रीवा में कातिल कोरोना ने भाई-बहन को कर दिया अनाथ, अब खर्च उठाएगी मध्य प्रदेश सरकार

रीवा. कातिल कोरोना (COVID-19) के चलते वैसे तो कइयों की जान गई लेकिन कुछ ऐसे भी हैं जो पूरी तरह से अनाथ हो गए हैं. पिता और मां का साया ही सिर से उठ गया. कोविड ने खुशियां छीन ली. रीवा में ऐसा ही कहर दो मासूमों पर टूटा है. अब इन भाई बहन का खर्च मध्य प्रदेश सरकार उठाएगी. पढ़ाई से लेकर खाने पीने तक का खर्चा सरकार वहन करेगी. आवेदन भी महिला एवं बाल विकास विभाग ने जमा कर लिया है.

Update: 2021-06-04 10:34 GMT

रीवा. कातिल कोरोना (COVID-19) के चलते वैसे तो कइयों की जान गई लेकिन कुछ ऐसे भी हैं जो पूरी तरह से अनाथ हो गए हैं. पिता और मां का साया ही सिर से उठ गया. कोविड ने खुशियां छीन ली. रीवा में ऐसा ही कहर दो मासूमों पर टूटा है. अब इन भाई बहन का खर्च मध्य प्रदेश सरकार उठाएगी. पढ़ाई से लेकर खाने पीने तक का खर्चा सरकार वहन करेगी. आवेदन भी महिला एवं बाल विकास विभाग ने जमा कर लिया है.

ज्ञात हो कि कोरोना की दूसरी लहर ज्यादा ही खतरनाक रही. रीवा में कई लोगों की जान इस कोविड में गई. कोरोना ने न जाने कितने घर बर्बाद कर दिए. कई परिवार तबाह हो गए. घर में कोई कमाने वाला तक नहीं बचा. बुजुर्गों का हाथ परिवार से उठ गया. वहीं कई मासूमों से अभिभावकों का साथ ही छिन गया.

इन मासूमों को संबंल देने के लिए मप्र सरकार ने बाल कल्याण योजना (MP government child welfare scheme) शुरू की है. इस योजना के दायरे में रीवा के भाई बहन भी आए हैं. इनका पूरा परिवार ही कोविड ने तबाह कर दिया. पिता का निधन पहले ही हो गया था. कोविड ने मां को भी छीन लिया. इनका खर्च अब सरकार उठाएगी.

पति की मृत्य के बाद उठाई थी गृहस्थी की जिमेदारी

पीडि़त दिपांशु मिश्रा उम्र 19 वर्ष निवासी आजाद नगर के पिता दिनेश मिश्रा की मौत अगस्त 2001 में हो गई थी. उनकी मौत के बाद मां अल्का मिश्रा ही घर सम्हाली हुई थी. 28 अप्रैल 2021 को कोविड के कारण उनका भी निधन हो गया. मां की मौत के बाद दीपांशु एवं उनकी बहन अमृता ही पीछे रह गई. इनके पास गुजारा के लिए कोई दूसरा विकल्प नहीं रह गया. अब इनका खर्च सरकार उठाएगी.

Similar News