रीवा: गर्भवती गाय की पीट-पीटकर हत्या, आरोपी गिरफ्तार | Rewa Cow Killing
रीवा जिले के दुआरी गांव में गर्भवती गाय की पत्थरों से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने आरोपी विष्णु लोनिया को गिरफ्तार कर लिया।ten to death, accused arrested;
रीवा जिले के गुर थाना क्षेत्र के दुआरी गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक गर्भवती गाय को बेरहमी से पीट-पीटकर मार डाला गया। आरोपी की पहचान विष्णु लोनिया के रूप में हुई है, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यह मामला न सिर्फ कानून, बल्कि इंसानियत के लिए भी एक बड़ा सवाल खड़ा करता है।
घटना का समय और स्थान
- यह घटना शुक्रवार सुबह लगभग 10 बजे दुआरी गांव में हुई।
- गांव के लोगों के अनुसार, गाय खेतों के पास चर रही थी, तभी आरोपी विष्णु लोनिया ने बिना किसी वजह के उस पर पत्थरों से हमला कर दिया।
- गाय गर्भवती थी और चोट लगने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
प्रत्यक्षदर्शियों का बयान
- गांव के लोगों ने बताया कि उन्होंने आरोपी को रोकने की कोशिश की, लेकिन उसने किसी की बात नहीं मानी।
- गवाहों का कहना है कि आरोपी बार-बार पत्थर मारता रहा, जब तक कि गाय की सांसें थम नहीं गईं।
- इस घटना को कई लोगों ने अपनी आंखों से देखा और तुरंत पुलिस को फोन किया।
गाय मालिक का दर्द
मृत गाय के मालिक श्याम चरण पटेल ने बताया कि उनकी गाय सुबह चरने के लिए निकली थी।
उन्होंने कहा,
"वह मेरे परिवार का हिस्सा थी, और जल्द ही बछड़े को जन्म देने वाली थी। आरोपी ने बिना वजह मेरी गाय की हत्या कर दी।"
श्याम चरण की आंखों में आंसू थे, और उन्होंने मांग की कि आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
- सूचना मिलते ही गुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची।
- आरोपी विष्णु लोनिया को गांव से ही गिरफ्तार कर लिया गया।
- मृत गाय का पोस्टमार्टम कराया गया।
- आरोपी के खिलाफ पशु क्रूरता निवारण अधिनियम और गौ संरक्षण कानून के तहत मामला दर्ज किया गया।
कानून क्या कहता है – MP Cow Protection Act
- मध्यप्रदेश में गाय की हत्या एक गंभीर अपराध है।
- MP गौ वध प्रतिषेध अधिनियम के तहत:
- दोषी पाए जाने पर 7 साल तक की सजा हो सकती है।
- साथ ही ₹50,000 तक का जुर्माना भी लगाया जा सकता है।
- गर्भवती गाय की हत्या के मामले में सजा और भी कड़ी हो सकती है।
गांव में माहौल और लोगों की प्रतिक्रिया
- घटना के बाद गांव में गुस्से का माहौल है।
- लोगों का कहना है कि यह घटना न केवल कानून का उल्लंघन है बल्कि मानवीय मूल्यों के खिलाफ भी है।
- गांववालों ने पुलिस से मांग की है कि आरोपी को जल्द सजा दिलाई जाए ताकि भविष्य में कोई ऐसी हिम्मत न कर सके।