रीवा के बेलगाम नेता पर संगठन की लगाम: CSP को 'असंवेदनशील औरत' कहने पर पूर्व MLA केपी त्रिपाठी को BJP ने फटकारा, कहा-ऐसे लोगों का पार्टी में स्थान नहीं

भाजपा ने अनुशासनहीनता के खिलाफ सख्ती शुरू कर दी है. रीवा के पूर्व विधायक केपी त्रिपाठी को महिला CSP से दुर्व्यवहार के बाद तलब कर संगठन ने कड़ी चेतावनी दी है कि पार्टी में ऐसे लोगों के लिए कोई जगह नहीं है.;

Update: 2025-08-01 05:52 GMT

भाजपा नेताओं की अनुशासनहीनता पर संगठन का शिकंजा: मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अब अपने नेताओं की अनुशासनहीनता पर लगाम कसना शुरू कर दिया है. पार्टी की छवि धूमिल करने वाले नेताओं पर संगठन ने सख्ती से शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. इंदौर के विधायक गोलू शुक्ला और सेवड़ा के विधायक प्रदीप अग्रवाल के बाद, अब रीवा के पूर्व भाजपा विधायक केपी त्रिपाठी को संगठन ने तलब किया है. गुरुवार को प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल और संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा ने त्रिपाठी को लगभग आधे घंटे तक कड़ी फटकार लगाई. इस दौरान उन्हें साफ शब्दों में कहा गया कि अनुशासन ही भाजपा की सबसे बड़ी पूंजी है, और ऐसे अनुशासन तोड़ने वाले नेताओं का पार्टी में कोई स्थान नहीं है.

पूर्व विधायक केपी त्रिपाठी को संगठन ने दी कड़ी चेतावनी

संगठन के शीर्ष नेताओं ने केपी त्रिपाठी को उनके हाल के व्यवहार के लिए कड़ी फटकार लगाई. उन्हें साफ तौर पर बता दिया गया है कि पार्टी किसी भी तरह की अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं करेगी. यह बैठक एक 'समझाइश' के रूप में थी, लेकिन इसका लहजा बेहद सख्त था, जिसमें यह स्पष्ट कर दिया गया कि अगर भविष्य में ऐसा कोई व्यवहार फिर से होता है, तो पार्टी कड़ी कार्रवाई करने से पीछे नहीं हटेगी. यह घटना दर्शाती है कि भाजपा अपने कार्यकर्ताओं के आचरण को लेकर कितनी गंभीर है, खासकर जब बात पार्टी की छवि की हो.

क्या था पूरा मामला? महिला CSP से दुर्व्यवहार का वीडियो वायरल

केपी त्रिपाठी एक महिला सीएसपी के साथ दुर्व्यवहार करने के वीडियो के कारण सुर्खियों में आए थे. यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया था. वीडियो में केपी त्रिपाठी को महिला सीएसपी के साथ ऊंची आवाज में बात करते हुए और उन्हें 'असंवेदनशील औरत' कहते हुए देखा गया था. इसके बाद, वह अपने समर्थकों के साथ थाने में घुसने की कोशिश कर रहे थे, जिससे वहां काफी हंगामा हुआ. यह वीडियो भाजपा संगठन के पास भी पहुंचा था, जिससे संगठन के अंदर उनके आचरण को लेकर सवाल उठने लगे थे.

अनुशासन तोड़ने वालों की बन रही है सूची

प्रदेश संगठन द्वारा ऐसे नेताओं की एक सूची तैयार करवाई जा रही है, जो अपने बर्ताव की वजह से पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा रहे हैं. संगठन ने इन नेताओं को एक 'समझाइश' देकर आगे की कार्रवाई शुरू करने का फैसला लिया है. इसकी शुरुआत इंदौर के विधायक गोलू शुक्ला से हुई थी, जिन्हें अपने एक बयान को लेकर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने फटकार लगाई थी. उसके बाद सेवड़ा विधायक प्रदीप अग्रवाल को भी उनके विवादित बयानों के लिए समझाया गया. और अब इस कड़ी में रीवा के पूर्व विधायक केपी त्रिपाठी को तलब किया गया. यह कदम पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की ओर से एक स्पष्ट संदेश है कि संगठन में किसी भी तरह की अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

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