Indian Post Payment Bank Rewa-Mauganj: महिलाओं ने बनाया रिकॉर्ड, 55% महिलाएं बनीं वित्तीय सशक्तिकरण की मिसाल
Indian Post Payment Bank Rewa Mauganj Success Story 2025: रीवा-मऊगंज में इंडियन पोस्ट पेमेंट बैंक ने महिलाओं के वित्तीय समावेशन में नया रिकॉर्ड बनाया, 55 प्रतिशत महिला खाताधारक।;
मुख्य बिंदु (Top Highlights)
- रीवा और मऊगंज जिलों में इंडियन पोस्ट पेमेंट बैंक ने नया रिकॉर्ड बनाया।
- यहां कुल खाताधारकों में 55 प्रतिशत महिलाएं शामिल हैं।
- अब तक खुले करीब दो लाख खातों में से 80% ग्रामीण महिलाओं के हैं।
- बैंक ने डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट और डिजिटल भुगतान में नई सुविधा दी।
Indian Post Payment Bank Rewa Mauganj 2025: महिलाओं की बढ़ती भागीदारी से ग्रामीण अर्थव्यवस्था में नई जान
रीवा: वित्तीय समावेशन (Financial Inclusion) की दिशा में इंडियन पोस्ट पेमेंट बैंक (IPPB) ने बड़ा कदम उठाया है। रीवा और मऊगंज जिलों में इस बैंक ने नया रिकॉर्ड बनाया है, जहां अब तक खुले लगभग दो लाख खातों में से 55 प्रतिशत खाते महिलाओं के नाम हैं। इनमें से करीब 80 प्रतिशत महिलाएं ग्रामीण क्षेत्रों से आती हैं। यह सफलता इस बात का प्रतीक है कि अब ग्रामीण समाज में महिलाएं भी वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर बन रही हैं।
इंडियन पोस्ट पेमेंट बैंक की स्थापना और उद्देश्य (About Indian Post Payment Bank)
इंडियन पोस्ट पेमेंट बैंक (IPPB) की शुरुआत 1 सितंबर 2018 को हुई थी। यह डाक विभाग के अंतर्गत भारत सरकार का एक बैंकिंग संस्थान है। इसका मुख्य उद्देश्य देश के हर नागरिक को बैंकिंग, भुगतान और बीमा सेवाएं सुलभ कराना है, खासकर उन वर्गों तक जिन्हें पारंपरिक बैंकिंग प्रणाली तक पहुंच नहीं है।
राष्ट्रीय स्तर पर IPPB की उपलब्धियां (National Achievements of IPPB)
देशभर में अब तक 2.68 करोड़ खाते खोले जा चुके हैं, जिनमें 59 प्रतिशत महिला खाताधारक हैं। इसके साथ ही, 77 प्रतिशत खाते ग्रामीण इलाकों से जुड़े हैं। वित्त मंत्रालय ने वर्ष 2024-25 में इस बैंक को डिजिटल पेमेंट्स अवार्ड से सम्मानित किया। साथ ही अब तक 4.40 लाख डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट भी जारी किए जा चुके हैं, जिससे पेंशनधारियों को बड़ी राहत मिली है।
रीवा डिवीजन की स्थिति (Rewa Division Performance)
रीवा डिवीजन जबलपुर रीजन के अंतर्गत आता है, जहां 335 डाकघरों में इंडियन पोस्ट पेमेंट बैंक की सुविधाएं दी जा रही हैं। यहां अब तक करीब दो लाख खाते खोले गए हैं। इनमें 80 प्रतिशत खाते ग्रामीण क्षेत्रों के हैं, जो दिखाता है कि डिजिटल बैंकिंग गांव-गांव तक पहुंच रही है।
महिलाओं की बढ़ती भूमिका (Women’s Financial Empowerment)
महिलाओं की भागीदारी इंडियन पोस्ट पेमेंट बैंक की सबसे बड़ी सफलता रही है। बैंक ने महिलाओं को वित्तीय साक्षरता और डिजिटल बैंकिंग से जोड़ने में अहम योगदान दिया है। रीवा और मऊगंज की महिलाएं अब न सिर्फ अपने खाते संचालित कर रही हैं, बल्कि डिजिटल ट्रांजैक्शन, बीमा प्रीमियम और सरकारी योजनाओं के भुगतान में भी सक्रिय भागीदारी निभा रही हैं।
IPPB की खास विशेषताएं (Key Features of IPPB)
- खाता खुलवाने की प्रक्रिया मात्र 2-3 मिनट में पूरी।
- पेपरलेस मोबाइल बैंकिंग सुविधा उपलब्ध।
- छोटे व्यापारियों को QR कोड के माध्यम से डिजिटल भुगतान का विकल्प।
- पोस्टल लाइफ इंश्योरेंस की किस्तें सीधे खाते से जमा।
- जी2पी पेमेंट के तहत सरकारी योजनाओं और पेंशन का सीधा लाभ।
पेंशनर्स के लिए राहत: डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट (Digital Life Certificate for Pensioners)
इंडियन पोस्ट पेमेंट बैंक ने पेंशनधारकों के लिए एक बड़ी सुविधा दी है। अब डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट (जीवन प्रमाण) जमा करने के लिए दफ्तरों के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं। केवल ₹70 शुल्क देकर घर बैठे प्रमाणपत्र जारी कराया जा सकता है। यह सेवा डाक विभाग के माध्यम से भी उपलब्ध है, जिससे वरिष्ठ नागरिकों को काफी राहत मिली है।
ग्रामीण भारत में वित्तीय समावेशन की नई दिशा (Financial Inclusion in Rural India)
इंडियन पोस्ट पेमेंट बैंक ने गांव-गांव तक डिजिटल बैंकिंग पहुंचाकर आर्थिक समावेशन की दिशा में बड़ा बदलाव किया है। महिलाओं और छोटे व्यापारियों की सक्रिय भागीदारी ने इस पहल को एक नई ऊंचाई दी है। रीवा-मऊगंज में यह बैंक अब आर्थिक आत्मनिर्भरता और वित्तीय सशक्तिकरण का प्रतीक बन चुका है।
FAQs: इंडियन पोस्ट पेमेंट बैंक रीवा-मऊगंज से जुड़े सवाल-जवाब
1. इंडियन पोस्ट पेमेंट बैंक की शुरुआत कब हुई?
इसकी शुरुआत 1 सितंबर 2018 को हुई थी।
2. रीवा-मऊगंज में कुल कितने खाते खोले गए?
करीब दो लाख खाते खोले जा चुके हैं, जिनमें 55 प्रतिशत महिलाएं हैं।
3. IPPB में महिलाएं कितनी संख्या में शामिल हैं?
रीवा और मऊगंज में करीब 1 लाख 10 हजार महिला खाताधारक हैं।
4. क्या पेंशनर्स के लिए भी यह बैंक सुविधाजनक है?
हाँ, पेंशनधारक अब घर बैठे मात्र ₹70 में डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट जारी करा सकते हैं।
5. IPPB की सेवाएं किन क्षेत्रों में उपलब्ध हैं?
रीवा डिवीजन के सभी 335 डाकघरों में IPPB की डिजिटल और बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध हैं।
📚 स्रोत: इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक / रीवा डाक विभाग / वित्त मंत्रालय