Delhi Eye Flu Cases: आई फ्लू का बढ़ने लगा प्रकोप, लाल और गुलाबी हो रहीं लोगों की आंखें, बरतें यह सावधानियाँ
Delhi Eye Flu Cases News: आई फ्लू अब तेजी से फैल रहा है जिसके कारण लोगों की आंखों का रंग लाल और गुलाबी होने लगा है। आंखों के संक्रमण या कंजंक्टिवाइटिस से लोग ग्रसित हो रहे हैं।
Eye Flu Cases In Delhi News In Hindi: आई फ्लू अब तेजी से फैल रहा है जिसके कारण लोगों की आंखों का रंग लाल और गुलाबी होने लगा है। आंखों के संक्रमण या कंजंक्टिवाइटिस से लोग ग्रसित हो रहे हैं। ऐसे में यदि आपकी आंख भी गुलाबी अथवा लाल हो गई तो आपको तुरंत आंखें के डॉक्टर से सलाह लेकर इलाज कराने की जरूरत है। अस्पताल में प्रतिदिन 4 से 5 मामले कंजंक्टिवाइटिस वायरस यानी आई फ्लू के भी देखने को मिल रहे हैं।
Eye Flu Cases in Delhi: दिल्ली में बढ़ी आई फ्लू की बीमारी
दिल्ली में इस बार भारी बारिश और बाढ़ के कारण जलजमाव की स्थिति काफी ज्यादा देखने को मिली। ऐसे में इस बार दिल्ली में मानसून के मौसम में डेंगू के अलावा आंखों के संक्रमण या कंजंक्टिवाइटिस के मामलों में भी अचानक वृद्धि हुई है। यहां अलग-अलग अस्पतालों में पदस्थ चिकित्सकों को मुताबिक पिछले एक सप्ताह से इस तरह के मामलों में अचानक उछाल देखने को मिल रहा है। वहीं दिल्ली के कई इलाकों में बाढ़ का पानी भरा हुआ है। ऐसे में दिल्ली में डेंगू के मामले भी बढ़ रहे हैं। एमसीडी की टीम लगातार दौरा कर रही है। चिकित्सकों का कहना है कि यदि आंखों के रंग में परिवर्तन आ रहा है तो ऐसे में तुरंत परामर्श लें।
Eye Flu Symptom: आई फ्लू के यह हैं लक्षण
चिकित्सकों के मुताबिक इस समय पिंक आई के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। लोगों को आई फ्लू की शिकायत हो रही है। इसके लक्षणों में आंखें लाल रहना, आंखों में सूजन, किरकिराहट महसूस होना, पानी आना, हल्का पीला डिस्चार्ज होना और सिरदर्द आदि शामिल हैं। ऐसी स्थिति में किसी भी तरह का आई ड्रॉप इस्तेमाल करने से पहले चिकित्सकों की सलाह अवश्य लें। अन्यथा आंखों को नुकसान पहुंच सकता है।
Conjunctivitis Kya Hai: कंजंक्टिवाइटिस क्या है?
चिकित्सकों के मुताबिक आंख का सफेद हिस्सा और पलकों की सतह कंजंक्टिवा नाम की एक पतली झिल्ली से ढकी होती है। इसी झिल्ली में यदि सूजन आ जाए या यह लाल पड़ जाए तो उसे कंजंक्टिवाइटिस कहते हैं। मानसून में वायरस, बैक्टीरिया, क्लैमाइडिया की वजह से संक्रमण होने का खतरा बना रहता है। इसके लिए तुरंत चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए। यदि आप किसी वजह से डॉक्टर के पास नहीं जा पा रहे हैं तो आइस पैक लगा सकते हैं। इसके अलावा क्लोरैम्फेनिकॉल जैसे आई ड्रॉप का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। किंतु ज्यादा बेहतर यही रहेगा कि आए एक बार चिकित्सकीय परामर्श अवश्य लें।
Eye Flu Patient Caution: आई फ्लू के मरीज यह बरतें सावधानियां
चिकित्सकों का कहना है कि मानसून में ह्यूमिडिटी की वजह से ज्यादा पसीना आने के कारण लोग अपनी आंखों को बार-बार छूते हैं। यही वजह है कि संक्रमण तेजी से फैलता है। इसे ठीक होने में पांच से सात दिन का समय लग जाता है। इसमें इलाज से अधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है। किसी भी कंजंक्टिवाइटिस से पीड़ित मरीज यदि लगातार अपनी आंखों को गर्म कपड़े से सेंके और साफ पानी से आंख साफ करता रहे तो आसानी से बिना दवा खाए भी ठीक हो सकता है। चिकित्सकों के मुताबिक यह संक्रमण काफी तेजी से फैलता है, ऐसे में मरीजों को काला चश्मा पहनना चाहिए। जिससे अन्य लोगों तक इसका संक्रमण न फैल सके।
ऐसे रखें आंखों का ख्याल
आंखों का ख्याल आप इस तरह रख सकते हैं। आंखों को ठंडे पानी से साफ करें। तौलिये और नैपकिन शेयर करने से बचें। गंदे हाथों से आंखों को न छुएं। कंजंक्टिवाइटिस पीड़ित मरीजों से दूरी बनाकर रखें। भीड़भाड़ वाली जगह पर जाने से बचें। आई फ्लू से पीड़ित मरीज आंखों पर काला चश्मा लगाएं। धूल, केमिकल और तेज धूप से बचाव करें। स्वीमिंग से बचें। यदि आपने घर में किसी कंजंक्टिवाइटिस से पीड़ित की मदद की है तो उसके बाद तुरंत हाथ साफ करें।