MP Weather Update / गर्मी से हाल बे-हाल, बंगाल की खाड़ी में बन रहे नए सिस्टम से एमपी में 20 जुलाई के तेज बारिश की संभावना

MP Weather Update / एमपी में मानसून (Mansoon in MP) को आए एक माह हो गया है. लेकिन कई ऐसे इलाके हैं जहां बारिश नाम मात्र की हुई है, तो कई ऐसे भी क्षेत्र हैं जहां सामान्य से अधिक वर्षा हुई है. पूरे प्रदेश में एक जैसी बारिश न होने की मुख्य वजह विंड पैटर्न का

Update: 2021-07-16 17:14 GMT

MP Weather Update / एमपी में मानसून (Mansoon in MP) को आए एक माह हो गया है. लेकिन कई ऐसे इलाके हैं जहां बारिश नाम मात्र की हुई है, तो कई ऐसे भी क्षेत्र हैं जहां सामान्य से अधिक वर्षा हुई है. पूरे प्रदेश में एक जैसी बारिश न होने की मुख्य वजह विंड पैटर्न का सपोर्ट नहीं करना, लो प्रेशर एरिया ठीक से नहीं बन पाना है. जो सिस्टम बने, उनका जल्दी से वीक होना, या फिर उनका मूवमेंट ठीक नहीं होना भी इसकी बड़ी वजह है. इस वजह से ही जनता का गर्मी से हाल बे-हाल हो चुका है. 

बारिश से कभी पूर्वी तो कभी पश्चिमी मध्यप्रदेश भींगता रहा लेकिन ऐसी बारिश नहीं हुई जो पूरे प्रदेश को भीगा सके. राज्य के 8 जिलों में सामान्य से अधिक बारिश हुई और 8 ऐसे भी जिले हैं जहां 50 फीसद से कम बारिश हुई है. हालात ये हैं कि ग्वालियर-चम्बल के साथ साथ मालवा-निमाड़ भी बारिश की बूंदों के लिए तरस रहा है. 

20 जुलाई के बाद अच्छी बारिश की संभावना 

मौसम विशेषज्ञ के अनुसार अभी फिलहाल कोई ऐसा स्ट्रांग सिस्टम एक्टिव नहीं है, जो मनचाही बारिश करा सके. जो सिस्टम बने थें वे भी कमजोर हो चुके हैं. गुजरात और राजस्थान तरफ अभी मानसून थोड़ा एक्टिव है. इसी से मालवा-निमाड़ में हल्की बारिश होती रहेगी. हालांकि टुकड़ों-टुकड़ों में ही पानी गिरेगा. लोकल वेदर से ही हल्की बारिश होती रहेगी. विशेषज्ञ के अनुसार 20 जुलाई के बाद एमपी में अच्छी और तेज बारिश होने की संभावना है. इसकी वजह है बंगाल की खाड़ी में बन रहा एक नया सिस्टम. 

अगले 24 घंटे में कैसा रहेगा एमपी में बारिश का हाल

मौसम विभाग ने भोपाल, शहडोल, होशंगाबाद, जबलपुर, उज्जैन संभाग के ज्यादातर जिलों में बिजली गिरने की चेतावनी जारी की है.

इंदौर, खंडवा, खरगोन, धार, सागर, छतरपुर और टीकमगढ़ में भी बिजली गिरने की संभावना है.

इसके अलावा जबलपुर, शहडोल, सागर, रीवा, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल और हाेशंगाबाद संभाग में कुछ जिलों में गरज चमक के साथ बौछारें पड़ने की भी संभावना जताई गई है.

जुलाई का आधा महीना बीत चुका है. अब कोटा पूरा करने के लिए अगस्त से ही उम्मीद है. हांलाकि अगर 10 दिन भी अच्छी बारिश हो गई तो कोटा पूरा हो सकता है. एमपी में जुलाई और अगस्त में ही अच्छी बारिश होती है. 

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