REWA: पटवारी ने पिया जहर, हो गई मौत, सुसाइड नोट में पुलिस और प्रशासनिक व्यावस्था को ठहराया जिम्मेदार

रीवा (Rewa) के जवा थाना क्षेत्र में पटवारी के आत्महत्या से भड़के ग्रामीणो ने लगाया जाम।

Update: 2021-10-19 10:22 GMT

पुलिस और प्रशासनिक व्यावस्था से परेशान होकर एक पटवारी ने जहरीली दवा पीकर मौत का रास्ता चुन लिया। उसके शव के पास से एक सुसाइड नोट मिला है। जिसमें में उसने पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठाया है तो वेतन न मिलने का जिक्र भी किया है। घटना रीवा जिले के जवा थाना अंतर्गत इटौरी गांव की है।

ग्रामीणो ने दी पुलिस को सूचना

इटौरी गांव निवासी 48 वर्षीय श्रीनिवास मांझी त्योंथर तहसील के बड़ागांव मझगवां हल्का में पटवारी के रूप में पदस्थ था। जिन्होंने सोमवार-मंगलवार की रात जहर खाकर जान दे दी। सुबह जब घर के लोगों ने पटवारी को मृत हालत में देखा तो आस-पास के लोगो को इससे अवगत कराया। वही घटनास्थल के पास दो पन्ने का सुसाइड नोट भी मिला। जिसके बाद पटवारी के आत्महत्या किए जाने का पूरा मामला सामने आ गया।

जवा-शंकरगढ़ मार्ग में लगाया जाम

मामले में जांच कारवाई करने पहुची पुलिस के पहुचने के बाद ग्रामीण भड़क गए और उन्होने इटौरी मोड़ स्थित जवा-शंकरगढ़ सड़क मार्ग में जाम लगा दिए। ग्रामीणो के बढ़ते आक्रोष और मामला बिगड़ता देख एसडीओपी त्यौथर समरजीत सिंह सहित आसपास के थानों का पुलिस बल भी मौके पर लगाया गया है। जिससे किसी भी तरह की अप्रिय घटना होने से रोकी जा सकें।

वेतन न मिलने और पुलिस कार्रवाई का जिक्र

पटवारी के शव के पास से जो सुसाइड नोट मिला है, उसमें उन्होने वेतन न मिलने का जिक्र किया है। उसमें लिखा है कि जुलाई माह से उसका वेतन नही मिल पा रहा है और वह काफी परेशान है।

तो वही सुसाइड नोट में उसने यह भी आरोप लगाए है कि दशहरे के दिन बसोर बस्ती के लोगो ने उसके परिवार वालों के साथ मारपीट किए और पुलिस उल्टा उनके परिवार के लोगो पर काउंटर केस दर्ज कर दिया। बहरहाल नाराज ग्रामीणों को पुलिस समझाइस दे रही है तो वही पटवारी के द्वारा उठाए गए कदम को लेकर पुलिस जांच कार्रवाई कर रही है। जांच के बाद उसके द्वारा लगाए गए आरोप और उसके मौत के पीछे की असली कहानी सामने आएगी।

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