स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 में अहमदाबाद देश में नंबर-1: भोपाल को दूसरा स्थान, इंदौर 'सुपर लीग' में, जानिए एमपी के अन्य शहरों के हाल...

स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 के नतीजे घोषित, भोपाल को दूसरा स्थान मिला। इंदौर, सूरत जैसे शहर 'स्वच्छता सुपर लीग' में शामिल होने से रैंकिंग से बाहर।;

Update: 2025-07-13 07:18 GMT

भोपाल को स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 में दूसरा स्थान

स्वच्छता सर्वेक्षण 2024: केंद्र सरकार ने हाल ही में स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 के परिणामों की घोषणा कर दी है। इस वर्ष के सर्वेक्षण में भोपाल ने देशभर में दूसरा स्थान हासिल किया है, जो पिछले साल के पांचवें स्थान से एक महत्वपूर्ण सुधार है। अहमदाबाद ने सभी शहरों को पछाड़ते हुए पहला स्थान प्राप्त किया है, जबकि लखनऊ ने 44वें पायदान से लंबी छलांग लगाकर तीसरा स्थान प्राप्त किया है।

राष्ट्रपति भवन में होगा सम्मान समारोह

भोपाल नगर निगम को राष्ट्रपति भवन में आयोजित होने वाले एक विशेष कार्यक्रम में शामिल होने का निमंत्रण मिला है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 17 जुलाई को नई दिल्ली में शीर्ष स्थान प्राप्त करने वाले शहरों को पुरस्कार प्रदान करेंगी। इन पुरस्कारों के साथ ही आधिकारिक घोषणाएं भी की जाएंगी।

भोपाल का दूसरा स्थान

एक ओर जहां भोपाल नगर निगम अपने इस प्रदर्शन पर खुश है, वहीं दूसरी ओर कुछ तथ्य यह बताते हैं कि इस बार भोपाल का मुकाबला देश के सबसे स्वच्छ शहरों से सीधे तौर पर नहीं था। दरअसल, 'स्वच्छता सुपर लीग' नामक एक नई श्रेणी ने इस वर्ष की रैंकिंग प्रक्रिया में बदलाव ला दिया है।

'स्वच्छता सुपर लीग' और उसका प्रभाव

पिछले साल (2024) 'स्वच्छ सुपर लीग' नामक एक नई श्रेणी शुरू की गई थी, जिसमें उन शहरों को शामिल किया गया था जो पिछले तीन वर्षों से शीर्ष-3 में रहे हैं। पहले यह अवधि दो साल थी, जिसे हाल ही में बदलकर तीन साल कर दिया गया है। इस लीग में अब 15 शहर शामिल हैं, जबकि पिछली बार केवल 12 शहर थे। इंदौर, जिसने लगातार सात बार देश के नंबर-1 स्वच्छ शहर का खिताब जीता है, इस बार सूरत और नवी मुंबई के साथ रैंकिंग से बाहर है। इसका कारण यह है कि स्वच्छता सुपर लीग में शामिल शहरों की रैंकिंग नहीं की जाती। लीग में शामिल होने के बावजूद, देश के सभी शहरों को सफाई व्यवस्था के आधार पर 12500 में से अंक दिए जाएंगे।

क्यों बनाई गई 'सुपर लीग' श्रेणी?

दरअसल, हर साल अलग-अलग कैटेगरी (50 हजार से ज्यादा और 10 लाख से अधिक आबादी) में कुछ शहर लगातार शीर्ष-3 में बने हुए थे। इससे अन्य शहरों के लिए प्रतिस्पर्धा करने का अवसर सीमित हो जाता था। इस नई श्रेणी का उद्देश्य अन्य शहरों को भी शीर्ष पर आने का मौका देना है।

मध्य प्रदेश के 5 शहरों को मिलेगा अवॉर्ड

मध्य प्रदेश के पांच शहरों को भी इस सर्वेक्षण में उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया जाएगा। भोपाल, देवास और शाहगंज प्रेसिडेंशियल अवॉर्ड की दौड़ में हैं। जबलपुर को मिनिस्ट्रियल कैटेगरी में और ग्वालियर को स्टेट लेवल अवॉर्ड के लिए आमंत्रित किया गया है। वहीं, इंदौर, उज्जैन और बुदनी 'सुपर लीग' में शामिल हैं। उज्जैन मुख्यमंत्री मोहन यादव का गृह जिला है, जबकि बुदनी पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का निर्वाचन क्षेत्र रहा है।

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