वाराणसी को मिली 8वीं वंदे भारत: PM मोदी ने एक साथ चार नई वंदे भारत ट्रेनों का किया शुभारंभ
PM मोदी ने वाराणसी से 4 नई वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। वाराणसी को 8वीं वंदे भारत मिली। मोदी बोले- अब वंदे भारत भारत की पहचान बन चुकी है।;
वाराणसी में विकास की रफ्तार तेज: PM मोदी ने एक साथ चार नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का किया शुभारंभ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी से एक साथ चार नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। इन ट्रेनों का संचालन वाराणसी-खजुराहो, फिरोजपुर-दिल्ली, एर्नाकुलम-बेंगलुरु और लखनऊ-सहारनपुर रूट पर होगा। इसके साथ ही वाराणसी को उसकी 8वीं वंदे भारत ट्रेन मिल गई है, जिससे यह देश में वंदे भारत कनेक्टिविटी वाले प्रमुख शहरों में शामिल हो गया है।
PM मोदी का संबोधन: "वंदे भारत भारत की आत्मा का परिचय"
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज की यात्रा केवल एक ट्रेन यात्रा नहीं, बल्कि भारत को जोड़ने की यात्रा है। उन्होंने कहा,
"अब तो विदेशी यात्री भी वंदे भारत देखकर अचंभित हो जाते हैं। यह ट्रेन सिर्फ यात्रा का साधन नहीं, बल्कि भारत की इंजीनियरिंग क्षमता और आत्मनिर्भरता का परिचय है। पहले लोग कहते थे कि यह सब विदेश में बनता है, लेकिन अब भारत खुद बना रहा है, और गर्व के साथ दुनिया को दिखा रहा है।"
उन्होंने आगे कहा कि वंदे भारत एक्सप्रेस ने लोगों की यात्रा शैली को बदल दिया है। बेहतर गति, सुविधाएं, सुरक्षा और स्वदेशी तकनीक इसे आधुनिक भारत का प्रतीक बनाती है।
नई वंदे भारत ट्रेनों के रूट
| ट्रेन रूट | मुख्य लाभ |
|---|---|
| वाराणसी - खजुराहो | धार्मिक और पर्यटन स्थलों के बीच तेज यात्रा |
| फिरोजपुर - दिल्ली | पंजाब से दिल्ली कनेक्टिविटी और तेज सफर |
| एर्नाकुलम - बेंगलुरु | केरल और कर्नाटक के बीच प्रमुख आवागमन आसान |
| लखनऊ - सहारनपुर | पूर्वी UP से उत्तर भारत की यात्रा तेज |
वाराणसी को मिल चुकी हैं कुल 8 वंदे भारत
वाराणसी देश के उन चुनिंदा शहरों में शामिल हो गया है, जो सबसे अधिक वंदे भारत ट्रेनों से जुड़ा है। इससे यहां के धार्मिक पर्यटन, आर्थिक विकास और कनेक्टिविटी को बड़ा फायदा होगा।
मोदी का काशी दौरा: 53वीं बार संसदीय क्षेत्र में
यह प्रधानमंत्री मोदी का इस वर्ष का पांचवां दौरा और सांसद रहते हुए 53वां दौरा है। शुक्रवार शाम वे वाराणसी एयरपोर्ट पहुंचे और बरेका गेस्ट हाउस में ठहरे। 27 किमी लंबे मार्ग पर लोगों ने फूल, नारे और स्वागत के साथ उनका अभिनंदन किया।
वंदे भारत क्यों है खास?
- देश में बनी 100% स्वदेशी तकनीक वाली हाई-स्पीड ट्रेन
- पिछली ट्रेनों की तुलना में 30-40% तेज यात्रा
- स्वचालित दरवाजे, Wi-Fi, GPS और पैनोरमिक व्यू विंडो
- यात्रा के दौरान कम शोर और कम झटका
पर्यटन और अर्थव्यवस्था पर लाभ
विशेषज्ञों का मानना है कि नए रूटों पर वंदे भारत के शुरू होने से पर्यटन और स्थानीय कारोबार को सीधा लाभ मिलेगा। खासकर वाराणसी, खजुराहो, रामनगर, प्रयागराज, मथुरा और दक्षिण भारत के धार्मिक सर्किटों में यात्रियों की संख्या बढ़ने की संभावना है।
FAQs (सामान्य प्रश्न)
Q1. वाराणसी से कौन-कौन सी नई वंदे भारत ट्रेनें शुरू हुईं?
वाराणसी-खजुराहो और अन्य तीन रूटों की ट्रेनें शुरू की गई हैं।
Q2. क्या ये ट्रेनें स्वदेशी तकनीक से बनी हैं?
हाँ, पूरी तरह भारत में “मेक इन इंडिया” के तहत बनाई गई हैं।
Q3. क्या इससे पर्यटन को फायदा होगा?
हाँ, इन रूट्स से पर्यटन और व्यापार को बड़ा लाभ मिलेगा।