रीवा के SGMH में एक मरीज-एक अटेंडर के नियम, इस वजह से अस्पताल प्रशासन ने लिया निर्णय

रीवा के संजय गांधी अस्पताल में मरीजों के साथ ज्यादा अटेंडरों की भीड़ से व्यवस्थाएं प्रभावित, अब एक मरीज के साथ केवल एक अटेंडर की अनुमति।;

Update: 2025-09-04 17:23 GMT

रीवा संभाग के संजय गांधी अस्पताल में मरीजों के साथ अटेंडरों की लगातार बढ़ती संख्या से अस्पताल प्रबंधन परेशान है। अस्पताल में कई वार्डों में एक मरीज के साथ 5-5 अटेंडर आने लगे हैं, जिससे व्यवस्थाओं में गड़बड़ी हो रही है। भीड़ इतनी बढ़ चुकी है कि अन्य मरीजों को सुविधा नहीं मिल पा रही है और कर्मचारियों के लिए काम करना मुश्किल हो गया है।

एक मरीज, एक अटेंडर नियम

अस्पताल प्रबंधन ने अब स्पष्ट कर दिया है कि एक मरीज के साथ केवल एक अटेंडर ही रह सकता है। सीएमओ डॉ. यत्नेश त्रिपाठी का कहना है कि मरीज और उनके परिजनों की भावनाओं को समझा जाता है, लेकिन एक मरीज के साथ चार-पांच लोग आने से व्यवस्था प्रभावित होती है। नियम का पालन सख्ती से किया जाएगा। अगर परिजन चाहें तो वे शिफ्ट में या बारी-बारी से मरीज के पास रह सकते हैं।

व्यवस्थाओं पर असर

डॉ. त्रिपाठी ने बताया कि अत्यधिक भीड़ के कारण वार्ड में दूसरे मरीजों को असुविधा होती है। कुछ लोग सिर्फ समय बिताने के लिए भी अस्पताल में आ जाते हैं, जिससे अस्पताल की व्यवस्था और साफ-सफाई प्रभावित होती है। इसलिए यह नियम लागू करना जरूरी है ताकि सभी मरीजों को बेहतर सुविधा मिल सके।

FAQ

Q1: अस्पताल में अब कितने अटेंडर मरीज के साथ रह सकते हैं?
Ans: अब एक मरीज के साथ केवल एक अटेंडर ही रह सकता है।

Q2: क्या अटेंडर शिफ्ट में बदल सकते हैं?
Ans: हां, अटेंडर शिफ्ट या बारी-बारी से मरीज के पास रह सकते हैं।

Q3: भीड़ क्यों कम की जा रही है?
Ans: अधिक भीड़ के कारण अन्य मरीजों को असुविधा होती है और अस्पताल की व्यवस्था प्रभावित होती है।

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