रीवा

एक झटके में हो गया रीवा के ऐतिहासिक वेंकट भवन का सौन्दर्यीकरण! प्रशासन का कमाल

एक झटके में हो गया रीवा के ऐतिहासिक वेंकट भवन का सौन्दर्यीकरण! प्रशासन का कमाल
x
Venkat Bhavan Rewa: 19 सितम्बर को रीवा के कलेक्टर मनोज पुष्प (Rewa DM Manoj Pushp) और निगमायुक्त (RMC Commissioner Mrinal Meena) वेंटक भवन पहुंचकर इसे संवारने का प्लान बना रहे थे और शाम तक वेंकट भवन का सौन्दर्यीकरण हो गया

Venkat Bhavan Rewa: रीवा राजशाही की भव्यता और इतिहास को प्रदर्शित करने वाले ऐतहासिक वेंकट भवन का सौन्दर्यीकरण एक झटके में हो गया, इधर कलेक्टर और नगर निगम कमिश्नर ने वेंकट भवन को डेवलप करने का प्लान सेट किया उधर शाम होते ही वेंकट भवन खिल उठा, बोले तो कटे हुए विशाल दरख्तों के तने और सड़क में पड़ी हुई पेड़ों के डालियों ने तो पूरे परिसर में चार चांद लगा दिए. ना ज़्यादा खर्चा हुआ ना लेट लतीफी हुई, ऑक्सीजन देने वाले बदसूरत आरोपी पेड़ों को धड़ाधड़ काटकर ऐतिहासिक वेंकट भवन को इतना सुन्दर बना दिया कि, अब तो लगता है कि खटिया बिछाकर वहीं लेटा जाए और बस पेड़ों के कटे हुए तनो को निहारते रहे. 'व्हाट अ ब्यूटीफुल सीन'



तस्वीर नंबर 1. वेंकट भवन की खूबसूरती पर धब्बा हरे भरे पेड़.

तस्वीर नंबर 2. पेड़ों के कटने के बाद रॉयल पैलेस ऑफ़ ब्रिटेन जैसा जगमगाता वेंकट भवन

नोट- सुनों दोस्त ये कटाक्ष है जो इतना तेज भी नहीं काटेगा जितना तेज वेंकट भवन के बेक़सूर पेड़ो को काटा गया है

पहले ये काम करना पड़ेगा

सबसे पहले एक बात मानिये प्लीज़ ... अपनी आंखे बंद करिए और खुद को किसी खूबसूरत प्लेस में इमेजिन करिए। क्या दिखाई दिया? जो भी दिखाई दिया हो, वहां पेड़-पौधे जरूर दिखाई दिए होंगे है ना? क्योंकी इस दुनिया में पेड़ों से खूबसूरत कुछ है ही नहीं भाई. लेकिन रीवा प्रशासन इस बात से ताल्लुख नहीं रखता। हम ऐसा क्यों कह रहे हैं? आओ समझाते हैं

असल में हुआ क्या, 19 सितम्बर को रीवा जिले के कलेक्टर मनोज पुष्प (Manoj Pushp) और रीवा नगर निगम आयुक्त मृणाल मीणा वेंकट भवन के निरीक्षण में गए. वहां गए तो उन्हें वेंकट भवन की बदहाली देखने को मिली जो खुद रीवा प्रशासन और पुरातत्व सर्वेक्षण की ही देन है. अधिकारी लोगों को आईडिया आया कि चलो एक काम किया जाए वेंकट भवन का रेनोवेशन करवा देते हैं बोले तो सौन्दर्यीकरण।

बहार जो खराब फव्वारा है उसको रिपेयर करवा देते हैं, इधर उधर से अतिक्रमण हटवा देते हैं, वेंकट भवन में पोताई हो जाए और यहीं स्कूल के बच्चों के वॉल पेंटिंग करवा दें तो बहुतई बढ़िया काम हो जाए. फिर यहां सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे, नाच-गाना वाले इवेंट हो जाएंगे, जो लोग रीवा के इतिहास और यहां के हिस्टोरिक मॉन्यूमेंट्स के बारे में नहीं जानते वो भी ऐसी खूबसूरत धरोहरों से रूबरू होंगे।

यहां तक सब ठीक था, बहुत बढ़िया प्लान था, वेंकट भवन का सौन्दर्यीकरण मतलब रीवा रियासत के इतिहास की मरती हुई आत्मा को जिंदा कर देने वाला डेवलपमेन्ट प्लान था. लेकिन किसी को पता नहीं था कि प्रशासन सौन्दर्यीकरण की शुरआत वेंकट भवन में लगे विशाल पेड़ों को बीच तने से काट कर करेगा


सौन्दर्यीकरण मतलब पेड़ काटना तो नहीं हो सकता


वेंकट भवन के रेनोवेशन का इधर प्लान सेट हुआ उधर पेड़ों को तने से काटना शुरू कर दिया गया. एक नहीं दो नहीं तीन नहीं बल्कि 5 पेड़ों को एक-एक करके काट दिया गया. कोई झाड़-झंगाड नहीं था, विशालकाय लहलाहते हुए दरख्त थे जो क्लीन एंड ग्रीन रीवा को बनाने में सहयोगी थे. आज के उगे नहीं थे, शायद दशकों से वहीं खड़े होकर कार्बनडाईऑक्साइड और प्रदूषण सोखकर हमें स्वच्छ हवा दे रहे थे. और साहेब आपने उन्हें कटवा दिया।

अब वेंकट भवन की खूबसूरती ताजमहल से ज़्यादा चमकने लगी है, कटे हुए तने इतने लाजवाब लग रहे हैं कि गिरी के जंगल भी इनकी सोंदर्यता के आगे सूख जाएं। प्रशासन ने एक झटके में वेंकट भवन को जर्जर करने वाले दोषियों का खात्मा कर दिया, मिसाल पेश कर दी. धन्य हो रीवा एडमिनिस्ट्रेशन धन्य हो....

ये भी पढ़ें

रीवा रेलवे स्टेशन के अधिकारीयों का जनरल नॉलेज कमाल का है. क्यों? जानने के लिए इधर क्लिक करना पड़ेगा


Next Story