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रीवा: पहले वेंकट भवन के सौन्दर्यीकरण के नाम पर बड़े पेड़ों को काट डाला, अब वृक्षारोपण की बात कर रहा प्रशासन

रीवा: पहले वेंकट भवन के सौन्दर्यीकरण के नाम पर बड़े पेड़ों को काट डाला, अब वृक्षारोपण की बात कर रहा प्रशासन
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Rewa: ऐतिहासिक वेंकट भवन के पेड़ों को तने से काटने वाला रीवा प्रशासन अब यहां वृक्षारोपण करने की बात कह रहा

Rewa: मध्य प्रदेश के रीवा जिले में मौजूद ऐतिहासिक वेंकट भवन की बदहाली को देखते हुए रीवा प्रशासन ने इसके सौन्दर्यीकरण की योजना बनाई, और सबसे पहले रेनोवेशन के नाम पर परिसर में दशकों से खड़े बड़े-बड़े पेड़ों को बीच तने से कटवा दिया। पेड़ कटवाने के दूसरे दिन रीवा प्रशासन वेंकट भवन के रेनोवेशन के लिए यहां वृक्षारोपण करने की बात कहने लगा. पहले पेड़ कटवाए और बाद में पौधे रोपने की बात करने लगे.

प्रशासन ने वृक्षारोपण करने की बात कही जो काबिल ए तारीफ है लेकिन इसके पहले जो बड़े-बड़े दरख़्त कटवा दिए उसके लिए तो आलोचना होना तारीफ करने से ज़्यादा जरूरी है. पेड़ों को कटवा कर बाद में वृक्षारोपण करना वैसा ही है जैसे किसी गरीब की दुकान तोड़कर उसे ठेला थमा देना।

रीवा प्रशासन ने वेंकट भवन के पेड़ों को कटवा दिया

19 सितम्बर को रीवा के कलेक्टर मनोज पुष्प (Manoj Pushp) और रीवा नगर निगम के कमिश्नर मृणाल मीणा (Mrinal Meena) दोनों IAS अफसर गए थे वेंकट भवन का निरीक्षण करने के लिए. वहां गए तो वेंकट भवन की दुर्दशा को देखा। दुर्दशा हुई भी तो प्रशासन की उदासीनता के कारण। तो अधिकारी लोगों ने वेंकट भवन को रेनोवेट करने की योजना बनाई। लेकिन वेंकट भवन के सौन्दर्यीकरण की शुरुआत ऐसी चीज़ से हुई कि जिसने देखा उसका माथा ठनक गया. रीवा एडमिनिस्ट्रेशन ने रेनोवेशन के नाम पर वेंकट भवन परिसर में लगे पेड़ों को बीच तने से कटवा दिया।

पेड़ काटने के बाद वृक्षारोपण करने की बात कह रहे

बड़े-बड़े पेड़ काटने के बाद रीवा कलेक्टर के ऑफिशियल ट्वीटर हैंडलर से ट्ववीट हुआ ''वेंकट भवन का निरीक्षण करते हुए कहा कि परिसर में आकर्षक वृक्षारोपण कारकर इसे सुन्दर बनाने का प्रयास किया जाएगा, इसे शहर में स्थित सबसे शांत और सुंदर पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का प्रयास किया जाएगा। पुरातत्व विभाग के सहयोग से भवन की साफ़-सफाई तथा मरम्मत का कार्य किया जाएगा, भवन के सामने स्थित फव्वारे को शीघ्र ही सुधारकर इसके वास्तविक रूप में लाया जाएगा''

रीवा प्रशासन ने वृक्षारोपण की बात तब कही जब RewaRiyasat.com ने पेड़ों की कटाई को लेकर खबर प्रकाशित की, खबर की धार पेड़ों को काटने वाली आरी से ज़्यादा तेज़ थी, वही वाला कटाक्ष पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

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