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Nupur Sharma के बयान के बाद गल्फ देशों में इंडियन प्रोडक्ट बैन! भारत को मुस्लिम देशों के आगे क्यों झुकना पड़ता है

Nupur Sharma के बयान के बाद गल्फ देशों में इंडियन प्रोडक्ट बैन! भारत को मुस्लिम देशों के आगे क्यों झुकना पड़ता है
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Nupur Sharma's statement On Muhammad: नूपुर शर्मा के विवादित बयान के बाद खाड़ी देश भारत को आंख दिखा रहे हैं फिर भी भारत अपना स्टैंड नहीं ले पा रहा है

Nupur Sharma's statement On Prophet Muhammad: भारतीय जनता पार्टी की प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने इस्लाम मजहब के संस्थापक के बारे कॉमेंट किया था, जिसके बाद देश के मुसलमानों ने बवाल काटा और विदेश के मुसलमानों सहित मुस्लिम देशों ने भारत को आंख दिखाना शुरू कर दिया, इस घटना के बाद कई मुस्लिम देशों में इंडियन प्रोडक्ट को बैन कर दिया गया है, पूरी दुनिया में भारत की किरकिरी हो रही है कि भारत जैसा देश जिसके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी है उसे गल्फ देशों के आगे घुटने टेकने पड़े हैं.

आखिर ऐसी क्या मजबूरी है कि भारत को मामूली बात में आँखें तरेरने वाले और इंडियन प्रोडक्ट को बॉयकॉट करने वाले देशों से भारत मित्रता बरकार रखना चाहता है जबकि यह देश भारत के खिलाफ वैश्विक स्तर में प्रचार-प्रसार कर रहे हैं.

गल्फ देशों पर भारत की निर्भरता

India's dependence on Gulf countries: भारत को गल्फ देशों के आगे इसी लिए झुकना पड़ता है क्योंकि ऐसे बहुत से कारण हैं जो भारत को किसी भी तरह मुस्लिम देशों से मित्रता बनाए रखने के लिए बाध्य कर देते हैं.

गल्फ देशों ने भारत कितना तेल और गैस आयात करता है

How much oil and gas does India import from Gulf Countries: भारत को हर दिन 5 मिलियन बैरल तेल की जरूरत होती है, जिसका 60% हिस्सा खाड़ी देशों से आयात किया जाता है. जितने मुस्लिम देश हैं ये तो एक हो जाते हैं और अगर भारत में आयात-निर्यात का प्रतिबंध लगा देते हैं तो सबसे ज़्यादा नुकसान भारत को ही होगा। इसी लिए भारत खाड़ी देशों के रिश्ते को लेकर सेंसटिव है

खाड़ी देशों में कितने भारतीय रहते हैं

How many Indians live in gulf countries: भारत से नौकरी के लिए हर साल लाखों लोग गल्फ देशों की तरफ भागते हैं, सिर्फ 9 गल्फ देशों में ही 90 लाख भारतीय रहते हैं, UAE में 35 लाख, सऊदी अरब में 30 लाख कुवैत में 10 लाख, ओमान में 7.8 लाख, कतर में 7.4 लाख, बहरीन में 3.2 लाख, जॉर्डन में 2.1 लाख इराक में 1.8 लाख और लेबनान में 90 हज़ार से ज़्यादा भारतीय काम और कारोबार करते हैं. इन देशों ने भारतीय लोगों को निकालना शुरू कर दिया तो कोई भी भारत का साथ नहीं देगा और देश में बहुत बड़ा संकट पैदा हो जाएगा

गल्फ देशों से भारत में कितना पैसा आता है

How much money comes to India from gulf Countries: गल्फ देशों में रहने वाले भारतीय यहां खूब पैसा कमाकर भेजते हैं, इसी लिए भारत के लिए गल्फ देशों से रिश्ते खराब करना बड़ा नुकसान देने वाला सौदा होगा। साल 2019-20 में गल्फ देशों में रहने वाले भारतीय लोगों ने 6.38 लाख करोड़ रुपए से ज़्यादा पैसा भारत भेजा था, जिसमे से 53% तो सिर्फ UAE, सऊदी अरब, कतर, कुवैत और ओमान से आया था.

गल्फ देशों के साथ भारत कितना आयात-निर्यात करता है

How much does India import and export with Gulf Countries: UAE, कतर और सऊदी अरब भारत के बड़े ट्रेडिंग पार्टनर हैं, अमेरिका के बाद UAE ही है जीससे भारत सबसे ज़्यादा बिज़नेस करता है. पिछले साल भारत और संयक्त अरब अमीरात के बीच 5.66 लाख करोड़ रुपए का बिज़नेस हुआ था जिसमे भारत ने UAE को 2.20 लाख करोड़ का माल बेचा था वहीं सऊदी अरब भारत का चौथा सबसे बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर है दोनों देशों के बीच सालाना 3.33 लाख करोड़ का बिज़नेस होता है.

नूपुर शर्मा के बयान का बतंगड़ बनाने वाले संगठित मुस्लिम देश भारत पर दवाब बना रहे हैं, और भारत आंख तरेरने वाले देशों से मित्रता बनाए रखना चाहता है जिसकी वजह वही है जो ऊपर आपको बताई गई है. नूपुर शर्मा ने पैगम्बर मुहम्मद को लेकर क्या कॉमेंट किया था और Nupur Sharma Comment On Muhammad Video देखने के लिए यहां क्लिक करें




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