IIT-BHU Gang Rape Case: रीवा में चुनाव प्रचार कर रहें थे IIT-BHU की छात्रा से गैंगरेप करने वाले तीनों आरोपी, गिरफ्तारी के लिए MP गई थी ‌UP पुलिस

IIT-BHU Gang Rape Case: आरोपियों को पकड़ने के लिए यूपी पुलिस ने MP के रीवा में दबिश दी थी। तीनों आरोपी रीवा में चुनाव प्रचार के लिए कैंपेनिंग कर रहे थे।

Update: 2024-01-03 08:40 GMT

IIT-BHU Gang Rape Case: वाराणसी के IIT-BHU गैंगरेप मामले में रोजाना नए खुलासे हो रहें हैं। UP पुलिस आरोपियों को ट्रेस करने के लिए MP तक पहुंची थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, तीनों आरोपी कुणाल, सक्षम और अभिषेक विधानसभा चुनाव के दौरान रीवा में सोशल मीडिया कैपेनिंग कर रहें थे। मध्य प्रदेश के रीवा में ही पुलिस ने CCTV फुटेज के माध्यम से आरोपियों के चेहरे का मिलान किया था।

बताया जा रहा है कि टीम तीनों आरोपियों के कन्फ़र्म होने के बाद वापस वाराणसी लौट गई थी। मामला हाई प्रोफ़ाइल था इसलिए पुलिस कोई चूक नहीं चाहती थी। रीवा से पुलिस ने इलेक्ट्रोनिक सबूत एकत्र किए। 

वारदात के बाद पुलिस ने 30 दिसंबर को आरोपियों की गिरफ्तारी वाराणसी से की है। इसके पहले वारदात की रात तीनों आरोपियों के मोबाइल की लोकेशन कहां-कहां रही। कितनी देर तक कहां रुके। यह सब साक्ष्य पुलिस ने जुटाए। इसके साथ ही रास्तों के CCTV फुटेज चेक किए गए। सब कुछ कन्फ़र्म होने के बाद ही आरोपियों कि गिरफ्तारी हो सकी।

हालांकि गिरफ्तारी के बाद से अब तक वाराणसी पुलिस ने मामले को लेकर कोई ऑफिशियल बयान जारी नहीं किया है। न ही वाराणसी पुलिस टीम के रीवा जाने को लेकर कोई अधिकृत पुष्टि की है।

वारदात के बाद 15 दिन तक एमपी में रहें आरोपी: सूत्र 

पुलिस सूत्रों की मानें तो वारदात के 3 दिन बाद यानी 5 नवंबर को तीनों आरोपी कुणाल, सक्षम और अभिषेक मध्य प्रदेश के रीवा चले गए थे। वहां चुनाव में सोशल मीडिया कैंपेनिंग की। करीब 15 दिनों तक तीनों आरोपी लगातार वहीं पर रहे।

इधर, BHU में वारदात के अगले दिन यानी 2 नवंबर से जबरदस्त प्रदर्शन शुरू हो गया। मामला पीएमओ तक पहुंच गया। वहां से पूरे मामले में रिपोर्ट मांग ली गई। इससे दबाव में वाराणसी पुलिस ने जांच तेज कर दी। कई टीमों ने 300 से ज्यादा सीसीटीवी चेक किए। इनमें एक फुटेज में तीन युवक बुलेट में नजर आए।

पुलिस को इन पर ही शंका हुई। बाद में पीड़ित ने भी फुटेज देखकर तीनों आरोपियों की पहचान कर ली थी। इसके बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों के बारे में जानकारी जुटाना शुरू किया। शुरुआती जांच में पता चला कि तीनों रीवा में एक प्रत्याशी चुनावी प्रचार में गए हुए हैं। इसीलिए, टीम रीवा तक इनको ट्रेस करते हुए पहुंची थी।

इधर, 15 दिन बाद जब मामला ठंडा हो गया तो तीनों आरोपी वाराणसी आ गए। यहां पर बेफिक्र हो गए। उन्हें लगा कि पुलिस उन तक नहीं पहुंच पाएगी। इस बीच, 3 दिसंबर को मध्य प्रदेश विधान चुनाव का रिजल्ट आया। 4 दिसंबर के बाद तीनों आरोपी दो बार और वाराणसी से मध्य प्रदेश गए थे।

छात्रा का न्यूड वीडियो बनाया था

वारदात के दौरान तीनों आरोपियों ने छात्रा का न्यूड वीडियो बनाया था। यह वीडियों किस आरोपी के मोबाइल से शूट हुआ था। यह अभी पुलिस ने नहीं बताया है। हालांकि, सूत्रों के मुताबिक जिस मोबाइल से वीडियो शूट हुआ था उसकी फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है।

यही नहीं, वारदात के बाद तीनों आरोपियों ने किस-किस से बात की। किस किस के संपर्क में रहे। यह पता करने के लिए वाराणसी पुलिस तीनों की जांच कराने जा रही है। छात्रा के जिस न्यूड वीडियो को इन्होंने शूट किया था। उसे डिलीट कर दिया या फिर उसका क्या किया। पुलिस इस बारे में भी जांच कर रही है। बताया जा रहा है पुलिस आरोपियों के मोबाइल लोकेशन और CCTV फुटेज को बतौर साक्ष्य कोर्ट में चार्जशीट जमा होने के बाद सब्मिट करने की तैयारी में है।

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