Sawan Somvar: राशि अनुसार मंत्र जप से पूरी होगी मनोकामना

Sawan Somvar aur Vinayak Chaturthi ke yog mein करें राशि अनुसार मंत्रों का जाप, जानें कौन से मंत्र किस राशि के लिए शुभ माने जाते हैं।;

Update: 2025-07-27 17:08 GMT

 1. सावन सोमवार और विनायक चतुर्थी का संयोग

इस वर्ष 28 जुलाई 2025 को सावन का तीसरा सोमवार और विनायक चतुर्थी एक साथ पड़ रहे हैं। इस शुभ संयोग में भगवान शिव और श्री गणेश की पूजा अत्यंत फलदायी मानी जाती है।

 2. शिव परिवार की पूजा का महत्व

इस दिन शिव, पार्वती, गणेश और कार्तिकेय जी की पूजा करने से

  1. मनोकामना पूर्ण होती है
  2. विवाह और संतान संबंधी बाधाएं दूर होती हैं
  3. आर्थिक स्थिति में सुधार आता है

 3. राशि अनुसार मंत्र जप क्यों करें?

राशि अनुसार मंत्र जप करने से विशेष फल प्राप्त होता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हर राशि का एक विशेष कंपन (vibration) होता है, जिससे जुड़े मंत्र जल्दी प्रभाव दिखाते हैं।

 4. 12 राशियों के लिए विशेष मंत्र

 मेष राशि

- मंत्र: ॐ महाकाल नमः, ॐ गजाननाय नमः

- इन मंत्रों का जाप करने से रोग और भय से मुक्ति मिलती है।

 वृषभ राशि

-मंत्र: ॐ रुद्रनाथ नमः, ॐ विनायकाय नमः, ॐ सरस्वत्यै नमः

- विद्या और धन की प्राप्ति के लिए श्रेष्ठ।

 मिथुन राशि

- मंत्र: ॐ नटराज नमः, ॐ प्रमुखाय नमः

 -मन की शांति और निर्णय शक्ति बढ़ती है।

 कर्क राशि

- मंत्र: ॐ चंद्रमोली नमः, ॐ जिष्णवे नमः

- चंद्र से संबंधित दोष दूर होते हैं।

 सिंह राशि

- मंत्र: ॐ चंद्रधारी नमः, ॐ सुखनिधये नमः

-आत्मविश्वास और शक्ति में वृद्धि होती है।

 कन्या राशि

- मंत्र: ॐ भोलेनाथ नमः, ॐ परमायै नमः

- कठिन कार्यों में सफलता मिलती है।

 तुला राशि

- मंत्र: ॐ भूतनाथ नमः, ॐ त्रिपुरायै नमः

- जीवन में संतुलन और स्थिरता आती है।

 वृश्चिक राशि

- मंत्र: ॐ नंदराज नमः, ॐ महाकालाय नमः

- शत्रु बाधा से मुक्ति मिलती है।

धनु राशि

- मंत्र: ॐ विषधारी नमः, ॐ प्रथमाय नमः

- संकटों से रक्षा करता है।

 मकर राशि

- मंत्र: ॐ महाकालेश्वर नमः, ॐ चामुण्डायै नमः

- धन और करियर में वृद्धि होती है।

 कुंभ राशि

- मंत्र: ॐ मंगलेश्वर नमः, ॐ सर्वाय नमः

- मानसिक शक्ति और निर्णय क्षमता मिलती है।

 मीन राशि

- मंत्र: ॐ केदारनाथ नमः, ॐ महेशाय नमः

- कर्ज से मुक्ति और धन लाभ होता है।

 5. सावन सोमवार पूजा विधि

  1. सुबह जल्दी उठकर स्नान करें
  2. साफ-सुथरे कपड़े पहनें
  3. घर में उत्तर दिशा की ओर मुंह करके पूजा करें
  4. बेलपत्र, दूध, दही, शहद, गंगाजल से अभिषेक करें
  5. फिर उपरोक्त राशि अनुसार मंत्र का जाप करें

 6. चतुर्थी व्रत का महत्व

  1. भगवान गणेश की पूजा से बुद्धि और विवेक बढ़ता है
  2. किसी भी नए कार्य की शुरुआत से पहले गणेश पूजन लाभकारी होता है
  3. चतुर्थी पर व्रत रखने से आर्थिक समस्याएं दूर होती हैं

 7. पूजा में ध्यान रखने योग्य बातें

  1. व्रत के दौरान सिर्फ फलाहार करें
  2. दोपहर बाद गणेश जी की पूजा करें
  3. लाल फूल, दूर्वा, मोदक और चंदन जरूर चढ़ाएं

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