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रीवा में कोरोना के नए स्ट्रेन की दस्तक? वैक्सीन के दोनों शॉट लगने के बाद भी SGMH के एक पूर्व एवं एक रिटायर्ड डीन का परिवार संक्रमित

Aaryan Puneet Dwivedi
28 March 2021 10:26 AM GMT
रीवा में कोरोना के नए स्ट्रेन की दस्तक? वैक्सीन के दोनों शॉट लगने के बाद भी SGMH के एक पूर्व एवं एक रिटायर्ड डीन का परिवार संक्रमित
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रीवा। रीवा में कोविड के नए स्ट्रेन (New COVID-19 Strain in Rewa) ने संभवत: दस्तक दे दी है। टीकाकरण भी कोविड को नहीं रोक पा रहा है। हालात बिगड़ रहे हैं। टीका लगवाने वाले दो डॉक्टरों की पूरी फैमिली चपेट में आ गई है। अस्पताल में भर्ती हैं। लोग नहीं मानें तो कुछ दिनों में रीवा की स्थिति भी भयावह होगी।

डॉक्टर और बेटा ने लगवाए थे वैक्सीन के दोनों डोज, फिर भी संक्रमित हुए

ब्रिटेन वाले स्ट्रेन की संभावनाएं, जांच के लिए दिल्ली और पुणे सैंपल भेजने के निर्देश

रीवा। रीवा में कोविड के नए स्ट्रेन (New COVID-19 Strain in Rewa) ने संभवत: दस्तक दे दी है। टीकाकरण भी कोविड को नहीं रोक पा रहा है। हालात बिगड़ रहे हैं। टीका लगवाने वाले दो डॉक्टरों की पूरी फैमिली चपेट में आ गई है। अस्पताल में भर्ती हैं। लोग नहीं मानें तो कुछ दिनों में रीवा की स्थिति भी भयावह होगी।

कोरोना संक्रमण फिर लौट आया है। इस मर्तबा इसकी रफ़्तार और आक्रामकता ज्यादा है। संभव है कि इस मर्तबा ब्रिटेन वाला स्ट्रेन ने ही रीवा में इंट्री मारी है। यदि ऐसा हुआ तो हालात सम्हालना मुश्किल होगा। लगातार रीवा में भी मरीजों की संख्या बढ़ रही है। लोगों ने लापरवाही में कोई कसर नहीं छोड़ी है। होली की खरीदी के लिए उमड़ी भीड़ लोगों के सेहत के लिए घातक हो सकती है।

यदि ऐसा हुआ तो होली के बाद इसके परिणाम भी समाने आने लगेंगे। कोरोना संक्रमण की दोबारा दस्तक ने मेडिकल कॉलोनी से ही शुरुआत की है। इस मर्तबा कोरोना के शिकार एक रिटायर्ड डीन और एक पूर्व डीन का परिवार हुआ है। दोनों ही परिवार संक्रमण से जूझ रहा है। डॉक्टरों की निगरानी में इलाज चल रहा है।

रीवा में कोरोना के नए स्ट्रेन की दस्तक? वैक्सीन के दोनों शॉट लगने के बाद भी SGMH के एक पूर्व एवं एक रिटायर्ड डीन का परिवार संक्रमित

परिवार के साथ मरीज भी जद में आए

दोनों डॉक्टरों के परिवार के सदस्य भी डॉक्टर ही हैं। ऐसे में इन डॉक्टरों ने कइयों का इलाज और आपरेशन भी किया है। बाहर से आए भी हैं। संजय गांधी अस्पताल में भी यह डॉक्टर रेग्युलर ड्यूटी पर रहे। एक संक्रमित डॉक्टर की बेटी का आपरेशन भी अस्पताल में हुआ है। ऐसे में इन संक्रमित डॉक्टरों के संपर्क में आने से कइयों पर खतरा मंडराने लगा है।

मरीजों पर भी ख़तरा

डॉक्टर के साथ ही मरीज भी लपेटे में आ सकते हैं। सबसे ज्यादा प्रभावित रिटायर्ड डीन के बेटे और बहू के संपर्क में आने वाले मरीज होंगे। बहू अग्रवाल नर्सिंग होम में आंखों का आपरेशन भी करती हैं। ऐसे में इस दौरान जितने भी मरीजों के आपरेशन किए होंगे और जांच की होंगी, सभी पर खतरा मंडराने लगा है। कोविड वैसीन लगी फिर भी संक्रमित पूर्व और रिटायर्ड डीन को कोविड वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है।

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इसके अलावा उनके परिवार के कुछ डॉक्टर सदस्यों को भी टीका लग चुका है। इसके बाद भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए हैं। ऐसे में उन सभी को सतर्क रहने की जरूरत है, जिन्होंने टीका लगवा लिया है। टीका लगवाने के बाद भी संक्रमण नहीं होगा, इसकी भूल खतरनाक हो सकती है।

20 पहुंचा आंकड़ा तो आजादी हो जाएगी खत्म

रीवा अब खतरे के निशान के करीब पहुंचते जा रहा है। आंकड़ा 15 तक पहुंच गया है। यदि यह संख्या 20 तक पहुंची की सरकारी पाबंदियां लगनी शुरू हो जाएगी। होली के लिए बाजार पूरी तरह से खुले हैं, लेकिन लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं। चेहरे पर मास्क नहीं लगा रहे हैं। कोरोना को लेकर यह लापरवाही रीवा की आजादी पर भारी पड़ सकती है।

जांच ही नहीं करा रहे

रीवा में वैसे तो जांच कराने वाले लोगों की संख्या कम है। फिर भी पॉजिटिव केस जांच की तुलना में अधिक ही आ रहे हैं। कई लोग जानबूझ कर जांच कराने अस्पताल तक पहुंच ही नहीं है। बीमारी को दबाए हुए हैं। यही वजह है कि ऐसे लोगों से भी खतरा बढ़ रहा है। सर्दी, जुकाम और खांसी से पीडि़त लोगों के संपर्क में आने से लोगों को बचना चाहिए। उनसे दूरी ही बना कर रखें।

नए स्ट्रेन को लेकर यह है आदेश

स्वास्थ्य सेवाएं ने नया सर्कुलर जारी किया है। इसमें साफ कहा है कि कोविड वक्सीनेशन के 2 डोज लगाए जाने के बाद भी कोविड 19 से फिर संक्रमित हो रहे हैं। ऐसे प्रकरणों में कोरोन वायरस के स्वरूप में बदलाव होना संभव है। सार्स कोवी 2 के संभावित नई प्रजाति में वायरस का बर्ताव, जेनेटिक कोड, म्युटेशन आदि पर अध्ययन के निर्देश हैं।

आदेश में कहा गया है कि वक्सीनशन वाले लोगों में यदि आईएलआई या एसएआरआई का लक्षण दिखे तो ऐसे मरीजों के पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर सैंपल लिए जाएं। उन्हें जांच के लिए एनसीउीसी दिल्ली और आईसीएमआर पूणे भेजा जाए। वहीं पर नए स्ट्रेन की जांच की जाएगी।

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