रीवा में कॉबिंग गश्त अभियान: रीवा-सतना-सीधी-मैहर-मऊगंज में 390 वारंटियों की गिरफ्तारी, 522 गुंडा–निगरानी बदमाश चेक
रीवा संभाग में पुलिस का बड़ा अभियान। 142 स्थायी और 248 गिरतारी वारंटी गिरफ्तार। 522 गुंडा व निगरानी बदमाश चेक। IG गौरव राजपूत के निर्देश पर कार्रवाई।;
रीवा संभाग में कॉबिंग गश्त अभियान: 390 वारंटियों की धरपकड़, 522 गुंडा–निगरानी बदमाशों की जांच — IG गौरव राजपूत के निर्देश पर बड़ी कार्रवाई
✔ 142 स्थायी और 248 गिरतारी वारंटी गिरफ्तार
✔ 522 गुंडा व निगरानी बदमाशों का सत्यापन
✔ सभी जिलों में एक साथ शनिवार रात बड़ी कार्रवाई
रीवा न्यूज। रीवा संभाग में शनिवार देर रात पुलिस ने अपराधियों की नकेल कसने के लिए बड़ा कॉबिंग गश्त अभियान चलाया। इस विशेष अभियान में पुलिस टीमों ने पूरे संभाग में दबिश देकर स्थायी वारंटियों और गिरतारी वारंटियों की धरपकड़ की। साथ ही लंबे समय से सक्रिय गुंडा–बदमाशों और निगरानी सूची में शामिल अपराधियों की जांच भी की गई।
यह कार्रवाई रीवा जोन के IG गौरव राजपूत के निर्देश पर की गई। रीवा, सतना, सीधी, मऊगंज और मैहर जिलों में पुलिस टीमों ने रात्रि में एकसाथ अभियान चलाया और कई घरों पर छापेमारी की। कई ऐसे आरोपी भी पुलिस के हाथ लगे जो वर्षों से फरार थे और इसी मौके पर किसी वैवाहिक कार्यक्रम में घर आए हुए थे।
अभियान में कितने अपराधी पकड़े गए?
पुलिस के मुताबिक, अभियान में कुल 390 वारंटियों को पकड़ा गया, जिसमें:
- 142 स्थायी वारंटी
- 248 गिरतारी वारंटी
इसके अलावा पुलिस ने 242 निगरानी बदमाश और 280 गुंडा–बदमाशों की गतिविधियों की जांच भी की। कई संदिग्धों से उनकी मौजूदा गतिविधियों, आय के स्रोत और संपर्कों के बारे में पूछताछ की गई।
रीवा संभाग—जिलेवार कार्रवाई का पूरा विवरण
पुलिस ने हर जिले में अलग–अलग टीमें बनाईं और रातभर छापेमारी की। नीचे दिए गए HTML टेबल में जिलेवार कार्रवाई का पूरा विवरण है।
| जिला | स्थायी वारंट | गिरतारी वारंट | निगरानी चेक | गुंडा चेक |
|---|---|---|---|---|
| रीवा | 71 | 101 | 59 | 66 |
| सतना | 41 | 52 | 69 | 151 |
| सीधी | 9 | 37 | 70 | 31 |
| मऊगंज | 13 | 18 | 23 | 24 |
| मैहर | 8 | 40 | 21 | 8 |
कैसे चला रातभर का कॉबिंग अभियान?
पुलिस ने शनिवार शाम से ही तैयारी शुरू कर दी थी। सभी थानों को अलर्ट किया गया और वारंटियों की सूची थमाई गई। देर रात पुलिस ने:
- वारंटियों के घरों पर अचानक दबिश दी
- गुंडा–बदमाशों के ठिकानों की घेराबंदी की
- संवेदनशील इलाकों में भारी पुलिस बल तैनात किया
- कई गांवों में सर्चिंग अभियान चलाया
कई वारंटी तो पुलिस को देखकर भागने लगे, लेकिन घेराबंदी के चलते वे पकड़े गए। कुछ वारंटी लंबे समय से फरार थे जो शादी–समारोह में शामिल होने घर लौटे थे और पुलिस ने वहीं दबोच लिया।
IG गौरव राजपूत का बड़ा बयान
“रीवा संभाग में कॉबिंग गश्त का विशेष अभियान चलाया गया जिसमें वारंटियों की धरपकड़ और गुंडा–निगरानी बदमाशों की जांच की गई है। सभी गिरफ्तार वारंटियों को न्यायालय में पेश किया गया है।” — गौरव राजपूत, IG रीवा जोन
क्यों जरूरी था यह अभियान?
पिछले कुछ महीनों में रीवा संभाग में लूट, मारपीट, विवाद और सड़क अपराध के मामले बढ़े हैं। कई वारंटी पुलिस से वर्षों से बचते फिर रहे थे। इस अभियान से:
- कई पुराने मामले फिर से सक्रिय होंगे
- सड़क अपराध और गुंडागर्दी पर रोक लगेगी
- गैरकानूनी तत्वों पर पुलिस की पकड़ मजबूत होगी
- जिले में सुरक्षा व्यवस्था बेहतर होगी
FAQs — रीवा संभाग कॉबिंग गश्त अभियान
1. कितने वारंटी पकड़े गए?
कुल 390 वारंटियों को पकड़ा गया।
2. अभियान का नेतृत्व किसने किया?
IG रीवा जोन गौरव राजपूत के निर्देश पर अभियान चला।
3. कितना पुलिस बल लगाया गया?
जोन के सभी जिलों की टीमों को शामिल किया गया।
4. गुंडा–बदमाशों की कितनी जांच हुई?
कुल 522 बदमाशों की गतिविधियों की जांच की गई।
5. क्या आगे भी ऐसे अभियान होंगे?
हाँ, IG स्तर पर ऐसे अभियानों की निरंतरता बनी रहेगी।