Pitru Paksha 2025: पितरों को श्रद्धांजलि और तर्पण का सही तरीका

Pitru Paksha 2025: पितरों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण और श्राद्ध के नियम जानें, घर पर आसानी से करें पुण्य प्राप्ति;

Update: 2025-09-14 18:28 GMT

पितृ पक्ष वह समय है जब हम अपने पूर्वजों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। इस दौरान पितरों के तर्पण और श्राद्ध का विशेष महत्व होता है। अक्सर पुरोहित उपलब्ध नहीं होते, लेकिन सही जानकारी होने पर घर पर भी तर्पण करना सरल और फलदायी हो सकता है।

पितृ पक्ष 2025 इस वर्ष 7 सितंबर से 22 सितंबर 2025 तक मनाया जाएगा। हिंदू परंपरा में इसे पूर्वजों की आत्मा की शांति और तृप्ति के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है। यह 16 दिनों का पर्व है, जिसमें पितरों के तर्पण और श्राद्ध करने से पुण्य की प्राप्ति होती है।

Pitru Paksha 2025 Kab Hai – पितृ पक्ष 2025 तारीख और समय

पितृ पक्ष 2025 7 सितंबर से 22 सितंबर तक चलेगा। यह 16 दिन का पवित्र पर्व है, जिसमें हर दिन पूर्वजों के तर्पण और श्राद्ध से पुण्य और आशीर्वाद की प्राप्ति होती है। पितृ पक्ष के दौरान पितरों की आत्मा की शांति के लिए विशेष पूजा और दान किया जाता है।

Pitru Paksha Mein Ghar Par Tarpan Kaise Kare – पितृ पक्ष में घर पर तर्पण कैसे करें

घर पर तर्पण करना सरल और फलदायी है। इसके लिए:

  1. पहले स्नान करके साफ कपड़े पहनें।
  2. उत्तर या पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठें।
  3. पात्र में शुद्ध जल लें और उसमें तिल और चावल मिलाएं।
  4. मन में अपने पूर्वजों को याद करें और श्रद्धा भाव रखें।
  5. जल को अंगुलियों से या पात्र में लेकर धीरे-धीरे उत्तर दिशा में प्रवाहित करें।
  6. मंत्र का उच्चारण करें, जैसे: “ॐ पितृ देव तर्पितो भव”।
  7. तर्पण के बाद दीपक जलाएं और धूप अर्पित करें।
  8. यदि इच्छा हो तो भोजन का एक भाग पूर्वजों के लिए समर्पित करें।

Shradh Aur Tarpan Ka Mahatva – श्राद्ध और तर्पण का महत्व

तर्पण का अर्थ है जल, दूध, तिल और अन्य सामग्री के माध्यम से पितरों को तृप्त करना। इससे उनकी आत्मा को शांति मिलती है और उनके आशीर्वाद प्राप्त होते हैं।

यदि किसी पूर्वज की मृत्यु तिथि ज्ञात हो, तो उसी दिन दोपहर में तर्पण करना श्रेष्ठ माना जाता है।

यदि मृत्यु तिथि ज्ञात न हो, तो सर्वपितृ अमावस्या के दिन तर्पण करना शुभ और फलदायी होता है।

Pitru Paksha Mein Amavasya Tithi Ka Mahatva – पितृ पक्ष में अमावस्या तिथि का महत्व

सर्वपितृ अमावस्या पितृ पक्ष का विशेष दिन है। यदि किसी पूर्वज की मृत्यु तिथि ज्ञात नहीं है तो इस दिन तर्पण करना सबसे फलदायी माना जाता है। इस दिन किए गए तर्पण से पितरों की कृपा प्राप्त होती है और घर में सुख-शांति बनी रहती है।

Pitru Paksha Mein Shradh Kaise Kare – पितृ पक्ष में श्राद्ध कैसे करें

  1. पहला श्राद्ध मृत्यु के एक वर्ष पूरा होने के बाद करना चाहिए।
  2. श्राद्ध हमेशा मृतक की मृत्यु तिथि के अनुसार करना चाहिए।
  3. यदि तिथि ज्ञात न हो, तो किसी पंडित से सही तिथि जान सकते हैं।

जिनकी मृत्यु किसी माह के शुक्ल पक्ष या कृष्ण पक्ष की किसी भी तिथि (प्रतिपदा, द्वितीया, तृतीया आदि) को हुई हो, उनका श्राद्ध पितृपक्ष में उसी तिथि पर किया जाता है।

Pitru Paksha Mein Pitaro Ke Liye Bhog Kaise De – पितरों के लिए भोग कैसे दें

  1. तर्पण और श्राद्ध के बाद भोजन का एक हिस्सा पूर्वजों को समर्पित करें। यह पुण्यदायी होता है और पूर्वजों के आशीर्वाद प्राप्त होते हैं।
  2. तिल, जल और धूप के साथ दीपक जलाना अनिवार्य है।
  3. भोग में दाल, चावल और हलवा विशेष रूप से शामिल करें।

Pitru Paksha Mein Tarpan Aur Shradh Ke Niyam – पितृ पक्ष में तर्पण और श्राद्ध के नियम

  1. मृत्यु के एक वर्ष बाद पहला श्राद्ध करना चाहिए।
  2. मृत्यु तिथि के अनुसार ही श्राद्ध करें।
  3. उत्तर या पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठें।
  4. तर्पण के समय “ॐ पितृ देव तर्पितो भव” मंत्र का उच्चारण करें।
  5. भोजन का हिस्सा पूर्वजों के लिए समर्पित करें।

Pitru Paksha 2025 Ke 16 Din Ka Mahattva – पितृ पक्ष 2025 के 16 दिन का महत्व

16 दिन के पितृ पक्ष में हर दिन अलग-अलग पूर्वजों के लिए तर्पण किया जा सकता है। पहले दिन से लेकर 16वें दिन तक तर्पण और श्राद्ध करने से पुण्य और आशीर्वाद में वृद्धि होती है।

  1. पहले दिन से पूर्वजों के लिए जल अर्पित करें।
  2. हर दिन का श्राद्ध और दान अलग-अलग पूर्वजों के लिए करें।

Ghar Par Pitru Shradh Aur Pooja Ka Poora Vidhan – घर पर पितृ श्राद्ध और पूजा का पूरा विधान

  1. घर पर तर्पण और श्राद्ध के लिए:
  2. पात्र में जल, तिल, चावल, दूध रखें।
  3. साफ कपड़े पहनें।
  4. उत्तर दिशा की ओर मुख करके बैठें।
  5. मंत्र का उच्चारण करें और भोजन का एक हिस्सा पूर्वजों के लिए समर्पित करें।
  6. दीपक जलाएं और धूप अर्पित करें।

FAQ 

Q1. Pitru Paksha 2025 kab hai?

-यह 7 सितंबर 2025 से 22 सितंबर 2025 तक है।

Q2. Ghar par tarpan kaise kare?

- स्नान करके साफ कपड़े पहनें, जल में तिल और चावल मिलाकर उत्तर दिशा में प्रवाहित करें, और मंत्र का उच्चारण करें।

Q3. Shradh kab karna chahiye?

- मृत्यु तिथि के अनुसार या यदि ज्ञात न हो तो सर्वपितृ अमावस्या के दिन।

Q4. Tarpan ke baad kya karna chahiye?

-दीपक जलाएं, धूप अर्पित करें और भोजन का हिस्सा पूर्वजों के लिए समर्पित करें।

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