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मध्यप्रदेश
सीधी: 25 सितंबर को वीथिका भवन सीधी में किसान करेंगे विरोध आंदोलन
Aaryan Dwivedi
16 Feb 2021 12:03 PM IST
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सीधी: 25 सितंबर को वीथिका भवन सीधी में किसान करेंगे विरोध आंदोलन सीधी किसान बिल पर सीधी जिले के किसान संगठन ने कहा कि मोदी सरकार ने जिस
सीधी: 25 सितंबर को वीथिका भवन सीधी में किसान करेंगे विरोध आंदोलन
सीधी (विपिन तिवारी ) । किसान बिल पर सीधी जिले के किसान संगठन ने कहा कि मोदी सरकार ने जिस तरह से तमाम लोकतान्त्रिक परंपराओं और प्रक्रियाओं को ठेंगा दिखाते हुए देश की खाद्य सुरक्षा को खतरे में डालने वाले एवं खेती पर से किसानों को हटाकर कॉर्पोरेट्स के हवाले करने वाले अध्यादेशों को पारित कराया है उसके कारण किसानों की लड़ाई अब खेती बचाओ-लोकतंत्र बचाओ- देश बचाओ की हो गई है। किसान संगठनों के साथ देश के सभी श्रमिक संगठनों और नौजवानों ने भी इस संघर्ष में भागीदारी का ऐलान किया है। इसलिये आगामी 25 सितम्बर को किसान विरोधी कानूनों के खिलाफ मध्यप्रदेश में विरोध आंदोलन करने का फैसला अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति की बैठक में किया गया है।मैहर: नवरात्रि में शारदा देवी के दर्शन को लेकर आई बड़ी खबर, कलेक्टर ने दिए ये निर्देश..
मध्यप्रदेश के किसानों का व्यापक प्रतिनिधित्व करने वाले किसान संगठनों की ऑनलाइन बैठक में इस आंदोलन की चरणबद्ध रुपरेखा तय की गई। बैठक में मेधा पाटकर, डॉ सुनीलम, बादल सरोज, अरविन्द श्रीवास्तव, उमेश तिवारी, रामनारायण कुररिया, प्रह्लाद बैरागी, डीडी वासनिक,संदीप ठाकुर, दिलीप पाटीदार, धमेंद्र लोधी, राहुल राज आदि इस बैठक में उपस्थित थे। बैठक में वक्ताओं ने बताया कि चुनाव प्रचार में तो भाजपा किसान की आमदनी दोगुनी करने का जुमला उछाल रही थी परंतु राज्यसभा से जबरन ध्वनिमत से पारित कराये गए ये विधेयक किसान को समर्थन मूल्य से भी वंचित कर देंगे और मंडी विहीन खुले बाजार में किसानों को बंधुआ मजदूर बना देंगे। इसी तरह खेती में कॉर्पोरेट कंपनियों को प्रवेश देकर यह सरकार निलहे अंग्रेज साहबों के युग को वापिस लेकर आ रही है। उन्होंने कहा कि जाहिर है इन कानूनों के लागू होने से देश के किसान बर्बाद होंगे और उनके बड़ी संख्या में खेती छोड़ने से देश की खाद्य सुरक्षा और अंततः संप्रभुता खतरे में पड़ सकती है। वास्तव में यही मोदी सरकार का एजेंडा है जिसे देश के किसान कभी सफल नही होने देंगे। इसलिये देश भर के तमाम किसान संगठनों ने 25 सितम्बर को राष्ट्रव्यापी किसान आंदोलन का शंखनाद किया है।मास्क न पहनने वाले बयान पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मांगी माफ़ी
सीधी में आंदोलन की रूपरेखा तय करने हुई बैठक
इस आंदोलन के तहत सीधी में किये जाने वाले आंदोलन की रूपरेखा और स्वरूप तय करने हेतु बैठक की गई।बैठक की अध्यक्षता का. बादल सरोज संयोजक, अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति मध्यप्रदेश ने की तथा विशिष्ठ अथिति के रूप में का. रामनारायण कुरारिया प्रदेश अध्यक्ष अखिल भारतीय किसान सभा मध्य प्रदेश मौजूद रहे। बैठक में निर्णय किया गया कि 25 सितम्बर को 12 बजे से सीधी में कलेक्ट्रेट के पास स्थित वीथिका भवन में किसान, श्रमिक, नौजवान इकट्ठा हो कर प्रतिरोध आयोजित करेंगे। बैठक में अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति ने प्रदेश के सभी किसानों, खेतिहर श्रमिकों, किसान संगठनों, व्यापारियों एवं जनता के सभी तबकों से 25 सितंबर के देशव्यापी किसान प्रतिरोध को सफल बनाने हेतु सहयोग करने का आव्हान किया गया। बैठक में प्रमुख रूप से उमेश तिवारी, सुंदर सिंह, राजकुमार तिवारी शिवकुमार सिंह, बलराज सिंह, श्यामलाल सिंह, कमलेश यादव, सूर्यवाली सिंह, सर्वजीत सिंह, महेश सिंह, भूपेंद्र कुसवाहा, विजय सिंह, रोहित तिवारी, गंगा द्विवेदी, श्रीपाल सिंह, बलजीत सिंह, महेस साकेत, दुर्घट साकेत आदि उपस्थित रहे।मास्क न लगाने से क्या होता है? अपने ही बयान पर गृहमंत्री ने माफ़ी मांगी, लोगों से मास्क पहनने की अपील की…
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