भोपाल

एमपी उपचुनाव: कांग्रेस ने सत्ता हथियाने अपनाया ए और बी फार्मूला, 15 सीटों को हासिल करने लगा रही जोर, भाजपा विधायकों को तोड़ सरकार बनाने पर जोर

Aaryan Dwivedi
16 Feb 2021 6:35 AM GMT
एमपी उपचुनाव: कांग्रेस ने सत्ता हथियाने अपनाया ए और बी फार्मूला, 15 सीटों को हासिल करने लगा रही जोर, भाजपा विधायकों को तोड़ सरकार बनाने पर जोर
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कमलनाथ की नजर है। वे सत्तासीन होने के लिए जरूरत पड़ी तो भाजपा के विधायको को भी अपने पक्ष में करने का मन बना चुके हैं। यानी कि कांग्रेस का बी फार्मूला शायद

एमपी उपचुनाव: कांग्रेस ने सत्ता हथियाने अपनाया ए और बी फार्मूला, 15 सीटों को हासिल करने लगा रही जोर, भाजपा विधायकों को तोड़ सरकार बनाने पर जोर

भोपाल। प्रदेश की 28 विधानसभा में 3 नवम्बर को चुनाव होना है। जिसके लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दल सत्ता पाने के लिए अपनी रणनीतियां तैयार कर रही हैं। कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेता इस बात को लेकर चिंतन-मंथन करने में जुटे हुए हैं कि वे एक बार फिर प्रदेश की सत्ता में कैसे काबिज हो। इसके लिए कांग्रेस से ने ए और बी का फार्मूला भी तैयार कर लिया है।

क्या है ए और बी फार्मूला

राजनैतिक विश्लेषकों की माने तो कांग्रेस का ए फार्मूला सत्ता तक पहुंचने के लिए है। जिसमें वह 28 सीटों में से 15 सीटें हर हाल में जीतना चाहती है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ एवं पार्टी के शीर्ष नेता एैसी 15 सीटों पर अपना विशेष फोकस कर रहे है जिन सीटों पर उनके प्रत्याशियों की जीत संभावित है।

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इतना ही नहीं भाजपा के विधायकों पर भी कमलनाथ की नजर है। वे सत्तासीन होने के लिए जरूरत पड़ी तो भाजपा के विधायको को भी अपने पक्ष में करने का मन बना चुके हैं। यानी कि कांग्रेस का बी फार्मूला शायद चुनाव परिणाम आने के बाद भाजपा विधायकों पर टिका हुआ है।

मप्र में इतनी सीटें

मप्र में कुल 230 विधानसभा सीटें हैं। सरकार बनाने के लिए 116 सीटें चाहिए। जिसमें से भाजपा के पास 107 विधायक है। जबकि 88 विधायक कांग्रेस के हैं। 4 विधायक निर्दलीय है, जबकि 2 बसपा एवं 1 सपा के विधायक है।

ऐसे समझ रणनीति

कांग्रेस को सरकार बनाने के लिए 28 सीटों की जरूरत हैं। लेकिन 28 सीटें निकाल पाना कांग्रेस के लिए मुश्किल का काम है। लिहाजा प्लान ए के तहत कांग्रेस अभी 15 सीटों को हथियाने की पूरी कोशिश में हैं। जैसे ही कांग्रेस 15 सीटों पर जीत हासिल कर लेती है तो इसके बाद वह वह प्लान बी पर काम करेगी।

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क्या है प्लान बी

प्लान बी को लेकर यह माना जा रहा है कि कांग्रेस भाजपा के विधायकों को साधने की जुगत में है। जिसकी बकायदा लिस्ट भी तैयार की जा चुकी हैं। जानकारों की माने तो कांग्रेस उन विधायकों को टारगेट कर रही है जिनका भाजपा में कैरियर अभी कुछ खास नहीं है। साथ ही भाजपा में रहते हुए उन्हें अच्छा पद व मुकाम हासिल करने के लिए अभी लम्बा इंतजार करना पड़ेगा।

ऐसे में अगर इन्हें बेहतर आॅप्शन मिलता है तो वह भाजपा को छोड़कर कांग्रेस में जा सकते हैं। खबरों की माने कांग्रेस इन्हें मंत्री पद व कई तरह के आॅफर देकर कांग्रेस में शामिल कर सकती हैं। कांग्रेस की इस लिस्ट में भाजपा के 16 विधायक शामिल है।

27 है कांग्रेसी विधायक

प्रदेश की 28 विधानसभा में होने जा रहे उप चुनाव में से 27 विधायक कांग्रेस पार्टी के हैं। ऐसे में कांग्रेस को सरकार बनाने के लिए अभी 28 सीटों की जरूरत हैं। जबकि भाजपा को केवल 7 विधायक ही चाहिए। इस चुनाव में फिलहाल बसपा, सपा एवं निर्दलीय विधायकों को दूर रखा गया है।

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Aaryan Dwivedi

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