फिर सुर्ख़ियों में रीवा का TRS College, अब प्रैक्टिकल एग्जाम में पास करने के लिए अवैध वसूली, वीडियो वायरल

रीवा. किसी न किसी विवाद को लेकर सुर्ख़ियों में रहने वाला रीवा का शासकीय TRS College एक बार फिर सुर्ख़ियों में है. इस बार कॉलेज में प्रैक्टिकल एग्जाम में छात्रों को पास करने के एवज में वसूली को लेकर एक वीडियो वायरल हुआ है. छात्रों ने कलेक्टर से शिकायत की है. 

Update: 2021-03-05 10:46 GMT

रीवा. किसी न किसी विवाद को लेकर सुर्ख़ियों में रहने वाला रीवा का शासकीय TRS College एक बार फिर सुर्ख़ियों में है. इस बार कॉलेज में प्रैक्टिकल एग्जाम में छात्रों को पास करने के एवज में वसूली को लेकर एक वीडियो वायरल हुआ है. छात्रों ने कलेक्टर से शिकायत की है. 

बता दें यह पहली बार नहीं है जब प्रदेश के इस उत्कृष्ट शैक्षणिक संस्थान का दर्जा प्राप्त टीआरएस महाविद्यालय में प्रैक्टिकल एग्जाम या किसी भी एग्जाम में पास कराने के एवज में अवैध वसूली की जा रही है. इसके पहले भी महाविद्यालय के ऊपर ऐसे कई आरोप लगे हैं. यही नहीं इस महाविद्यालय के प्रशासनिक कारनामे भी किसी से छुपे नहीं है. पहले ही 14 करोड़ के घोटाले के चलते प्राचार्य समेत 19 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज है, और EoW जांच कर रही है. छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले इस महाविद्यालय में ऐसे कृत्य आम हो गए हैं. 

अवैध वसूली का वीडियो वायरल 

टीआरएस महाविद्यालय में अवैध वसूली का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जो बीकॉम कंप्यूटर एप्लीकेशन ब्रांच का बताया जा रहा है. इस वीडियो में प्रियंका और विवेक पांडेय दिख रहें है, जो छात्रों से प्रैक्टिकल एग्जाम में पास करवाने के एवज में अवैध वसूली कर रहें हैं. इसके अलावा एक और शिकायत जूलॉजी डिपार्टमेंट की भी हुई है. स्ववित्तीय अतिथि विद्वान शशि दुबे और सोनी बाबू सहित अन्य के खिलाफ कलेक्टर से शिकायत की गई है. इसके विभागाध्यक्ष अमित तिवारी हैं. 

प्राचार्य की कुर्सी तो बदली लेकिन हालात जस के तस

14 करोड़ के फर्जीवाड़े का मामला अभी शांत हुआ नहीं कि अब अवैध वसूली की शिकायतें होने लगी. लॉकडाउन के बाद संचालित हुई कक्षाओं की परीक्षाएं शुरू होने लगी. तो प्रैक्टिकल एग्जाम में पास करने के एवज में अवैध वसूली होने लगी. फर्ज़ीवाड़े में लिप्त प्राचार्य की कुर्सी तो बदल गई लेकिन नए प्राचार्य के आने के बाद अब ये अवैध वसूली का मामला सामने आ गया. हांलाकि कुर्सी बदलने से कोई ख़ास फर्क महाविद्यालय में नहीं दिखा. हालत जस के तस बने हुए हैं. मनमानी कामकाज, बेवजह छात्रों को परेशान करना और अपने शासकीय दायित्वों का निर्वहन न करना यहाँ आम बात हो चुकी है. 

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जिस अव्यवस्था और भर्रेशाही को लेकर पूर्व प्राचार्य पर गाज गिरी, उसी राह पर अब नई कॉलेज प्राचार्य भी चल पड़ी हैं. कॉलेज से कई कर्मचारियों को बाहर कर दिया गया है. उन्हें जिला प्रशासन, एडी ने यथावत रखने के लिए कहा गया था. उन्हें फिर भी बाहर कर दिया गया. वहीं कईयों को मनमर्जी रख लिया गया है. इनकी संख्या आधा सैकड़ा से अधिक है. इनकी वजह से आर्थिक संकट खड़ा हो गया है. यही नए रखे गए कर्मचारी कॉलेज में अराजकता का माहौल बना रहे हैं.

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