धान रिजेक्ट करते ही किसान को लगा सदमा, हो गई मौत, धान खरीदी में कर्मचारियों की मनमानी

धान की खरीदी उन कर्मचारियों के लिए दुधारू गाय साबित हो रही हैं। जिनकी ड्यिूटी खरीदी केन्द्र में लगी हुई है। किसानो ंकी धान को रिजेक्ट बताकर

Update: 2021-02-16 06:40 GMT

धान रिजेक्ट करते ही किसान को लगा सदमा, हो गई मौत, धान खरीदी में कर्मचारियों की मनमानी

राजनांदगांव। वर्तमान समय पर चल रही धान की खरीदी उन कर्मचारियों के लिए दुधारू गाय साबित हो रही हैं। जिनकी ड्यिूटी खरीदी केन्द्र में लगी हुई है। किसानो ंकी धान को रिजेक्ट बताकर पहले उन्हे परेशान करते हैं और बाद में पैसे का लेनदेन कर उसे पास कर देते हैं। वही जो किसान पैसा नहीं दे पाता है उसके धान की खरीदी नही की जाती है। चाहे वह किसान क्यांे न मर जाये।

ऐसा ही एक मामला मंगलवार को घुमका खरीदी केन्द्र में आया है। जहां धान बेचने पहुंचे गिधवा निवासी किसान करण साहू को तब हार्ट अटैक आ गया और उनकी मौत हो गई जब उनकी 43 बोरी धान को खरीदी कर्मचारी ने रिजेक्ट कर दिया। खरीदी प्रभारी का कहना था कि धान खराब हैं। इस मामले मे राजनांदगांव कलेक्टर ने जांच के आदेश दिए हैं।

पत्नी ने बताया पैसे मांग रहा थे खरीदी कर्मी

मामले की जानकारी होते ही कलेक्टर नंे प्रशासनिक टीम को मौके पर रवाना कर दिया। खरीदी केन्द्र पहुंचे एसडीएम व तहसीलदार ने मृतक की पत्नी से बात कर उनके बयान दर्ज कर लिए हैं। पत्नी ने जानकारी देते हुए बताया कि करण साहू धान बेचने आये थे। यहां कि प्रभारी ने धान पसा करने के एवज में 500 रूपये की मांग कर रहा था।

पैसे थे नही वह मात्र 300 रूपये दिय लेकिन वह पैसे के लिए अडा रहा और धान रिजेक्ट कर दिया। पत्नी ने बताया कि पैसे के लिए करण साहू ने अपने बेटे को घर भेजा था। लेकन बेटे के वापस खरीदी केन्द्र पहुंचने के पहले ही करण साहू ने दम तोड़ दिया।

दिल का दौरा पड़ने से हुई मौत

घर से पैसा लेकर जब करण साहू का बेटा जब वापस धान खरीदी केन्द्र पहुंचा तो पता चला कि उसके पिता की तबियत खराब हो जाने से उसे स्वास्थ्य केन्द्र ले जाया गया है। बेटा भागते हुए स्वास्थ्य केन्द्र पहुचा तब तक बहुत देर हो चुकी थी। डाक्टरों ने करण साहू को दिल का दौरा पड़ने से मौत हो जाने की जानकारी पत्नी का आरोप है कि धान नहीं खरीदने और रुपये मांगे जाने के चलते सदमे से उनके पति की मौत हुई है।

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