JABALPUR से ये 2 हो सकते है CM SHIVRAJ के मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री, चर्चा तेज

JABALPUR से इन्हे मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है CM SHIVRAJ से जबलपुर को कुछ ज्यादा ही आस है MP में CORONA संक्रमण

Update: 2021-02-16 06:18 GMT

JABALPUR से इन्हे मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है CM SHIVRAJ से जबलपुर को कुछ ज्यादा ही आस है 

MP में CORONA संक्रमण के बीच सरकार बनाने के लिए भाजपा ने सारी जद्दोजहद की, विधायकों को बेंगलूरु में ले जाकर रखा, सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए, फ्लोर टेस्ट का आदेश भी हो गया और अंतत: सत्ता में काबिज हो गए.

आनन फानन में SHIVRAJ SINGH CHAUHAN ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर धड़ाधड़ आदेश भी निकालने शुरु कर दिए. अब यह चर्चा भी शुरु हो गई है कि क्या इस आपातकाल की स्थिति में क्या अब मंत्रीमंडल का गठन भी करेगें, क्या JABALPUR से भी विधायकों को मंत्रीमंडल में जगह दी जाएगी. क्योंकि ऐसा माना जा रहा है कि कांग्रेस की सरकार में JABALPUR से दो विधायकों को कैबिनेट मंत्री बना या गया था, क्या भाजपा सरकार में JABALPUR को इतना ही महत्व मिलेगा. 

JABALPUR को ज्यादा उम्मीद 

बताया जाता है कि SHIVRAJ SINGH CHAUHAN से JABALPUR को कुछ ज्यादा ही उम्मीदें है, वे JABALPUR का हर वक्त ध्यान रखते है, उनकी सरकार में JABALPUR से एक कै बिनेट मंत्री रहे तो दूसरे विधानसभा अध्यक्ष, इसके बाद सरकार बनी तो एक ही कैबिनेट मंत्री बना.

अब फिर शिवराजसिंह चौहान ने सत्ता सम्हाल ली है तो क्या दो विधायकों को मंत्रीमंडल में स्थान दिया जाएगा, क्योंकि JABALPUR की जनता को यह उम्मीद तो है कि पिछली सरकार में अजय विश्रोई मंत्रीमंडल में रहे तो इस बार भी उनके अनुभवों को देखते हुए मंत्रीमंडल में जगह दी जाएगी, लेकिन दूसरा कौन होगा, क्या केंट क्षेत्र से विधायक अशोक रोहाणी या फिर पनागर विधानसभा क्षेत्र से सुशील तिवारी इंदू, सिहोरा से विधायक नंदनी मरावी, तीनों ही दूसरी बार चुनाव जीतकर विधानसभा में पहुंचे, जिसमें अशोक रोहाणी की संभावना इसलिए ज्यादा प्रबल है कि उनके पिता ईश्वरदास रोहाणी विधानसभा अध्यक्ष रहे और इस नाते अशोक रोहाणी को जगह दी जा सकती है, या फिर नंदनी मरावी जो आरक्षित सीट से दूसरी बार चुनाव जीती है,

आरक्षित सीट से चुनाव जीतकर आई नंदनी मरावी को विधायक बनाने के पीछे यह कारण भी हो सकता है कि वे एक वर्ग विशेष का नेतृत्व कर रही है और वे ऐसे समय चुनाव जीतकर आई जब भाजपा का एक बागी कांग्रेस की सीट से चुनाव लड़ा था, जिससे चुनाव जीतना अपने आप में एक बड़ी चुनौती रही. वहीं इंदू तिवारी भी अपना दावा पेश कर सकते है क्योंकि वे भी दूसरी बार के विधायक है, यदि कांग्रेस की राह पर भाजपा चलती है तो बेशक इंदू तिवारी को मौका दिया जाना होगा.

आसान नहीं राहे 

SHIVRAJ SINGH CHAUHAN के  लिए यह राह भी कांटो भरी है क्योंकि ज्योतिरादित्य सिंधिया के कारण ही भाजपा को सत्ता सम्हालने का मौका मिला है, ऐसे में उनके समर्थकों को भी मंत्रीमंडल में स्थान दिया जाना है, नहीं तो आने वाले दिनों में फिर भाजपा के लिए दिक्कत हो जाएगी, क्योंकि उपचुनाव में भाजपा ही ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थकों को मंत्रीमंडल में स्थान देकर उन सीटों पर अपना कब्जा जमा पाएगी, क्योंकि ज्योतिरादित्य समर्थकों को उसी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीतनें के लिए अपने ही लोगों के विरोध का सामना करना पड़ सकता है. कुल मिलाकर SHIVRAJ SINGH CHAUHAN के लिए आने वाले दिन मुश्किलों भरे होगें,

तालमेल बिठाना जरूरी 

सभी जिलों का ध्यान रखते हुए तालमेल बिठाना होगा, खासतौर पर चंबल क्षेत्र की सीटों का, क्योंकि वहां से ही सत्ता का सिंहासन बचाना होगा, तभी तो सरकार बच पाएगी, खैर जो भी हो मुख्यमंत्री SHIVRAJ SINGH CHAUHAN को संगठन के साथ तालमेल बिठाते हुए मंत्रीमंडल का गठन करना ही पड़ेगा. क्योंकि भाजपा के सरकार में आने के बाद JABALPURवासी भी दो कैबिनेट मंत्री बनाए जाने की उम्मीद लगाए बैठे है, क्योंकि कांग्रेस सरकार ने भी JABALPUR से दो मंत्री दिए है. 

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