इस बार गणतंत्र दिवस में चीफ गेस्ट कौन है?

Who is the chief guest on Republic Day this year: भारत के 74वें गणतंत्र दिवस पर किसे मुख्य अतिथि के रूप में बुलाया गया है?

Update: 2023-01-25 09:24 GMT

Who has been invited as the chief guest on the 74th Republic Day of India: 26 जनवरी को भारत अपना 74वां गणतत्र दिवस मानाने जा रहा है. पिछले साल तो इस राष्ट्रीय पर्व में किसी भी विदेशी मुख्य अतिथि की नहीं बुलाया गया था मगर इस साल भारत की तरफ से मिस्र यानी इजिप्ट के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल सिसी (Egyptian President Abdel Fattah El Sisi) को निमंत्रण भेजा गया है. 

इजिप्ट के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल सिसी पहली बार हिंदुस्तान के किसी राष्ट्रीय पर्व में बतौर चीफ गेस्ट के रूप में भारत आएँगे। और पीएम मोदी के ठीक बाजू में बैठकर परेड का आनंद लेंगे और देश की संस्कृति सहित सैन्य ताकत की झलकियाँ देखेंगे। लेकिन पीएम मोदी ने इजिप्ट के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल सिसी को सिर्फ  झांकिया देखने के लिए नहीं बुलाया है. इसके पीछे केंद्र सरकार की बहुत बड़ी रणनीति है. 

गणतंत्र दिवस में इजिप्ट के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल सिसी को क्यों बुलाया गया 

Why Egyptian President Abdel Fattah El Sisi invited on Republic Day: इजिप्ट के हालात ठीक नहीं हैं. Covid 19 के बाद तो यह देश करीब-करीब दिवालिया हो गया है. मिस्र का विदेशी कर्ज बढ़कर 170 अरब डॉलर हो गया है और महंगाई 25% हो गई है. 

लोगों का यही सवाल है कि आखिर भारत सरकार ने किसी बड़े देश के पावरफुल नेता की जगह दिवालिया होने की कगार पर खड़े मिस्र के राष्ट्रपति को क्यों बुलाया, आखिर आखिर इतने अहम मौके पर चीफ गेस्ट के तौर पर अल सिसी को ही क्यों चुना? आइये इसका जवाब जानते हैं 

1. आज तक इजिप्ट का कोई नेता भारत के गणतंत्र दिवस में बतौर चीफ गेस्ट के रूप में नहीं आया है 

2. 75 साल से इजिप्ट और भारत के बीच डिप्लोमेट रिलेशन रहे हैं. मतलब दोस्त है मगर पक्के वाले नहीं 

3.  IOC में शामिल इजिप्ट ऐसा देश है जो आतंकवाद के खिलाफ बोलने में परहेज नहीं करता, जबकि तुर्की, ईरान, इराक जैसे देश आतंकवाद का समर्थन कर देते हैं 

4. दोनों देशों के बीच 2018-19 में 4.55 अरब डॉलर का बाइलेट्रल ट्रेड हुआ था जो 2022 तक 7.27 अरब डॉलर का हो गया 

5. भारत ने मिस्र में 3.15 अरब डॉलर का इन्वेस्टमेंट किया है, इस देश में 50 भारतीय कंपनियां काम कर रही हैं 

6. भारत की तुर्किये देश से नहीं बनती है, और ना ही मिस्र की, तो दुश्मन का दुश्मन दोस्त हुआ. तुर्की हमेशा पाकिस्तान के साथ रहा है जबकि इजिप्ट ने हमेशा तुर्की का विरोध किया है. 




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