एंजियोप्लास्टी की मदद से खोली गई बंद नस, रीवा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में किया गया सफल आपरेशन

रीवा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में एंजियोप्लास्टी (Rewa Super Speciality Hospital) की मदद से खोली गई बंद नस।

Update: 2022-03-31 10:25 GMT

Rewa MP News: स्वास्थ्य के मामले में भी अब रीवा जिला किसी से कम नहीं है। यहां की सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में पदस्थ चिकित्सको द्वारा आए दिन एक से बढ़ कर एक जटिल आपरेशन कर इस बात को साबित भी किया है। इसी कड़ी में रीवा के सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में पदस्थ कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. एसके त्रिपाठी ने एक ऐसा जटिल आपरेशन किया है, जिसमें मरीज को भोपाल के चिकित्सकों ने केवल ओपेन हार्ट सर्जरी की ही सलाह दी थी। लेकिन डॉ. त्रिपाठी ने एंजीयोप्लास्टी की मदद से मरीज की बंद नस को खोल कर उसे एक नया जीवन दिया है। चिकित्सालय में भर्ती मरीज की हालत अब पहले से बेहतर बताई गई है।

भटकते रहे बाहर

बताया गया है कि रीवा निवासी मो. अनवर को काफी समय से सीने में दर्द की शिकायत थी। अपनी बीमारी का ईलाज कराने वह भोपाल गए। जहां के एक नामी हास्पिटल में वह अपनी बीमारी का ईलाज कराने गए। बताया गया है कि चिकित्सक द्वारा मरीज मो. अनवर के सीने की एंजीयोग्राफी कराई गई। रिपोर्ट आने के बाद पता चला कि मरीज के हार्ट की एक नस पूरी तरह से बंद है। जिसे खोलना बहुत ही मुश्किल है। आपरेशन भी बहुत कठिन है। अंत में भोपाल के चिकित्सको ने मरीज को ओपेन हार्ट सर्जरी की सलाह दी। सर्जरी के दौरान मरीज के बचने की संभावना भी चिकित्सको ने काफी कम कही। इसके बाद मरीज रीवा आ गया।

सलाह पर गए सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल

बताया गया है कि भोपाल से निराश होकर रीवा लौटने के बाद मरीज ने अपने परिचित की सलाह के बाद मो. अनवर ने सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में पदस्थ कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. एसके त्रिपाठी को अपनी बीमारी के बारे में बताया। यहां भी डॉ. त्रिपाठी ने मरीज की एंजियोग्राफी कराई। रिपोर्ट में मरीज की एक नस पूरी तरह से बंद पाई गई। बताते हैं कि चिकित्सक त्रिपाठी द्वारा मरीज को एंजीयोप्लास्टी करने की सलाह दी गई। इस प्रकार एक जटिल और कठिन एंजीयोप्लास्टी के बंद नस को खोलने का कार्य चिकित्सकों की टीम द्वारा किया गया।

इनकी रही अहम भूमिका

मरीज की एंजीयोप्लास्टी कर उसकी जान बचाने वाले चिकित्सकों में डॉ. एसके त्रिपाठी, कैथलैब टेक्नीशियन जयनारायण मिश्रा, मनीष, सुमन, सत्यम सहित अन्य नर्सिंग स्टॉफ मौजूद रहा। बताया गया है कि एंजीयोप्लास्टी होने के बाद अब मरीज को बायपास सर्जरी की जरूरत नहीं पडे़गी।

मरीज को लगाया गया पेसमेकर

सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में भर्ती मरीज प्रेमलाल गुप्ता को पेसमेकर लगा कर उनकी जान बचाई गई। बताते हैं कि सीधी निवासी प्रेमलाल कंपलीट हार्ट ब्लॉक के साथ अस्पताल में भर्ती हुए थे। उनकी दोने आंखो की रोशनी पहले ही चली गई थी। मरीज बार-बार बेहोशी की हालत में जा रहा था। इसी कड़ी में कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. एसके त्रिपाठी द्वारा आपरेशन कर मरीज को पेसमेकर लगाया गया।

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