फोन टैपिंग मामले पर राजस्थान में बवाल, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के इस्तीफे की मांग, मचा हड़कंप

राजस्थान (Rajasthan) देश की गहलोत सरकार की ओर से फोन टैपिंग का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। बीजेपी इस पर आक्रामक रूख बनाए हुए हैं। मंगलवार को राजस्थान विधानसभा में भी फोन टैपिंग के मामले में वबाल मचा रहा। दरअसल, बीजेपी की ओर से विधायक राजेंद्र राठौड़ और कालीचरण सराफ ने फोन टैपिंग का स्थगन प्रस्ताव लगाया था। इसे मामले को लेकर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने सदन में आवाज उठाई।

Update: 2021-03-17 14:36 GMT

राजस्थान (Rajasthan) देश की गहलोत सरकार की ओर से फोन टैपिंग का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। बीजेपी इस पर आक्रामक रूख बनाए हुए हैं। मंगलवार को राजस्थान विधानसभा में भी फोन टैपिंग के मामले में वबाल मचा रहा। दरअसल, बीजेपी की ओर से विधायक राजेंद्र राठौड़ और कालीचरण सराफ ने फोन टैपिंग का स्थगन प्रस्ताव लगाया था। इसे मामले को लेकर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने सदन में आवाज उठाई।

उन्होंने स्पीकर से रूबरू होते हुए कहा कि फोन टैपिंग का मामला इसलिए गंभीर है, योंकि पिछले साल मुख्य सचेतक ने इसी मामले को लेकर एफआईआर दर्ज कराई थी। उन्होंने कहा कि इस एफआईआर के चलते ही कुछ लोगों के विरुद्ध गिरफ्तारी का काम भी किया गया। लिहाजा आपसे हमारी मांग है कि सदन में इसे लेकर स्थगन प्रस्ताव लाया जाए। वहीं सरकार और गृह विभाग भी यह बताए कि उन्होंने किस रेफरेंस में एफआईआर करवाई थी।

सीएम गहलोत के इस्तीफे की मांग

इस मामले में स्पीकर सीपी जोशी ने जवाब दिया। इसके बाद सदन में बीजेपी का हंगामा हो गया, लेकिन बीजेपी विधायक चुप नहीं हुए। इसके बाद स्पीकर ने आधा घंटे के लिए सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया। आधा घंटे बाद सदन की कार्यवाही फिर शुरू हुई, तो भाजपा विधायकों फिर हंगामा करते हुए वैल में आ गए और मुख्य मंत्री अशोक गहलोत का इस्तीफा मांगा व नारेबाजी करते रहे।

बीजेपी ने जारी रखा सदन में हंगामा

बीजेपी की ओर से हंगामा होने के बाद भी हालांकि सदन की कार्यवाही चलती रही। संयम लोढ़ा, जाहिदा खान, हीराराम और गणेश घोघरा सहित कई विधायकों ने अपनी बात रखी। इस दौरान उच्च शिक्षा की अनुदान मांगों पर चर्चा का प्रस्ताव भी नारेबाजी के बीच रखा गया। शोरगुल के बीच ही स्पीकर ने बीजेपी विधायकों से पूछा कि या वे अनुदान मांगों पर चर्चा में भाग लेना चाहते हैं। लेकिन बीजेपी की ओर से हंगामा जारी रहा। साथ ही मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग पर अड़े रहे। इसके बाद सदन की कार्यवाही आधा घंटे के लिए स्थगित कर दी गई।

क्या है फोन टैपिंग मामला

दरअसल, सचिन पायलट की बगावत के बाद इस मुद्दे पर अगस्त 2020 में विधानसभा सत्र में सवाल पूछे गए थे। इस दौरान पूर्व शिक्षा मंत्री कालीचरण सराफ ने यह सवाल पूछा था कि या यह सच है कि पिछले दिनों फोन टैपिंग के मामले सामने आए हैं, अगर हां तो किस कानून के तहत और किसके आदेश पर ये कार्रवाई की गई थी? पूरी जानकारी सदन के पटल पर रखी जाए? इसी के जवाब में सरकार ने बीते दिन फोन टैपिंग की बात को स्वीकार किया था।

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