कैंडल जुड़ा हुआ है। मामले की शुरुआत हुई जब सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें भाजपा नेता दिवाकर द्विवेदी को गन पॉइंट पर एक युवती और एक युवक के साथ देखा गया। कुछ देर बाद एक और वीडियो सामने आया जिसमें दिवाकर द्विवेदी एक सुनसान जगह पर कुछ लोगों से घिरे हुए हैं और एक करोड़ के डील की बात हो रही है। इस वीडियो के बाद पुलिस ने त्वरित जांच शुरू की, और पाया गया कि इस पूरे प्रकरण में भूमि लेन-देने का पुराना विवाद भी मुख्य भूमिका निभा रहा है। अब एक और वीडियो सामने आया है जिसमें मामले में आरोपी प्रतीक सिंह नामक युवक आशी गौतम नामक युवती के साथ जबर्दस्ती करते हुए नजर आ रहा है।
नए वीडियो-फोटो में क्या दिखाई दे रहा है?
जांच में सामने आया है कि वायरल वीडियो उस दिन का है जिस दिन दिवाकर द्विवेदी के संबंध में पहली मीडिया रिपोर्ट बाहर आई थी। वीडियो में दिख रहा है कि युवती आशी गौतम तथा युवक प्रतीक सिंह एक साथ मौजूद हैं। जैसे ही कैमरा सामने आता है, युवती प्रतीक सिंह पर जोर-शोर से आरोप लगाने लगती है कि उसने उसके साथ गलत किया। इस वीडियो की एक पटकथा-सी स्थिति सामने आई है जिसमें भाजपा नेता को ट्रैप किया गया-सा लग रहा है।
इसके अलावा, पुलिस के मुताबिक एक तस्वीर भी मिली है जिसमें 23 वर्षीय युवती आशी गौतम पिस्टल लेकर फोटोशूट करवा रही थी।
भूमि विवाद और लेन-देने का पुराना सिलसिला
पुलिस के मुताबिक, दिवाकर द्विवेदी और प्रतीक सिंह के बीच भूमि (जमीन) लेन-देने का पुराना विवाद था। लगभग चार साल पहले दिवाकर ने प्रतीक से नौ एकड़ जमीन खरीदी थी। बाद में भुगतान व अतिरिक्त जमीन को लेकर दोनों के बीच तनाव बढ़ा। इस पुरानी झड़प का फायदा उठाते हुए प्रतीक सिंह ने ‘हनी ट्रैप’ साजिश रची। पुलिस का कहना है कि यह मामला केवल मॉरल स्कैंडल का नहीं बल्कि आर्थिक एवं राजनीतिक दबाव का भी है। सवाल उठता है कि कैसे एक नेता, वह भी भाजपा का कार्यकर्ता, इस तरह की जटिल साजिश में फँस गया? और कैसे एक कथित ब्लैकमेलिंग गिरोह ने इस स्थिति का लाभ उठाया?
पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया
पुलिस के अनुसार, इस गिरोह ने लगभग 15 दिन पहले से योजना बनानी शुरू की थी। आरोपी प्रतीक सिंह ने दिवाकर के सम्पर्कों का लाभ उठाया और उनके पुराने परिचित होने की स्थिति को ट्रैप में बदलने की ठानी। गिरोह ने युवती को हिस्सेदारी दी कि वह नेता से घनिष्ठता बनाए और उन्हें फँसाए। इसके लिए उसे 20 हजार रुपए का लालच दिया गया था। युवती ने स्वीकार किया कि इसी राशि के लिए उसने वीडियो-फोटो शूट में शामिल होना स्वीकार किया था। इसके बाद घटना के दिन भाजपा नेता को जंगल की ओर, सुनसान जगह पर ले जाया गया। गन-पॉइंट पर धमकाया गया, कपड़े उतरवाए गए, वीडियो बनाया गया और बाद में वायरल करने की धमकी देकर फिरौती की मांग की गई।
इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी प्रतीक सिंह (ग्राम मऊ, थाना सेमरिया), संदीप मिश्रा (ग्राम गनिगवां, टोला बीड़ा, सेमरिया) और आशी गौतम (पिता सत्यप्रकाश गौतम, निवासी बदरांव, थाना सिरमौर को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, अभी भी अन्य आरोपी मालिक उर्फ विकास सिंह (बीड़ा, सेमरिया), पियूष सिंह (दादर, थाना गढ़), रामकृपाल पांडेय (क्योंटी) और शिखर सिंह (ग्राम चौरा, थाना गढ़) की तलाश जारी है।
पीड़ित भाजपा नेता ने राजनीतिक साजिश बताया
इस बीच भाजपा नेता दिवाकर द्विवेदी ने मीडिया के सामने अपना पक्ष रखा है। उनका कहना है कि ये सभी आरोप “राजनीतिक साजिश” के तहत लगाए गए हैं। उन्होंने स्वीकार किया है कि वीडियो में उनकी आवाज है, लेकिन कहा है कि उन्हें गन पॉइंट पर मज़बूर किया गया था। उन्होंने बताया कि एक करोड़ रुपये की मांग की गई थी उन्हें छोड़ने के लिए। उन्होंने प्रेस वार्ता में एक यूट्यूब न्यूज मीडिया और एक विधायक पर भी आरोप लगाए।
इस मामले में पुलिस ने गंभीरता को दिखाते हुए तुरंत कार्रवाई की है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सहित सेमरिया पुलिस ने बताया है कि सभी पक्षों से पूछताछ जारी है। जिन मोबाइल-फोन और फोटो-वीडियो साक्ष्यों का विवरण मिला है, वे अभी तक पुलिस कब्जे में नहीं आए हैं। पुलिस ने कहा है कि जांच जारी है, मामले में परत-दर-परत खुलती जा रही है। पूरी कार्रवाई निष्पक्ष रूप से होगी।