रीवा में महिला हेडमास्टर ने क्लासरूम को बनाया बेडरूम, डीपीसी ने जांच शुरू की
रीवा जिले के कुल्लू पूर्व माध्यमिक विद्यालय में महिला हेडमास्टर द्वारा क्लासरूम को निजी बेडरूम की तरह उपयोग करने का मामला सामने आया। कमरे में बिस्तर, गैस चूल्हा, कूलर और निजी सामान मिला। डीपीसी ने जांच के आदेश दिए।;
• महिला हेडमास्टर पर आरोप—क्लासरूम को निजी बेडरूम की तरह इस्तेमाल किया
• वीडियो में तख्त, बिस्तर, गैस चूल्हा, कूलर और निजी सामान दिखाई दिए
• डीपीसी ने मामले की जांच के आदेश जारी किए
Rewa School Misuse Case | रीवा में शिक्षा व्यवस्था को शर्मसार करने वाला मामला
रीवा जिले से शिक्षा प्रणाली को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है। जहां स्कूलों में बच्चों को पढ़ने, समझने और आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है, वहीं कुल्लू पूर्व माध्यमिक विद्यालय के एक क्लासरूम को निजी बेडरूम में बदल देने का आरोप लगा है।
इस स्कूल में पदस्थ महिला हेडमास्टर पदमा शर्मा पर आरोप है कि उन्होंने बच्चों की पढ़ाई के लिए बने क्लासरूम को अपने व्यक्तिगत उपयोग के लिए आरामगाह के रूप में इस्तेमाल किया। सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में स्पष्ट दिख रहा है कि जिस जगह बच्चों को बैठकर पढ़ना चाहिए, वहाँ तख्त, गद्दा, चादर, गैस चूल्हा और निजी सामान रखा हुआ है।
Video Evidence | वीडियो में क्लासरूम बना पूरा बेडरूम
वीडियो में कमरा किसी क्लासरूम जैसा नहीं दिखता। दीवारों पर ब्लैकबोर्ड तो है, लेकिन उसके ठीक सामने तख्त और बिस्तर लगा हुआ है। कमरे में—
• तख्त और मोटा गद्दा
• कूलर और पंखा
• गैस चूल्हा
• खाने-पीने का सामान
• निजी सूटकेस और बैग
— साफ दिखाई दे रहे हैं।
कमरे में पढ़ाई से संबंधित सामग्री, बच्चों की कॉपियां, किताबें या टेबल-कुर्सियाँ बेहद कम या बिल्कुल नहीं दिखाई दे रही हैं। इसका मतलब यह है कि क्लासरूम का नियमित शैक्षणिक उपयोग प्रभावित हो रहा था।
Why This is Serious? | सवाल–क्या स्कूल बच्चों के लिए है या अफसरों के लिए?
शिक्षा विभाग के नियम स्पष्ट कहते हैं कि स्कूल परिसर का उपयोग केवल शैक्षणिक गतिविधियों के लिए होना चाहिए। क्लासरूम में किसी प्रकार की निजी व्यवस्था, रहने की सुविधा या व्यक्तिगत सामान रखना पूरी तरह निषिद्ध है।
ऐसे में सवाल यह खड़ा हुआ कि—
• क्या बच्चों की पढ़ाई इससे प्रभावित हो रही थी?
• क्या विद्यालय में अन्य कमरे उपलब्ध नहीं थे?
• क्या यह उपयोग लंबे समय से किया जा रहा था?
District Probe | डीपीसी ने जांच के आदेश दिए
वीडियो वायरल होने के बाद जिला परियोजना समन्वयक (DPC) विनय मिश्रा ने मामले के संज्ञान में आते ही जांच टीम गठित कर दी है। उन्होंने कहा— “क्लासरूम के दुरुपयोग की सूचना गंभीर है। पूरी जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।”
शिक्षा विभाग ने यह भी स्पष्ट किया कि जांच पूरी होने से पहले किसी भी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचा जा सकता, लेकिन वीडियो की वास्तविकता की पुष्टि होने पर नियमों के विपरीत काम करने वालों पर कठोर कदम उठाए जाएंगे।
Local Reaction | अभिभावकों में नाराज़गी, ग्रामीणों ने जताई चिंता
स्थानीय अभिभावकों और ग्रामीणों ने इस घटना पर कड़ा विरोध जताया है। उनका कहना है कि— “जहां बच्चे पढ़ते हैं, वहां निजी सामान रखना और क्लासरूम को बेडरूम बनाना शिक्षा व्यवस्था का मजाक है।”
कुछ अभिभावकों ने कहा कि यदि एक क्लासरूम इस तरह उपयोग होगा, तो बच्चों की कक्षाएँ कहां लगेंगी? क्या स्टूडेंट्स की संख्या को देखते हुए सभी कमरों की जरूरत नहीं पड़ती?
FAQs | अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
क्या क्लासरूम को बेडरूम में बदला गया था?
वायरल वीडियो में तख्त, बिस्तर, गैस चूल्हा और निजी सामान दिखाई दिया, जिससे यह दावा किया जा रहा है कि कमरा बेडरूम की तरह उपयोग हो रहा था।
जांच कौन कर रहा है?
रीवा जिले के डीपीसी विनय मिश्रा ने जांच कमेटी गठित की है।
क्या यह कार्रवाई नियमविरुद्ध है?
हाँ, क्लासरूम का निजी उपयोग शिक्षा विभाग के नियमों के विपरीत है।
क्या आरोपी हेडमास्टर पर कार्रवाई होगी?
जांच रिपोर्ट आने के बाद विभागीय कार्रवाई संभव है। अभी मामला जांच में है।
क्या बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही थी?
यह जांच का हिस्सा है। वीडियो में कमरे में पढ़ाई की सामग्री कम दिखाई दे रही है।