कोलकाता गैंगरेप: आरोपी ने पीड़िता को इनहेलर लाकर दिया, इसके बाद भी यातनाएं जारी रखी; CCTV से खुलासा

कोलकाता के साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में गैंगरेप मामले में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। CCTV फुटेज से पता चला कि आरोपी ज़ैब अहमद ने पीड़िता के लिए इनहेलर खरीदा था।;

Update: 2025-07-01 18:58 GMT

दक्षिण कलकत्ता लॉ कॉलेज में हुए गैंगरेप मामले में एक नया खुलासा हुआ है। पुलिस ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज से इस बात की पुष्टि हुई है कि आरोपियों में से एक ज़ैब अहमदने हमले के दौरान सांस लेने में तकलीफ से जूझ रही पीड़िता के लिए इनहेलर खरीदने के लिए अपराध स्थल से कुछ देर के लिए बाहर गया था। यह घटना 25 जून की शाम को हुई थी।

मेडिकल शॉप पर आरोपी की हरकतें हुईं रिकॉर्ड

जांचकर्ताओं के अनुसार, पास की एक मेडिकल दुकान से मिले फुटेज में ज़ैब को इनहेलर खरीदते हुए दिखाया गया है। यह खरीद पीड़िता की बिगड़ती हालत के बाद उसके अनुरोध पर की गई थी, जब वह सुरक्षा गार्ड के कमरे में कथित हमले के दौरान बीमार पड़ गई थी। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने पीटीआई को बताया, "पीड़िता ने कहा कि यातना के दौरान बीमार पड़ने के बाद उसने मेडिकल मदद की गुहार लगाई थी। आरोपी ने उसे अस्पताल ले जाने से इनकार कर दिया, लेकिन एक फार्मेसी से उसके लिए इनहेलर ले आया। उसे अस्थायी रूप से बेहतर महसूस हुआ, लेकिन यातना जारी रही।"

मनोजित मिश्रा के शरीर में पीड़िता के नाखूनों के निशान

फार्मेसी मालिक ने पुलिस को बताया कि ज़ैब ने भुगतान को नकद और UPI के माध्यम से बांटने की कोशिश की, लेकिन अंततः पूरी राशि ऑनलाइन ही चुकाई। जांचकर्ताओं ने इस लेनदेन को दर्ज कर लिया है और इसे हमले के समय से मिलान भी किया है। इस बीच, मेडिकल रिपोर्टों से मुख्य आरोपी मनोजित मिश्रा के शरीर पर नाखूनों के ताज़ा खरोंच के निशान मिले हैं, जो यह संकेत देते हैं कि पीड़िता ने हमले के दौरान प्रतिरोध किया था। एक पुलिस सूत्र ने पीटीआई को बताया, "इस तरह की चोटें संघर्ष के अनुरूप हैं।"

वाइस प्रिंसिपल से संपर्क और अन्य छात्रों से पूछताछ

विशेष जांच दल (SIT) ने खुलासा किया है कि मनोजित मिश्रा ने घटना के अगली सुबह कॉलेज की वाइस प्रिंसिपल डॉ. नयना चटर्जी से संपर्क किया था। दोनों से उनकी बातचीत के संबंध में पूछताछ की गई है। जांचकर्ता 25 जून को कक्षाओं के बाद कॉलेज परिसर में सीसीटीवी फुटेज में देखे गए 16 अन्य व्यक्तियों, जिनमें ज़्यादातर छात्र हैं, से भी पूछताछ कर रहे हैं। मंगलवार को छह छात्रों से पूछताछ की गई थी।

कोलकाता के पुलिस कमिश्नर मनोज वर्मा ने पुष्टि की कि अब तक एकत्र किए गए डिजिटल, परिस्थितिजन्य और मेडिकल साक्ष्य पीड़िता की आधिकारिक शिकायत से मेल खाते हैं। उन्होंने कहा, "मामला बेहद संवेदनशील है। लेकिन मैं पुष्टि कर सकता हूँ कि FIR दर्ज होने के 12 घंटे के भीतर गिरफ्तारियाँ कर ली गई थीं।" मनोजित मिश्रा, ज़ैब अहमद और प्रमित मुखोपाध्याय नाम के तीन पुरुष हिरासत में हैं, साथ ही सुरक्षा गार्ड पिनाकी बंद्योपाध्याय भी हिरासत में है, जो हमले के दौरान ड्यूटी पर था। पुलिस ने उनकी रिमांड 10 दिनों के लिए बढ़ाने की मांग की थी। इसके अलावा, तीनों आरोपियों की पुलिस हिरासत 8 जुलाई तक बढ़ा दी गई है।

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