Earthquake in MP: एमपी में कई जिलों में भूकंप के झटके, 3.0 दर्ज की गई तीव्रता

Earthquake in MP: मध्यप्रदेश के कई जिलों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। यह झटके रविवार दोपहर 12 बजे के बाद लगे। मौसम विभाग द्वारा भी इसकी पुष्टि की गई है।

Update: 2023-02-19 11:15 GMT

Earthquake in MP: मध्यप्रदेश के कई जिलों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। यह झटके रविवार दोपहर 12 बजे के बाद लगे। मौसम विभाग द्वारा भी इसकी पुष्टि की गई है। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.0 दर्ज की गई। जिसका हाइपोसेंटर 10 किलोमीटर गहराई पर था। मौसम विभाग के अनुसार दोपहर तकरीबन 12.54 बजे एमपी में भूकंप के झटके महसूस हुए। जिसमें धार, बड़वानी, अलीराजपुर, खरगोन, झाबुआ, इंदौर शामिल हैं।

भूकंप क्या है?

धरती के अंदर प्लेटों का टकराना भूकंप आने की मुख्य वजह माना जाता है। धरती के अंदर सात प्लेट्स रहती हैं जो लगातार घूमने का कार्य करती है। यह प्लेटें जब आपस में किसी जगह पर टकरा जाती हैं तो वहां फाल्ट लाइन जोन बन जाता है। जिसके कारण सतह के कोने मुड़ जाते हैं। कोने मुड़ने के कारण वहां पर ज्यादा दबाव बन जाता है जिससे प्लेट्स टूटने लगती हैं। प्लेट्स के टूटने के कारण अंदर की एनर्जी बाहर आने के लिए रास्ता खोजती है। जिसके कारण धरती में कंपन होता है जिसको ही भूकंप कहा जाता है।

हर वर्ष 20 हजार आते हैं भूकंप

नेशनल अर्थक्वेक इंफर्मेशन सेंटर द्वारा भूकंप रिकार्ड करने का कार्य किया जाता है। बताया गया है कि हर वर्ष तकरीबन दुनिया भर में 20 हजार भूकंप आते हैं। जिसमें से 100 ऐसे रहते हैं जिनसे ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचता है। यह मात्र कुछ सेकेंड के लिए ही रहते हैं और इनकी तीव्रता भी काफी कम रहती है। अब तक के इतिहास की बात की जाए तो वर्ष 2004 में हिंद महासागर में सबसे ज्यादा देर तक रहने वाला भूकंप आया था, जो 10 मिनट तक रहा।

कितनी तीव्रता के भूकम्प से कितना नुकसान

अब आप यह जान लीजिए कि कितनी तीव्रता वाला भूकंप कितना नुकसान पहुंचा सकता है। रिक्टर स्केल पर यदि भूकंप की तीव्रता 0 से 1.9 है तो यह केवल सीज्मोग्राफ से ही पता चलेगा। 2 से 2.9 तीव्रता होने पर हल्के झटके महसूस होंगे। 3 से 3.9 तीव्रता पर कोई ट्रक नजदीक से गुजर जाए ऐसा असर दिखेगा। 4 से 4.9 तीव्रता पर मकानों की खिड़कियों को नुकसान पहुंच सकता है इसके साथ ही दीवारों पर टंगाए गए फ्रेम गिर सकते हैं। 5.59 की तीव्रता वाले भूकंप से घरों के अंदर फर्नीचर हिल सकते हैं, मकानों में दरारें भी आ सकती हैं। 6 से 6.9 तीव्रता पर कच्चे घर धराशायी होने के साथ ही इमारतों की नींव दरक सकती है। 7 से 7.9 तीव्रता पर इमारतें-मकान जमीदोज हो जाते हैं। जिससे काफी नुकसान पहुंचता है। 8 से 8.9 तीव्रता होने पर इमारत समेत बड़े पुल भी ध्वस्त हो जाते हैं। रिक्टर स्केल पर 9 और उससे ज्यादा भूकंप की तीव्रता होने पर बड़ी तबाही आ सकती है। कोई यदि मैदान में खड़ा होगा तो उसे धरती लहराते हुए दिखेगी।

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