GOOD NEWS! NLIU में विकसित हो रही रिमोट एक्सेस लाइब्रेरी, 30 हजार से अधिक किताबें मौजूद

MP News: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी (एनएलआईयू) में राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर की 30 हजार से अधिक पुस्तकें मौजूद हैं। यह एमपी का सबसे सर्वसुविधायुक्त पुस्तकालय है।

Update: 2023-03-18 11:37 GMT

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी (एनएलआईयू) में राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर की 30 हजार से अधिक पुस्तकें मौजूद हैं। यह एमपी का सबसे सर्वसुविधायुक्त पुस्तकालय है। विद्यार्थियों को अब रिमोट एक्सेस देकर परिसर के बाहर भी पुस्तकालय की सुविधा प्रदान की जाएगी। अब विद्यार्थी घर बैठे-बैठे ई-लाइब्रेरी से जुड़ सकेंगे। अभी तक कैम्पस के भीतर विद्यार्थियों को वाइफाइ और ई-लाइब्रेरी की निःशुल्क सुविधा मिल रही थी।

विद्यार्थी कर सकेंगे अध्ययन

एनएलआईयू का यह पुस्तकालय तीन फ्लोर में बनाया गया है। जिसमें अंदर समस्त सुविधाएं मौजूद हैं। इसके साथ ही इसे बाहर से भी बेहद आकर्षक बनाया गया है। जिसमें बैठक छात्र राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हुए केसों के निर्णयों, शोधपत्रों के साथ ही शोधों का अध्ययन कर सकेंगे। प्रदेश की आधुनिक सुविधाओं वाले पुस्तकालयों को एनएलआईयू जोड़कर अपनी सुविधाओं में विस्तार करेगा। जिसके लिए एमओयू किए जाने की तैयारी है। जहां से डेटाबेस का आदान-प्रदान भी किया जाएगा। प्रबंधन की लिखित अनुमति के बाद ही इस पुस्तकालय का लाभ लोगों द्वारा लिया जा सकता है। ऐसे में लोगों की मानें तो इसकी अनुमति ऑनलाइन भी मिलनी चाहिए। जिस पर एनएलआईयू द्वारा विचार विमर्श भी किया जा रहा है।

लाइब्रेरी में यह किताबें मौजूद

नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी में वर्तमान समय पर तकरीबन 30 हजार से अधिक ऐसी किताबें मौजूद हैं जो एमपी के अन्य जगहों पर मौजूद नहीं हैं। यहां पर सुविधाएं बढ़ाने के लिए आधुनिक सुविधाओं वाले पुस्तकालयों से एमओयू किया जाएगा, जिससे इंटरलोन सुविधा प्रारंभ हो जाएगी। ऐसे में छात्रों व शोधार्थियों को एक ही स्थान पर विभिन्न तरह की किताबें मिल सकेंगी जिसका वह अध्ययन कर सकेंगे। एनएलआईयू की लाइब्रेरी में कानून से संबंधित सभी तरह की पुस्तकें मौजूद हैं। जिसमें ग्रेट बुक, प्रूफ आफ फैक्ट्स, अमेरिकन ज्येरिस्प्रडेंस एंड रिसर्च के लिए नेशनल और इंटरनेशनल लीगल डेटा बेस, सोशल साइंस डेटा बेस आदि पुस्तकें शामिल हैं।

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