रीवा में खाकी फिर दागदार: जुएं के फड़ पर संदिग्ध कार्रवाई, दो पुलिसकर्मी निलंबित

रीवा जिले में जुएं के फड़ पर कार्रवाई के दौरान हेरफेर और संदिग्ध कार्यवाही के आरोपों में दो पुलिसकर्मी निलंबित। आईजी गौरव राजपूत के निर्देश पर हुई जांच में गंभीर लापरवाही का खुलासा।;

Update: 2025-11-04 13:27 GMT
  • रीवा जिले में जुएं के फड़ पर छापेमारी के दौरान संदिग्ध कार्यवाही उजागर
  • आईजी गौरव राजपूत के निर्देश पर सीएसपी राजीव पाठक ने की जांच
  • एसपी संदीप मिश्रा ने दो पुलिसकर्मियों को किया तत्काल निलंबित
  • निलंबन अवधि में दोनों को जीवन निर्वाह भत्ता मिलेगा

रीवा में जुएं के फड़ पर छापेमारी के दौरान संदिग्ध कार्यवाही, आईजी के निर्देश पर कार्रवाई

रीवा: जिले में जुएं के फड़ पर छापेमारी के दौरान हेरफेर और संदिग्ध कार्यवाही के आरोपों में दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई आईजी गौरव राजपूत के निर्देश पर की गई है। प्रभारी पुलिस अधीक्षक संदीप मिश्रा ने सोमवार को दोनों पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आदेश जारी किया।


आईजी गौरव राजपूत के निर्देश पर जांच शुरू हुई

मामला तब सामने आया जब जुएं के फड़ पर कार्रवाई को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों के पास शिकायत पहुंची। आईजी गौरव राजपूत ने तुरंत जांच के आदेश दिए और नगर पुलिस अधीक्षक (सीएसपी) राजीव पाठक को जांच का जिम्मा सौंपा गया। जांच रिपोर्ट में बताया गया कि थाना कोतवाली में पदस्थ उपनिरीक्षक ललन सिंह नेताम और उनकी टीम ने 1 और 2 नवंबर की दरमियानी रात को जुआ एक्ट के तहत कार्रवाई की थी।


वरिष्ठ अधिकारियों को नहीं दी गई सूचना

जांच रिपोर्ट में यह पाया गया कि कार्रवाई के पहले या बाद में वरिष्ठ अधिकारियों को कोई सूचना नहीं दी गई थी। इससे यह स्पष्ट हुआ कि कार्रवाई को नियमों के विपरीत और मनमाने तरीके से अंजाम दिया गया। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि पुलिसकर्मियों की कार्रवाई निष्पक्ष नहीं थी और इसमें हेरफेर की आशंका दिखाई दी।


दोनों पुलिसकर्मी निलंबित, मुख्यालय रक्षित केंद्र में

जांच रिपोर्ट के आधार पर प्रभारी एसपी संदीप मिश्रा ने उपनिरीक्षक ललन सिंह नेताम और सहायक उपनिरीक्षक रामनिवास बागरी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। निलंबन की अवधि में दोनों को जीवन निर्वाह भत्ता मिलेगा और उनका मुख्यालय रक्षित केंद्र रीवा निर्धारित किया गया है। उन्हें नियमित रूप से हाजिरी लगानी होगी।


आईजी ने दी सख्त चेतावनी — अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं

आईजी गौरव राजपूत ने इस कार्रवाई के बाद सभी पुलिसकर्मियों को अनुशासन और पारदर्शिता बनाए रखने की सख्त चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि विभाग में लापरवाही और संदिग्ध कार्यवाही किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने सभी थाना प्रभारियों से कहा कि जुआ, सट्टा और अवैध कारोबार पर कार्रवाई पारदर्शी होनी चाहिए और उसकी सूचना तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को दी जाए।


रीवा में लगातार जुआ फड़ पर कार्रवाई जारी

पिछले कुछ महीनों से रीवा पुलिस जुआ और सट्टा माफिया पर लगातार कार्रवाई कर रही है। कई बार आरोप लगे हैं कि पुलिसकर्मी जुआ फड़ से उगाही करते हैं या मनमाने तरीके से केस दर्ज करते हैं। हाल ही में आईजी गौरव राजपूत ने ऐसे मामलों पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं।


विभागीय जांच होगी, आगे और कार्रवाई संभव

निलंबित दोनों पुलिसकर्मियों पर अब विभागीय जांच भी की जाएगी। जांच में यदि यह साबित होता है कि उन्होंने कार्रवाई में जालसाजी या लाभ कमाने का प्रयास किया, तो उनके खिलाफ गंभीर अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी। फिलहाल मामले की सीएसपी राजीव पाठक द्वारा निगरानी जारी है।


FAQ – रीवा जुआ प्रकरण पर उठे सवाल

1. किन पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया?

थाना कोतवाली में पदस्थ उपनिरीक्षक ललन सिंह नेताम और सहायक उपनिरीक्षक रामनिवास बागरी को निलंबित किया गया है।

2. निलंबन की वजह क्या थी?

जुआ एक्ट की कार्रवाई में हेरफेर और संदिग्ध कार्यवाही के आरोपों के बाद जांच में गंभीर लापरवाही पाई गई।

3. क्या आगे और कार्रवाई हो सकती है?

हाँ, विभागीय जांच के बाद यदि आरोप साबित होते हैं तो दोनों पर कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई संभव है।

4. जांच किसने की?

जांच सीएसपी राजीव पाठक द्वारा आईजी गौरव राजपूत के निर्देश पर की गई थी।


📍 रिपोर्ट: रीवा रियासत न्यूज़ डेस्क
📅 अपडेट: नवंबर 2025
श्रेणी: Rewa Crime News, Madhya Pradesh Police Action

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