एमपी के सैकड़ो गांवों में बाढ़ का खतरा, खाली कराएं जा रहे गांव, 35 गांव से टूटा संपर्क

एमपी के कई जिलों में हो रही जोरदार बारिश के चलते मुरैना जिले की नदियों का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे सैकड़ों गांवो में बाढ़ के वीभीषिका के देखते हुए प्रशासन गांवों को खाली करवा रहा है

Update: 2022-08-24 09:56 GMT

MP Flood News: एमपी के कई जिलों में हो रही जोरदार बारिश के चलते मुरैना जिले की नदियों का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे सैकड़ों गांवो में बाढ़ का खतरा बढ़ता जा रहा है। इस बाढ़ की वीभीषिका को देखते हुए प्रशासन गांवों को खाली करवा रहा है।

इन नंदियों का बढ़ा जल स्तर

जानकारी के तहत मुरैना जिले से बहने वाली पार्वती, सिंध और चंबल नदियां उफान के साथ खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। जिससे इनके आसपास बसे करीब 150 गांवों में बाढ़ से प्रभावित हो रहे है। श्योपुर में 40 गांवों में अलर्ट घोषित किया गया है। मुरैना में 30 गांव खाली कराने के साथ ही 100 गांवों को अलर्ट किया गया है।

35 गांवो का टूटा सम्पर्क

शिवपुरी जिले के मड़ीखेड़ा बांध से छोड़े जा रहे पानी में ग्वालियर जिले के भितरवार क्षेत्र में 35 साल पुराने बड़गोर पुल का वेयरिंग कोट पानी में बह गया। तो वही एप्रोच रोड भी कट गई है। इससे क्षेत्र के 35 गांवों का रास्ता बंद हो गया है। उन्हें अपने ठिकाने पर पहुंचने के लिए 30 किमी का चक्कर लगाना पड़ रहा है। हांलाकि ब्रिज कॉर्पोरेशन के कार्यपालन यंत्री अपनी टीम के साथ पहुच कर क्षतिग्रस्त पुल का निरीक्षण किए है। श्योपुर में पार्वती नदी खतरे के निशान से 8 मीटर तो चंबल 1 मी. ऊपर है। खातोली पुल और कुहांजापुर पुल डूब जाने से श्योपुर कोटा और श्योपुर बांरा मार्ग सोमवार से ही बंद हो गया था

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