रीवा: सूझबूझ से 50 यात्रियों की जान बचाने वाला ड्राइवर हुआ सम्मानित, मोहनिया घाटी में फेल हुई थी बस की स्टेयरिंग

बस चालक की सूझबूझ से मोहनिया घाटी में यात्रियों से भरी बस खाई में जाने से बची

Update: 2022-06-21 00:45 GMT

बस में सवार हंसी-खुशी यात्रा कर रहे तकरीबन 50 बस यात्रियों की उस समय सांसे थम गई, जब मोहनिया घाटी के दुर्गम मोड़ में बस की स्टेरिंग फेल हो गई। बस चालक ने हिम्मत नहीं हारी और वह बड़े ही सूझबूझ से बस को रोकने में सफल रहा।

हादसे के लिए था दो इंच का फासला

दरअसल रीवा जिले के गुढ़ थाना अंतर्गत मोहनिया घाटी में यह हादसा रविवार की देर शाम का है। रीवा से सीधी जा रही बस की मोहनिया पहाड़ में स्टेयरिंग फेल हो गई। लेकिन चालक ने बस को दुर्घटनाग्रस्त होने से बचा लिया है और 50 से अधिक यात्रियों की जान बचाने में वह सफल रहा, अन्यथा पहाड़ से बस खाई में गिरती तो शायद ही कोई यात्री अपने को बचा पाता। पुलिस का दावा है कि दो इंच और बस चली जाती तो गहरी खाई में समा जाती। जिसके बाद लोगों की जान बचाना मुश्किल हो जाता।

मौके पर पहुंची पुलिस

बस हादसे की जानकारी लगते ही गुढ़ थाना प्रभारी आराधना सिंह अपने पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंची और यात्रियों को बस से सुरक्षित निकाल कर दूसरे वाहन की व्यावस्था बनाई।

पुलिस के मुताबिक तिवारी ट्रेवल्स की बस रविवार की शाम रीवा से रवाना होकर मोहनिया घाटी के रास्ते सीधी जा रही थी। लेकिन घाट उतरे समय बस की स्टेयरिंग फेल हो गई। जैसे-तैसे बस को रोकने में चालक सफल रहा। जिसके बाद चालक और भगवान का यात्रियों ने धन्यवाद दिया है।

कलेक्टर ने चालक को किया सम्मानित

मोहनिया घाटी में बस सवार यात्रियों को सुरक्षित बचाने वाले बस चालक सत्येन्द्र सिंह चंदेल को रीवा कलेक्टर मनोज पुष्प, एसपी नवनीत भसीन ने अपने कलेक्टर कार्यालय स्थित कक्ष में सम्मानित किया है। कलेक्टर ने कहा कि जिस तरह से बस के चालक सत्येन्द्र सिंह ने साहस धैर्य और जांबाजी का परिचय दिया है वह सम्मान के काबिल है।

कलेक्टर ने बताया कि जिन परिस्थितियों में चालक ने बस पर काबू पाया ऐसे समय में अक्सर चालक अपना आपा खो देते है और खुद की जान बचाने के लिये चलते वाहनों से कूद कर यात्रियों की जान खतरे में डाल में देते है लेकिन बस चालक सत्येन्द्र ने स्वयं की जान जोखिम में डालकर यात्रियों को बचाए हैं।

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