तालिबान को एक और झटका; अमेरिका के बाद IMF ने 34 अरब रूपए सीज किए, भारत से आयात-निर्यात बंद कर चुका है तालिबान

अमेरिका के बाद International Monetary Fund (IMF) ने भी अफगानिस्तान में संसाधनों के इस्तेमाल को प्रतिबंधित कर दिया है. IMF ने आपात इस्तेमाल के लिए रखे 34 अरब रुपये से ज्यादा की रकम को सीज करने का फैसला लिया गया है.

Update: 2021-08-19 06:07 GMT

तालिबान को एक और झटका; अमेरिका के बाद IMF ने 34 अरब रूपए सीज किए, भारत से आयात-निर्यात बंद कर चुका है तालिबान

अफगानिस्तान के तालिबानियों के कब्जे में आने के बाद प्रतिबंधों का दौर शुरू हो चुका है. अमेरिका के बाद International Monetary Fund (IMF) ने भी अफगानिस्तान में संसाधनों के इस्तेमाल को प्रतिबंधित कर दिया है. IMF ने आपात इस्तेमाल के लिए रखे 34 अरब रुपये से ज्यादा की रकम को सीज करने का फैसला लिया गया है. इधर, तालिबान ने भारत से आयत-निर्यात पर भी प्रतिबन्ध लगा दिया है. 

34 अरब रुपये से अधिक सीज 

संपत्ति सीज करने को लेकर IMF का कहना है कि, तालिबान के कब्जे में आने के बाद अफगानिस्तान के हालातों को देखकर अभी उसके भविष्य के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है. इसलिए संगठन ने यहां आपात इस्तेमाल (Emergency Use) के लिए रखे गए 34 अरब रुपये (460 मिलियन डॉलर) से अधिक की रकम के इस्तेमाल पर रोक लगाने का फैसला किया है.

अमेरिका का दबाव 

बता दें इसके पहले मंगलवार को अमेरिका ने भी अफगानिस्तान सेंट्रल बैंक के 74.26 हजार करोड़ रुपये की फॉरेन रिजर्व रकम को जब्त कर लिया था. IMF के इस निर्णय में भी अमेरिका का दबाव होना बताया जा रहा है. अमेरिका नहीं चाहता कि अफगानिस्तान में तालिबान किसी भी तरह की संपत्ति और रकम का इस्तेमाल कर पाए. 

अमेरिका के ट्रेजरी ऑफिस ने किया था फॉरेन रिजर्व जब्त

अमेरिका के ट्रेजरी ऑफिस ने इस बात की जानकारी दी थी कि उसने अफगानिस्तान सेंट्रल बैंक (Afghanistan Central Bank) में मौजूद फॉरेन रिजर्व (foreign reserve) की जब्ती कर ली है. अपने बयान में ट्रेजरी ऑफिस ने कहा, "अफगानिस्तान सेंट्रल बैंक की जो भी संपत्ति अमेरिका के पास मौजूद है वो तालिबान के इस्तेमाल के लिए नहीं दी जाएगी." साथ ही रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका तालिबान पर दबाव बढ़ाने के लिए अन्य कई प्रतिबंध लगाने पर भी विचार कर रहा है.

तालिबान ने भारत से आयात-निर्यात रोका

फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशन (FIEO) के महानिदेशक (DG) डॉ अजय सहाय ने ANI को बताया कि वर्तमान में, तालिबान ने पाकिस्तान के ट्रांजिट रूट से कार्गो की आवाजाही रोक दी है, जिससे देश से आयात बंद हो गया है.

उन्होंने बताया की भारत अफगानिस्तान के सबसे बड़े भागीदारों में से एक हैं और अफगानिस्तान को हमारा निर्यात 2021 के लिए लगभग 835 मिलियन अमरीकी डॉलर का है. हमने लगभग 510 मिलियन अमरीकी डॉलर के सामान का आयात किया. लेकिन व्यापार के अलावा, अफगानिस्तान में हमारा एक बड़ा निवेश है. भारत ने अफगानिस्तान में करीब तीन अरब डॉलर का निवेश किया है और अफगानिस्तान में करीब 400 परियोजनाएं हैं, जिनमें से कुछ इस समय चल रही हैं. 

Tags:    

Similar News