निजीकरण के खिलाफ 10 लाख से अधिक बैंक कर्मचारी हड़ताल पर
नई दिल्ली। देश भर के लगभग 10 लाख बैंक कर्मचारी निजीकरण के खिलाफ दो दिवसीय हड़ताल पर हैं। अब आप दो दिनों तक बैंक का कोई भी काम नहीं कर पाएंगे। सरकारी बैंकों को प्राइवेट क्षेत्र को सौंपने के सरकार के फैसले के खिलाफ पब्लिक सेक्टर के बैंक कर्मचारी आज से 2 दिन की राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर रहेंगेण् वहीं दूसरी और तेल और रसोई गैस की बढ़ती कीमतों के खिलाफ किसान और मजदूर संगठन भी सड़कों पर उतरेंगेए किसान आज कॉर्पोरेट विरोध दिवस मनाएंगे।
नई दिल्ली। देश भर के लगभग 10 लाख बैंक कर्मचारी निजीकरण के खिलाफ दो दिवसीय हड़ताल पर हैं। अब आप दो दिनों तक बैंक का कोई भी काम नहीं कर पाएंगे। सरकारी बैंकों को प्राइवेट क्षेत्र को सौंपने के सरकार के फैसले के खिलाफ पब्लिक सेक्टर के बैंक कर्मचारी आज से 2 दिन की राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर रहेंगेण् वहीं दूसरी और तेल और रसोई गैस की बढ़ती कीमतों के खिलाफ किसान और मजदूर संगठन भी सड़कों पर उतरेंगेए किसान आज कॉर्पोरेट विरोध दिवस मनाएंगे।
बैंकों की हड़ताल को लेकर बता दें कि इस बार के बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ऐलान किया था कि इस साल सरकार 2 सरकारी बैंकों और एक इंश्योरेंस कंपनी का निजीकरण होगा सरकार के इस फैसले के खिलाफ 9 सरकारी बैंकों की यूनियन, यूनाइडेट फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स ने आज सोमवार और कल मंगलवार को हड़ताल का एलान किया है।
इस हड़ताल की वजह से बैंकों के 10 लाख कर्मचारी 2 दिन काम पर नहीं आएंगे, जिससे बैंकों का काम प्रभावित होने की आशंका है, पिछले 4 सालों में 14 सार्वजनिक बैंकों का मर्जर किया है, अभी देश में 12 सरकारी बैंक हैं, उसके बाद इनकी संख्या घटकर 10 रह जाएगी, 2 बैंकों का निजीकरण वित्तीय वर्ष 2021.22 में किया जाएगा।