रीवा: कोठी में बाघ के जोड़े को लेकर दहशत, मौके पर पहुंची रेस्क्यू टीम

मनिकवार के कोठी गांव में महिला का दावा, बाघ का जोड़ा देखा. ग्रामीणों में दहशत, मौके पर पहुंची वन विभाग की रेस्क्यू टीम.

Update: 2022-06-12 03:44 GMT

Tiger Pair File Photo

रीवा. जिले के मनिकवार क्षेत्र अंतर्गत कोठी गांव में बाघ को देखे जाने के बाद से ग्रामीण दहशत में हैं. लकड़ी बीनने गई महिला का दावा है कि उसने बाघ के जोड़े को देखा है. सूचना मिलने पर वन विभाग की रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंच गई है, लेकिन टीम को बाघ की मौजूदगी के किसी तरह के प्रमाण नहीं मिले हैं. रेस्क्यू टीम अभी मौके पर ही डटी हुई है.

बताया गया है कि खुरहा गांव निवासी गुलाबकली एक अन्य महिला के साथ कोठी गांव के पास लकड़ी बीनने गई थी. तभी उसे गांव के पास बाघ के जोड़े को देखा. महिला के साथ मौजूद एक अन्य महिला ने भी बाघ जैसे जानवर को देखे जाने की बात थाना में बात कही है.

सूत्रों के अनुसार मनगवां पुलिस को शनिवार की सुबह सूचना मिली कि मनिकवार चौकी अंतर्गत कोठी गांव में बाघ का जोड़ा गया है. जिस पर मनगवां पुलिस ने यह जानकारी पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन को दी. एसपी से मिली सूचना पर डीएफओ ने रेस्क्यू टीम मौके के लिये रवाना कर दी.

मौके पर नहीं मिले पदचिन्ह

वन विभाग की रेस्क्यू टीम ने मौके पर पहुंच कर बाघ के पदचिन्ह की तलाश की, लेकिन पदचिन्ह नहीं मिले. इस मामले में विभाग का कहना है कि बाघ का वजन ज्यादा होता है. जिससे जहां वह पैर रखता है, वहां उसके पदचिन्ह उभर आते हैं. हालांकि माना जा रहा है कि बारिश न होने और गर्मी पड़ते की वजह से जमीन कड़ी हो गई है और ऐसे में कठोर जमीन पर पदचिन्ह के उभरने की संभावना कम रहती है.

बाघ आने की जानकारी मिलते ही एकत्र हो गये ग्रामीण

सुबह दस बजे के आसपास दोनों महिलाओं ने जब गांव पहुंच कर बाघ आने की जानकारी दी तो बाघ को देखने पूरा गांव उमड़ पड़ा. बाघ को देखने के कौतूहल के साथ उनके मन में बाघ को लेकर दहशत भी थी. जिसकी वजह से ग्रामीण घर से लाठी-डंडे लेकर निकले. रेस्क्यू टीम के साथ भी ग्रामीण काफी समय तक रहे और बाघ की तलाश करते रहे.

लकड़बग्घा के होने की संभावना

बताया गया है कि इस क्षेत्र में बाघ कभी नहीं दिखा. लकड़बग्घा पूर्व में भी मिले हैं. जिससे माना जा रहा है कि जानवरों का यह जोड़ा है. वैसे लकड़बग्घा का हो सकता है. भी यह क्षेत्र बाघ का कारीडोर नहीं है. और वैसे भी बघ जोड़े में नहीं रहता है. जिससे विभाग यह मान रहा. है कि यह दोनों जानवर लकड़बग्घा के जोड़े हो सकते हैं. हैं. हालांकि विभाग की रेस्क्यू टीम अभी भी मौके पर ही है और दोनों जानवरों का पता लगा रही है. यह संभावना इसलिये भी बन रही है कि लकड़बग्घे का वजन कम होने की वजह से कठोर जमीन पर उसके पदचिन्ह नहीं बनते.

इनका कहना है

कोठी गांव में बाघ आने की सूचना मिलते ही रेस्क्यू टीम को मौके पर भेज दिया गया है. टीम अभी मौके पर ही मौजूद है. देर शाम तक बघ की मौजूदगी के कोई प्रमाण कोठी गांव में नहीं मिले. ग्रामीणों को सतर्क कर दिया गया है. - चंद्रशेखर सिंह, डीएफओ, रीवा.

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