रीवा: Mukundpur Tiger Safari ने खो दिया एक और बाघ, लम्बी बीमारी के बाद मौत

Mukundpur White Tiger Safari के लिए शनिवार का दिन बेहद खराब रहा। सफारी ने अपना एक और बाघ हो दिया। लम्बी बीमारी के बाद उसकी मौत हो गई। शनिवार

Update: 2021-02-16 06:22 GMT

रीवा। सतना जिले में बना दुनिया का पहला Mukundpur White Tiger Safari के लिए शनिवार का दिन बेहद खराब रहा। सफारी ने अपना एक और बाघ हो दिया। लम्बी बीमारी के बाद उसकी मौत हो गई। शनिवार की सुबह 10:30 बजे मुकुंदपुर के मशहूर टाइगर बंधु की मौत हो गई।

Mukundpur White Tiger Safari & Zoo के डॉयरेक्टर डॉ. संजय राय खेड़ा ने RewaRiyasat.Com को जानकारी देते हुए बताया कि टाइगर बंधु ने शनिवार की सुबह 10:30 बजे आखिरी सांस ली और इसके बाद उसकी मृत्यु हो गई। उन्होंने बताया कि बंधु की मृत्यु के पश्चात उसके शव का परीक्षण कराया गया और विसरा सुरक्षित करने के बाद उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया।

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लंबे समय से था बीमार

Mukundpur White Tiger Safari & Zoo से मिली जानकारी के मुताबिक बंधु पिछले काफी समय से बीमार था और उसकी बीमारी की वजह उसकी उम्र थी। डॉयरेक्टर डॉ. संजय राय खेड़ा ने बताया कि बंधु अपनी 15 वर्ष की उम्र पूरी कर चुका था, जिसकी वजह से उसकी मृत्यु हुई है। बाघों की यही औसत उम्र भी होती है।

बांधवगढ़ से हुआ था शिफ्ट

बंधु को Bandhavgarh Tiger Reserve से Mukundpur White Tiger Safari & Zoo शिफ्ट किया गया था। बताया गया है कि वर्ष 2018 में बंधु को बांधवगढ़ से भेजा गया था। इससे पहले बंधु को उमरिया जिले के घुनघुटी रेगुलर फॉरेस्ट से बांधवगढ़ शिफ्ट किया गया था। बताया गया है कि बंधु वर्ष 2016 से पहले काफी हिंसक हो गया था और मनुष्य पर आक्रमण करने लगा था।

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बंधु के आक्रमण के कारण 6 से ज्यादा लोगों की मृत्यु हो गई थी और कई लोग घायल हो चुके थे। जिसके कारण वन प्रबंधन ने घुनघुटी से बंधु को पकड़ने के बाद बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के एंक्लोजर में बंद कर दिया था। बाद में इसे सतना जिले के मुकुंदपुर वाइट सफारी एवं जू में शिफ्ट कर दिया गया था।

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