रीवा

रीवा में इंसानियत शर्मसार! बेटी से मिलने जा रहे वृद्ध को दो दिनों तक रौंदते हुए निकलती रहीं गाड़ियां, सिर्फ टूटी-फूटी हड्डियां मिलीं

Aaryan Dwivedi
20 Feb 2021 5:09 PM GMT
रीवा में इंसानियत शर्मसार! बेटी से मिलने जा रहे वृद्ध को दो दिनों तक रौंदते हुए निकलती रहीं गाड़ियां, सिर्फ टूटी-फूटी हड्डियां मिलीं
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Rewa News in Hindi / मध्यप्रदेश के रीवा जिले से इंसानियत को शर्मसार करने वाली खबर आ रही है. खबर भी ऐसी कि पढ़ने वालों के रौंगटे खड़े कर दे. रीवा के चोरहटा-रतहरा बाईपास में रात के अँधेरे में एक वृद्ध को किसी अज्ञात वाहन ने कुचल दिया, इसके बाद उसके ऊपर से दो दिनों तक सैकड़ों वाहन निकलते गए. किसी को भनक भी न लगी कि उनका वाहन किसी इंसान के शव को रौंदते हुए निकल रहा है और जब वृद्ध का शव एक राहगीर ने देखा तो उसे सिर्फ कपडे और कपड़े में दबी टूटी फूटी हड्डिया ही दिखी. राहगीर ने फ़ौरन पुलिस को घटना के सम्बन्ध में जानकारी दी. 

Rewa News in Hindi / मध्यप्रदेश के रीवा जिले से इंसानियत को शर्मसार करने वाली खबर आ रही है. खबर भी ऐसी कि पढ़ने वालों के रौंगटे खड़े कर दे. रीवा के चोरहटा-रतहरा बाईपास में रात के अँधेरे में एक वृद्ध को किसी अज्ञात वाहन ने कुचल दिया, इसके बाद उसके ऊपर से दो दिनों तक सैकड़ों वाहन निकलते गए. किसी को भनक भी न लगी कि उनका वाहन किसी इंसान के शव को रौंदते हुए निकल रहा है और जब वृद्ध का शव एक राहगीर ने देखा तो उसे सिर्फ कपडे और कपड़े में दबी टूटी फूटी हड्डिया ही दिखी. राहगीर ने फ़ौरन पुलिस को घटना के सम्बन्ध में जानकारी दी.

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मिली जानकारी के अनुसार सतना जिले के सोनवर्षा के 75 वर्षीय सम्पतलाल 17 फ़रवरी को अपने गाँव से ट्रैक्टर पर निकलें. रामनगर से उन्होंने बस पकड़ी, उन्हें रीवा के चोरहटा थानाक्षेत्र में अपनी बेटी के ससुराल बेटी से मिलने जाना था. लेकिन उनकी किस्मत में उनकी मुलाक़ात बेटी से होना नहीं लिखी थी. बस ने उन्हें शार्क इन के पास बाईपास में उतारा, अँधेरी रात थी और किसी वाहन ने उन्हें कुचल दिया. पूरी रात उनके शव के ऊपर से वाहनों का आना जाना लगा रहा, वाहन शव को रौंदते गए. मांस और अंग कुचले जाने के कारण सिर्फ उनके तन के कपड़े, कंबल और हडि्डयां बचीं. इस कारण दूसरे दिन के उजाले में भी इसी तरह उसे कुचलने का सिलसिला चलता रहा. खून देख लोग यही समझते रहे कि कोई जानवर कुचल गया होगा.

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कम्बल के पोटली में बाँध कर ले गए हड्डियां

वृद्ध अपने बेटी से मिलने जा रहा था. लेकिन उनकी यह मंशा पूरी हो पाती कि वे काल के गाल में समा गए. राहगीर की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची, वृद्ध के शरीर का एक भी अंग नहीं मिला, मिला तो सिर्फ कुचला हुआ कम्बल, उनके मटमैले कपडे और टूटी फूटी कुछ हड्डियां. पुलिस भी यह नजारा देख दंग रह गई. पोटली में बांधकर हडि्डयां लाई गईं. परिवार को जानकारी दे दी गई.

बाईपास में अँधेरा और वाहनों के फोकस लाइट के चलते होते हैं हादसे

दरअसल में इस बाईपास में ऐसे हादसे आए दिन होते हैं. चोरहटा से रतहरा के बीच बने इस बाईपास में घुप्प अँधेरा होता है. इसी अँधेरे में अक्सर लोग काल के गाल में समा जाते हैं या फिर लुटेरों का शिकार हो जाते हैं. बाईपास में रौशनी की कोई भी व्यवस्था नहीं है. साथ ही अधिकाँश वाहन चालक फोकस लाइट का इस्तेमाल करते हैं, जिसके चलते सामने से आ रहे व्यक्ति या वाहन चालक की आँखे चरमरा जाती हैं, और वे हादसे का शिकार हो जाते हैं.

टक्कर मारने वाले वाहन चालक का पता नहीं चला

बाद में बेटी सहित परिजन ने मृत संपतलाल की कपड़ों और कंबल के आधार पर शिनाख्त की. कपड़े और कंबल के साथ हडि्डयों को थाने लाया गया. अब पुलिस मामले की जांच कर रही है. जिस वाहन ने टक्कर मारी, उसका पता नहीं चला है.

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