मध्यप्रदेश

सिंगरौली: गुस्साए ग्रामीणों ने 24 घंटे बाद फंदे से शव बाहर निकाला, पढ़िए

Aaryan Dwivedi
16 Feb 2021 6:31 AM GMT
सिंगरौली: गुस्साए ग्रामीणों ने 24 घंटे बाद फंदे से शव बाहर निकाला, पढ़िए
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सिंगरौली: गुस्साए ग्रामीणों ने 24 घंटे बाद फंदे से शव बाहर निकाला, पढ़िए सिंगरौली बरका पुलिस चौकी के समीपस्थ ग्राम धौहनी निवासी एक 55

सिंगरौली: गुस्साए ग्रामीणों ने 24 घंटे बाद फंदे से शव बाहर निकाला, पढ़िए

सिंगरौली (विपिन तिवारी )। बरका पुलिस चौकी के समीपस्थ ग्राम धौहनी निवासी एक 55 वर्षीय अधेड़ का शव जंगल के पेड़ में लटकता देखा गया। अधेड़ की पहचान कर ग्रामीणो ने इसकी सूचना पुलिस को दी। जहां शनिवार देर शाम पुलिस घटना स्थल पहुंच शव को पेड़ की डाली के फंदे से शव उतारने का प्रयास किया लेकिन ग्रामीणो ने मना कर दिया। आज करीब 24 घंटे बाद ग्रामीणो के रजामंदी बाद पुलिस ने शव को फांसी के फंदे से नीचे उतारा।
मामला सरई थाना क्षेत्र के ग्राम धौहनी निवासी 55 वर्षीय अधेड़ छोटेलाल अगरिया का शव गांव के ही समीपस्थ जंगल के पेड़ की डाली में फांसी के फंदे पर लटकता देख ग्रामीणो ने इसकी जानकारी बरका चौकी पुलिस को दी। ग्रामीणो के अनुसार मृतक का पैर जमीन पर था हत्या की आशंका जताते हुये फांसी के फंदे से उतारने के लिये पुलिस को मना कर दिये। रात भर पुलिस एवं ग्रामीण रतजगा कर घटना स्थल पर मौजूद रहे।
पुलिस लगातार शव को फांसी के फंदे से उतारनेे के लिये समझाईश देती रही लेकिन ग्रामीण एवं परिजन पुलिस की एक भी बात सुनने को तैयार नही थे। रात किसी तरह कट गयी लेकिन रविवार की सुबह होते ही फिर से ग्रामीण उक्त घटना की निष्पक्ष जांच कराने के लिये अड़ गये। पुलिस मानमन्नौवल के लिये संघर्ष करती रही। फिर भी रविवार को ग्रामीण उनकी बात को अनसुनी करते हुये सरई-सीधी के धौहनी मुख्य मार्ग में चका जाम कर दिया।

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गुस्साए ग्रामीणो ने सड़क में पेड़ो की डालियां व पत्थर रखकर पूरी तरह मार्ग को जाम कर बरका पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दिये। ग्रामीणो की यह मांग थी कि यहां पूर्व में ऐसी कई घटनाएं घट चुकी है। मामला जांच के बाद रफा-दफा कर दिया जाता है। मौके पर एसडीओपी देवसर आशुतोष द्विवेदी,सरई टीआई शंखधर द्विवेदी,निवासी चौकी प्रभारी संदीप नामदेव,निगरी चौकी प्रभारी शीतला यादव,बरका चौकी प्रभारी खेलन सिंह सहित भारी संख्या में चौकी व थाने की पुलिस पहुंच मोर्चा संभाल लिया। ग्रामीणों के आवेश,गुस्से को देख बरका पुलिस भी बैक फुट पर रही। अंतत: जब एसडीओपी व टीआई ने निष्पक्ष जांच कराने का भरोसा दिया तब कही 24 घंटे बाद फांसी के फंदे से शव को उतारने के लिये ग्रामीणो ने इजाजत दी।

ग्रामीणो ने कहा छोटेलाल की हुई है हत्या

धौहनी में चका जाम में शामिल कई ग्रामीणो ने बरका पुलिस पर घटनाओं में लीपापोती करने का गंभीर आरोप मढ़ दिया। ग्रामीणो का आरोप था कि इस चौकी क्षेत्र में पूर्व में भी कई ऐसी घटनाएं हुयी लेकिन पुलिस ने निष्पक्ष जांच नही की। जिसके चलते आरोपियों के हौसले बुलंद होते जा रहे है। ग्रामीणो ने कहा कि छोटेलाल एक साधारण सज्जन व्यक्ति था वह आत्महत्या कैसे कर सकता है। पेड़ की डाली में जहां वह फंासी पर है उसका पैर जमीन पर है,ऐसे किसी की मौत नही हो सकती है। कहीं न कहीं किसी अज्ञात व्यक्ति ने हत्या कर पेड़ के डाली में फांसी के फंदे पर लटका दिया है।

3 घंटे तक जाम रहा सीधी मार्ग

जानकारी के मुताबिक धौहनी गांव के गुस्साएं ग्रामीणो ने मुख्य मार्ग पर चका जाम करते हुये शव को फांसी के फंदे से उतारवाने से मना कर दिया। उनकी एक ही मांग थी कि घटना की निष्पक्ष जांच हो। करीब 3 घंटे से अधिक समय तक ग्रामीणो ने सड़क मार्ग को जाम कर विरोध प्रदर्शन किया। एसडीओपी व टीआई के समझाईश के बाद ही मामला किसी तरह शांत हुआ.

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इनका कहना है

छोटेलाल अगरिया का शव फांसी के फंदे पर लटकता मिला है। परिजन व ग्रामीण हत्या का संदेह जता रहे है। मौके पर पुलिस पहुंच घटना स्थल का निरीक्षण करते हुये शव का पंचनामा कराकर निष्पक्ष जांच कराने का आश्वासन दिया गया है। ग्रामीणो की यही मांग थी कि घटना की निष्पक्ष जांच हो।
आशुतोष द्विवेदी, एसडीओपी देवसर

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