नार्थ कोरिया में 15-16 साल के दो स्टूडेंट को सज़ा ए मौत! कोरियन फिल्म देख रहे थे
Two students sentenced to death in North Korea: नार्थ कोरिया में दो स्टूडेंट्स को सरेआम गोली मारी गई है. उन बच्चों का जुर्म सिर्फ इतना था कि वह साऊथ कोरियन ड्रामा सीरीज देख रहे थे
Two students shot dead in North Korea: नार्थ कोरिया से एक खबर सामने आई है. जहां दो स्टूडेंट्स को यहां के कानून ने सज़ा ए मौत दी है. 15-16 साल के दोनों बच्चों को बीच सड़क में सरे आम गोली मारी गई है. इन दोनों की गलती सिर्फ इतनी थी कि यह कोरियन ड्रामा फिल्म देख रहे थे.
Radio Free Asia की रिपोर्ट की माने तो दोनों छात्रों को उसके दोस्तों, परिवार वालों और आम लोगों को एक जगह पर बुलाकर मारा गया है. ताकि उन्हें मिली मौत की सज़ा मिसाल बने. नार्थ कोरिया में कानून इतना बेहूदा है कि मामूली सी चीज़ों में सीधे गोली मारकर जान ले ली जाती है.
कोरियन सीरीज देखने पर मिली मौत
नार्थ कोरिया में न तो फेसबुक है न ट्विटर और ना ही एंटरटेनमेंट जैसी कोई भी चीज़. यहां घरों की टीवी में सिर्फ एक चैनल आता है जिसमे पूरे दिन यहां के तानाशाह किम जॉन्ग की न्यूज़ और एक्टिविटी प्रसारित होती है. यह दुनिया का सबसे निराश देश है जहां कोई भी खुश नहीं है सिवाए किम जॉन्ग के
जिन दो स्टूडेंट को कोरियन फिल्म देखने के चलते मारा गया है उन्हें सज़ा ए मौत सिर्फ इसी लिए हुई है क्योंकि वह फिल्म या सीरीज देख रहे थे. नार्थ कोरिया में साऊथ कोरिया की फ़िल्में देखना बैन है. इतना ही नहीं नार्थ कोरिया के जितने भी दुश्मन हैं उन हर देश की फिल्म देखना बैन है. हैरानी की बात ये है कि चाइना को छोड़े पूरी दुनिया नार्थ कोरिया की दुश्मन है.
दोनों स्टूडेंट्स की हत्या अक्टूबर में हुई थी लेकिन इसका खुलासा अब दिसंबर में हुआ है क्योंकि नार्थ कोरिया में कोई प्रेस-मिडिया नहीं है. वहां सिर्फ सरकारी न्यूज़ एजेंसी है जिसकी खबरें देश के बाहर नहीं जाती। साउथ कोरियन ड्रामा और म्यूजिक की लोकप्रियता बढ़ते देख नॉर्थ कोरिया ने 2020 में एक कानून पारित किया था। इस कानून के तहत आइडियोलॉजिकल और कल्चरल टूल को नियंत्रित करने के लिए विदेशी सूचना और इसके प्रभाव पर बैन लगाया गया