Bihar से होते हुए MP पहुंचा White Fungus, इस जिले के मरीजों में दिखे लक्षण
Bihar से होते हुए MP पहुंचा White Fungus, इस जिले के मरीजों में दिखे लक्षण ..भोपाल। पहले कोरोना फिर ब्लैक फंगस (Black fungus) और अब इसके साथ व्हाइट फंगस इन्फेक्शन (White Fungus infection) धीरे-धीरे कर कई राज्यों में फैलता जा रहा है. बता दे की हाल ही में बिहार (Bihar) के पटना (Patna) जिले में व्हाइट फंगस इन्फेक्शन के 4 मरीज मिले थे.
Bihar से होते हुए MP पहुंचा White Fungus, इस जिले के मरीजों में दिखे लक्षण
भोपाल। पहले कोरोना फिर ब्लैक फंगस (Black fungus) और अब इसके साथ व्हाइट फंगस इन्फेक्शन (White Fungus infection) धीरे-धीरे कर कई राज्यों में फैलता जा रहा है. बता दे की हाल ही में बिहार (Bihar) के पटना (Patna) जिले में व्हाइट फंगस इन्फेक्शन के 4 मरीज मिले थे.
हालांकि सभी को जल्द ठीक कर लिया गया. लेकिन ये मरीजों के फेफड़े को प्रभावित कर चूका था. बता दे की देश के कई राज्यों के साथ ही भोपाल में भी इस बीमारी के मरीज सामने आने लगे हैं। व्हाइट फंगस इन्फेक्शन को लेकर शहर के कई अस्पतालों में मरीज डायग्नोस किए गए हैं। इसके अलावा जिन मरीजों में ब्लैक फंगस इन्फेक्शन मिला है, उनमें इस व्हाइट फंगस के मिलने के चांसेस ज्यादा बताए जा रहे हैं।
अभी तक मप्र सरकार ने ब्लैक फंगस इन्फेक्शन को महामारी नहीं माना है, जबकि हरियाणा राज्य में इसे महामारी घोषित किया जा चुका है। व्हाइट फंगस के लक्षण: ब्लैक फंगस इन्फेक्शन की तरह व्हाइट फंगस भी फेफड़ों के संक्रमण का मुख्य कारण है और फेफड़ों के अलावा, स्किन, नाखून, मुंह के अंदरूनी भाग, अमाशय और आंत, किडनी, गुप्तांग और ब्रेन आदि को भी संक्रमित करता है।
इसमें नाक पर सूजन, चेहरे पर सूजन आना आम बात है। राहत की बात, यह तेजी से नहीं फैलता: व्हाइट फंगस इन्फेक्शन के बारे में बात करते हुए शहर के प्रसिद्ध ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. एसपी दुबे ने बताया कि व्हाइट फंगस इन्फेक्शन ज्यादा खतरनाक नहीं है। यह सिर्फ नाक तक सीमित रहता है। इससे ज्यादा डरने की जरूरत नहीं है। यह ब्लैक फंगस की तरह नाक से आँख और ब्रेन में नहीं फैलता। इसके साथ ही व्हाइट फंगस इन्फेक्शन का इलाज इतना महंगा नहीं है, जितना ब्लैक फंगल का। इसलिए मेरी लोगों से अपील है कि इससे डरें नहीं।
हमीदिया और अन्य अस्पताल में आए मरीज
व्हाइट फंगल इन्फेक्शन के केस ज्यादातर हमीदिया अस्पताल में सामने आ रहे हैं। यहां के ईएनटी स्पेशलिस्ट डॉ. यशवीर ने बताया कि उन मरीजों में व्हाइट फंगल देखने को मिला है, जो ब्लैक फंगल से ग्रसित हैं। इसके अलावा कुछ ऐसे मरीज भी हैं जो सिर्फ व्हाइट फंगल से पीडि़त हैं, क्युकी व्हाइट फंगल का इलाज आसान है, इसलिए मरीजों को ज्यादा डरने की जरूरत नहीं है। यह एक तरह की सामान्य सायनस जैसी बीमारी ही है, जो कोविड के कारण डायग्नोस हो रही है।