गलत समय पर पी रहे पानी तो बन जाएगा जहर, जानिए कैसे?

CHANAKYA NITI: आचार्य चाणक्य कई विधाओं के ज्ञाता थे। एक ओर जहां उनकी राजनीति में पकड़ थी तो वही उन्हें अर्थशास्त्र का रचयिता भी कहा गया है।

Update: 2022-02-17 05:49 GMT

CHANAKYA NITI: आचार्य चाणक्य कई विधाओं के ज्ञाता थे। एक ओर जहां उनकी राजनीति में पकड़ थी तो वही उन्हें अर्थशास्त्र का रचयिता भी कहा गया है। आचार्य चाणक्य आयुर्वेद के बारे में भी बहुत कुछ जानते थे। उनका कहना था कि पानी का पीना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है लेकिन यही पानी अगर गलत समय पर किया जाए तो वह जहर की तरह कार्य करता है। आज हम आचार्य चाणक्य के बताए अनुसार पानी पीने के सही तरीके के बारे में जानकारी हासिल करेंगे।

जल ही जीवन है

  1. आपने अक्सर कई जगह यह लेख पाया होगा कि जल ही जीवन है। हम भी यह मानते हैं व्यक्ति को जीवित रहने के लिए हवा के बाद सबसे   आवश्यक पानी होता है। शरीर में एक तिहाई भाग पानी है। ऐसे में पानी शरीर के लिए कितना आवश्यक हो जाता है इसके लिए ज्यादा बताने   की आवश्यकता नहीं है।
  2. आचार्य चाणक्य पानी के संबंध में कहा है कि अगर इसे सुबह उठते ही ग्रहण किया जाए तो स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है।
  3. आचार्य का कहना है कि हमें भोजन के 1 घंटे बाद पानी पीना चाहिए।
  4. भोजन करते समय बार-बार पानी नहीं पीना चाहिए। अन्यथा वह व्यक्ति को बीमार कर देता है। पेट संबंधी कई तरह की बीमारियां उत्पन्न होती   हैं।
  5. आचार्य बताते हैं कि भोजन पचने के बाद अगर जल ग्रहण किया गया तो वह अमृत के समान हो जाता है।
  6. व्यक्ति को प्रतिदिन कम से कम 5 लीटर पानी अवश्य पीना चाहिए।
  7. ज्यादा पानी पीने से कई तरह की बीमारी हमारे शरीर से दूर रहती है।

नोट-ः उक्त समाचार में दी गई जानकारी सूचना मात्र है। रीवा रियासत समाचार इसकी पुष्टि नहीं करता है। दी गई जानकारी प्रचलित मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। 

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