इंदौर। कोरोना से जूझ रहे इंदौर में शनिवार को प्रदेश सरकार ने बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया। 2009 बैच के आईएएस प्रमोटी मनीष सिंह को इंदौर कलेक्टर बनाया गया। वहीं, डीआइजी हरिनारायणाचारी मिश्र को फिर से इंदौर शहर की कमान सौंपी गई है। वर्तमान कलेक्टर लोकेश कुमार जाटव को मंत्रालय में सचिव बनाया गया है।
सिंह इसके पहले इंदौर निगमायुक्त भी रह चुके हैं और उनके कार्यकाल में इंदौर सबसे पहले स्वच्छता में नंबर वन बना था। सत्ता परिवर्तन होते ही पुलिस विभाग में भी अधिकारियों के तबादले शुरू हो गए हैं।
शनिवार को राज्य शासन के गृह-विभाग से जारी आदेश के अनुसार, इंदौर में माफिया अभियान को लीड करने वाली डीआइजी रुचि वर्धन मिश्र का भी तबादला कर दिया गया। उन्हें भोपाल पुलिस मुख्यालय भेजा है। वहीं, उनके स्थान पर खरगोन के डीआइजी हरिनारायणाचारी मिश्र को इंदौर भेजा गया है।
मिश्र ने इंदौर में सबसे पहले गुंडों के मकान तोड़ने की कार्रवाई कर एक अलग पहचान बनाई थी। बता दें कि इंदौर राज्य के बाकी शहरों के मुकाबले सबसे अधिक कोरोना वायरस की चपेट में है। ऐसे में दोनों नए अधिकारियों पर पहली जिम्मेदारी इस महामारी से निपटने की होगी।
कोरोना का संक्रमण शहर में रोकना सभी के लिए चुनौती है। जनभागीदारी और जनप्रतिनिधियों के सहयोग से हम कोरोना को हरा देंगे। जिन इलाकों में संक्रमण पाया जा रहा है, वहां के लिए पुख्ता कार्ययोजना बनाएंगे। -मनीष सिंह, कलेक्टर
वैश्विक बीमारी कोरोना (कोविड-19) से निपटना बड़ी चुनौती है। कोरोना खत्म करना ही मुख्य उद्देश्य है। बाद फरार माफिया की गिरफ्तारी पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। - हरिनारायण चारी मिश्रा, डीआईजी
Copyright @2025
Powered by Blink CMS