रीवा SIR सर्वे में बड़ा हादसा: बीएलओ को सर्वे के दबाव में आया ब्रेन हेमरेज

रीवा जिले में SIR सर्वे के दौरान बीएलओ को ब्रेन हेमरेज, परिजनों ने अधिकारियों पर दबाव बनाने का आरोप लगाया। फिलहाल हालत स्थिर।;

Update: 2025-11-24 12:25 GMT

रीवा SIR सर्वे में बड़ा हादसा: बीएलओ को काम के दबाव में आया ब्रेन हेमरेज, अस्पताल में भर्ती

• SIR सर्वे के बीच बीएलओ विजय पांडेय को अचानक ब्रेन हेमरेज
• परिजनों का आरोप – बीमारी बताने के बाद भी अधिकारियों ने बनाया दबाव

• गंभीर हालत में रीवा ले जाकर कराया गया भर्ती, अब स्थिर
• जिम्मेदार नोडल अधिकारी पर कार्रवाई की उठी मांग

रीवा जिले में SIR (विशेष सारणी पुनरीक्षण) प्रक्रिया के दौरान एक बड़ा और चिंताजनक मामला सामने आया है। पुष्पराज नगर में पदस्थ सहायक शिक्षक विजय पांडेय, जिन्हें बीएलओ की ड्यूटी सौंपी गई थी, सोमवार को अचानक बेहोश होकर गिर पड़े। सिर में तेज दर्द और उलझन की शिकायत पर उन्हें तुरंत रीवा ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने ब्रेन हेमरेज की पुष्टि की। फिलहाल बीएलओ की हालत स्थिर बताई जा रही है, लेकिन घटना के बाद प्रशासनिक दबाव और लापरवाही को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।

बीमारी के बावजूद लगातार ड्यूटी – परिवार के आरोप गंभीर

बीएलओ के परिजनों का कहना है कि विजय पांडेय पिछले कई दिनों से तेज बुखार से पीड़ित थे। उनकी तबीयत का पूरा विवरण नोडल अधिकारियों और वरिष्ठ अधिकारियों को दिया गया था, लेकिन इसके बावजूद उनसे लगातार SIR सर्वे का काम समय पर पूरा करने का दबाव बनाया गया।

परिजनों ने बताया — “हमने अधिकारियों को कई बार बताया कि विजय की तबीयत ठीक नहीं है। फिर भी कहा गया कि किसी भी हालत में सर्वे समय से पूरा होना चाहिए। मानसिक तनाव और कमजोरी की वजह से आज हालत बिगड़ गई।”

शनिवार और रविवार को भी तेज बुखार, फिर भी काम जारी

बीएलओ विजय पांडेय ने बयान में बताया कि उनकी तबीयत गुरुवार शाम से ही खराब थी। शनिवार और रविवार को बुखार तेज हो गया, सिर भारी लगने लगा और कमजोरी बढ़ने लगी। लेकिन SIR सर्वे के काम का दबाव इतना ज्यादा था कि वे बीमारी के बावजूद घर-घर सर्वे करने निकलते रहे।

तेज सिरदर्द और बेहोशी के बाद अस्पताल में भर्ती

सोमवार सुबह अचानक सिर में तेज दर्द हुआ और कुछ ही देर में वे बेहोश हो गए। परिजनों ने तुरंत उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां प्राथमिक जांच में ब्रेन हेमरेज की पुष्टि हुई। डॉक्टरों ने बताया कि मरीज को लंबे समय से बुखार और तनाव था, जो इस स्थिति का कारण हो सकता है।

परिजनों का सवाल – बीमारी की जानकारी के बाद राहत क्यों नहीं?

परिवार ने आरोप लगाया कि जिम्मेदार अधिकारी बीमारी की जानकारी के बावजूद भी काम का दबाव बना रहे थे। परिजनों का कहना है — “अधिकारियों को बताया था कि हालत खराब है, लेकिन किसी ने छुट्टी या राहत देने की बात नहीं कही। उल्टा कहा गया कि समय पर सर्वे पूरा नहीं हुआ तो कार्रवाई होगी।”

SIR सर्वे में लगातार दबाव, कई जगह कर्मचारियों की हालत बिगड़ी

रीवा जिले में SIR सर्वे को लेकर पिछले कई दिनों से सभी BLOs और शिक्षकों पर अत्यधिक काम का दबाव बताया जा रहा है। कई BLOs ने स्वीकार किया है कि घर-घर डेटा वेरिफिकेशन, ऑनलाइन एंट्री और रिपोर्टिंग के कारण मानसिक तनाव बढ़ा है।

जांच की मांग तेज — नोडल अधिकारी पर गंभीर आरोप

परिजनों और स्थानीय लोगों ने नोडल अधिकारी पर जानलेवा लापरवाही का आरोप लगाया है और कार्रवाई की मांग की है। लोगों का कहना है कि SIR सर्वे राष्ट्रीय महत्व का कार्य जरूर है, लेकिन किसी कर्मचारी की बीमारी और स्वास्थ्य की अनदेखी करके ऐसी स्थिति पैदा नहीं की जानी चाहिए।

जिला प्रशासन से जवाबदेही की मांग

सवाल उठ रहे हैं कि जब BLO की तबीयत कई दिनों से खराब थी, तो क्या नोडल अधिकारी ने मेडिकल लीव देने से इनकार किया? क्या किसी अन्य कर्मचारी को विकल्प के रूप में नियुक्त नहीं किया जा सकता था? क्या लक्ष्य पूरा करने के दबाव में मानव संवेदनाओं को दरकिनार कर दिया गया?

स्वास्थ्य की स्थिति — फिलहाल खतरे से बाहर

डॉक्टरों ने बताया कि विजय पांडेय की हालत अब स्थिर है, लेकिन उन्हें अभी भी निगरानी में रखा गया है। ब्रेन हेमरेज के बाद पूर्ण रिकवरी में समय लग सकता है।

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FAQs – SIR BLO Brain Hemorrhage Case

1. बीएलओ को ब्रेन हेमरेज कब हुआ?

सोमवार सुबह तबीयत बिगड़ी और अस्पताल में जांच के बाद ब्रेन हेमरेज की पुष्टि हुई।

2. क्या बीमारी की जानकारी अधिकारियों को दी गई थी?

परिजनों के अनुसार कई बार जानकारी दी गई थी, लेकिन फिर भी ड्यूटी का दबाव बनाया गया।

3. क्या प्रशासन जांच करेगा?

परिजन लगातार जांच और नोडल अधिकारी पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। प्रशासन ने अभी आधिकारिक बयान नहीं दिया है।

4. क्या SIR सर्वे के दौरान कर्मचारियों पर ज्यादा दबाव है?

कई BLOs और शिक्षक लगातार अधिक कार्यभार और तनाव की शिकायत कर रहे हैं।

5. बीएलओ की वर्तमान स्थिति क्या है?

फिलहाल हालत स्थिर है लेकिन अस्पताल में निगरानी में रखा गया है।

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