MP World Heritage Site: एमपी में चौथा वर्ल्ड हेरिटेज साइट बनेगा रामराजा की नगरी ओरछा, केन्द्र सरकार को भेजा प्रपोजल
MP News: मध्यप्रदेश में रामराजा की नगरी कही जाने वाली ओरछा चौथा वर्ल्ड हेरिटेज साइट बनने जा रहा है जिसके लिए प्रपोजल केन्द्र सरकार को भेज दिया गया है।
MP World Heritage Site: मध्यप्रदेश में रामराजा की नगरी कही जाने वाली ओरछा चौथा वर्ल्ड हेरिटेज साइट बनने जा रहा है जिसके लिए प्रपोजल केन्द्र सरकार को भेज दिया गया है। एक वर्ष के अंदर मांडू इसके बाद भेड़ाघाट और सतपुड़ा टाइगर रिजर्व (एसटीआर) का प्रपोजल भी भेजा जाएगा। अभी ओरछा यूनेस्को की टेंटेटिव लिस्ट में शामिल है। जिसे परमानेंट लिस्ट में शामिल करने के लिए डॉजियर और डॉक्यूमेंटेशन का कार्य पूरा हो गया है।
टेंटेटिव लिस्ट में एमपी की दस साइट्स
टेंटेटिव लिस्ट में शामिल होने के बाद इनके परमानेंट लिस्ट में आने के रास्ते खुल जाते हैं। मध्यप्रदेश की ऐसी दस साइट्स हैं जिनको टेंटेटिव लिस्ट में शामिल किया गया है। जिसमें रॉक आर्ट चंबल गांव मंदसौर, भोजपुर मंदिर, बांधवगढ़ नेशनल पार्क, ग्वालियर किला, बुरहानपुर का खूनी भंडारा आदि हैं। अभी एमपी की तीन साइट्स वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स हैं जिनमें खजुराहो, सांची के स्तूप और भीमबेटका शामिल हें।
ऐसे खुलते हैं परमानेंट होने के रास्ते
इस संबंध में पर्यटन, संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव और एमपी टूरिज्म बोर्ड के प्रबंध संचालक शिवशेखर शुक्ला के मुताबिक टेंटेटिव में शामिल होने के बाद वर्ल्ड हेरिटेज साइट बनने के रास्ते खुल जाते हैं। जिसमें ओरछा, जबलपुर का भेड़ाघाट, मांडू और सतपुड़ा टाइगर रिजर्व शामिल है। इसके बाद ही साइट्स परमानेंट लिस्ट में शामिल होती हैं। उन्होंने बताया कि मांडू और ओरछा वर्षों से इस लिस्ट में थे। उनको परमानेंट लिस्ट में डालने के लिए डॉजियर और डॉक्यूमेंट का काम हाथों में लिया गया है जिसका कार्य अब अंतिम चरण की ओर है। एक वर्ष में यह प्रक्रिया पूरी होने की संभावना है।
एक वर्ष में एक ही साइट की जाती है परमानेंट
बताया गया है कि एक वर्ष में देश की एक ही साइट को परमानेंट की कैटेगरी में शामिल किया जाता है। हर वर्ष विभिन्न स्टेज से 8 से 10 प्रोजेक्ट सबमिट होते हैं। जिनमें से एक को केन्द्र सरकार द्वारा फाइनल किया जाता है। जिसका नाम यूनेस्को भेजा जाता है। पर्यटन, संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव शिवशेखर शुक्ला के मुताबिक उन्होंने अपना काम पूरा कर दिया है। अब यह प्रोजेक्ट कब परमानेंट कैटेगरी में शामिल होगा यह उन्हें जानकारी नहीं है।
वर्ल्ड हेरिटेज साइट बनने के फायदे
वर्ल्ड हेरिटेज साइट बन जाने के कई फायदे हैं। इसका टैग लगने के बाद टूरिज्म बढ़ता है इसके साथ ही लोकल कम्युनिटी को फायदा मिलता है। शहर अथवा वहां रहने वालों के लिए आर्थिक रास्ते भी खुल जाते हैं। देश-दुनिया में वर्ल्ड हेरिटेज साइट बनने के बाद वह पहचाना जाता है। दुनिया भर के लोग यहां का दीदार करने के लिए पहुंचते हैं जिससे वहां के लोगों को रोजगार के अवसर मुहैया होते हैं।