रीवा पुलिस की बड़ी कार्रवाई: कबाड़ी मोहल्ले में नशीली दवाओं के खिलाफ चलाया अभियान, कई महिलाएं गिरफ्तार

आईजी गौरव राजपूत व एसपी विवेक सिंह के निर्देश पर रीवा पुलिस ने कबाड़ी मोहल्ले में नशीली दवाओं के खिलाफ बड़ा छापा मारा, कोरेक्स सिरप बरामद।;

Update: 2025-08-05 03:48 GMT

Rewa Police Raids Drug Dens in Kabadi Mohalla

रीवा पुलिस की बड़ी कार्रवाई: कबाड़ी मोहल्ले में तड़के छापेमारी

रीवा, मध्य प्रदेश – रीवा पुलिस ने शहर के चर्चित कबाड़ी मोहल्ले में नशीली दवाओं की तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए एक अभियान चलाया। यह छापेमारी आईजी रीवा जोन गौरव राजपूत और एसपी विवेक सिंह के नेतृत्व में हुई, जिससे पूरे इलाके में हड़कंप मच गया।

कबाड़ी मोहल्ला: नशे का नया गढ़?

रीवा का कबाड़ी मोहल्ला लंबे समय से पुलिस के रडार पर था। स्थानीय सूत्रों और खुफिया रिपोर्टों के मुताबिक, यह इलाका नशीली दवाओं के अवैध व्यापार का प्रमुख केंद्र बन चुका था, जहां से कोरेक्स, ओनरेक्स जैसी कफ सिरप की आपूर्ति की जाती थी।

ऑपरेशन की रणनीति और तकनीकी सहायता

पुलिस ने यह ऑपरेशन तड़के सुबह 5 बजे शुरू किया ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था से बचा जा सके। ऑपरेशन में निम्नलिखित टीमें शामिल थीं:

  1. डॉग स्क्वायड: संदिग्ध स्थानों की तलाशी
  2. ड्रोन कैमरे: ऊंचाई से गतिविधियों की निगरानी
  3. साइबर सेल: मोबाइल डाटा और कॉल डिटेल्स की जांच
  4. स्थानीय पुलिस बल: फिजिकल रेड और पूछताछ

जब्त किए गए नशीले पदार्थ

पुलिस ने मौके से बड़ी मात्रा में कोरेक्स और ओनरेक्स सिरप, नशीले टैबलेट्स, इंजेक्शन्स और खाली बोतलें बरामद कीं। ये दवाएं मेडिकल प्रिस्क्रिप्शन के बिना बेची जा रही थीं और युवाओं तक आसानी से पहुंच रही थीं।

महिलाओं की भूमिका संदिग्ध

छापेमारी के दौरान पुलिस ने कई महिलाओं को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। सूत्रों की मानें तो इनमें से कुछ महिलाएं ड्रग डीलिंग में सक्रिय भूमिका निभा रही थीं और इन्हें ‘सेफ जोन’ के तौर पर इस्तेमाल किया जाता था।

पुलिस की रिपोर्ट: रीवा में नशे का विस्तार

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रीवा में कोरेक्स और ओनरेक्स जैसी दवाओं की तस्करी पिछले कुछ वर्षों से तेजी से बढ़ी है। खासकर कबाड़ी मोहल्ला, नेहरू नगर, पुरानी बस्ती जैसे इलाके नशे के केंद्र बन चुके हैं।

पुलिस का अगला कदम: नेटवर्क को ध्वस्त करना

एसपी विवेक सिंह ने स्पष्ट किया कि यह ऑपरेशन एक शुरुआत है। आने वाले दिनों में रीवा जिले के अन्य संदिग्ध इलाकों में भी ऐसे अभियान चलाए जाएंगे।

उन्होंने जनता से अपील की है कि यदि उन्हें किसी प्रकार की नशे से जुड़ी जानकारी मिले तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।

आमजन की प्रतिक्रिया: राहत की सांस

कबाड़ी मोहल्ले में रह रहे लोगों ने इस पुलिस कार्रवाई की सराहना की है। एक स्थानीय निवासी ने बताया:

“पहली बार लग रहा है कि पुलिस ने वाकई में बड़ा कदम उठाया है। हमारे बच्चे अब सुरक्षित हैं।”

नशे के खिलाफ कानून: क्या कहता है NDPS Act

  1. भारत में NDPS Act, 1985 (Narcotic Drugs and Psychotropic Substances Act) के तहत नशीली दवाओं का निर्माण, बिक्री, खरीद या उपभोग एक गंभीर अपराध है।
  2. दोषी पाए जाने पर 10 से 20 वर्ष की जेल और लाखों रुपये का जुर्माना हो सकता है।

नशे के खिलाफ जंग की शुरुआत

  1. रीवा पुलिस का यह ऑपरेशन सिर्फ एक छापा नहीं बल्कि एक सख्त संदेश है – नशे के सौदागरों को बख्शा नहीं जाएगा।
  2. यह उम्मीद की जा सकती है कि आगे भी प्रशासन इसी तरह की कार्रवाइयों से शहर को नशा मुक्त बनाने में अहम भूमिका निभाएगा।

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