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Jamun Seed Beneficial in Diabetes:डायबिटीज में कैसे फायदेमंद है जामुन की गुठली? जानें सही तरीका

Jamun Seed Beneficial in Diabetes:डायबिटीज में कैसे फायदेमंद है जामुन की गुठली? जानें सही तरीका
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जामुन के बीज को डायबिटीज में फायदेमंद माना जाता है, लेकिन क्या यह वाकई शुगर लेवल नियंत्रित करता है? एक्सपर्ट से जानें इसके फायदे, नुकसान और सेवन का सही तरीका।

जामुन के बीज और डायबिटीज: क्या है सच्चाई?

डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसमें शरीर इंसुलिन का सही इस्तेमाल नहीं कर पाता, जिससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है। आजकल हेल्थ एक्सपर्ट्स शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए दवाओं के साथ-साथ लाइफस्टाइल में बदलाव और खानपान पर खास ध्यान देने की सलाह देते हैं। कई बार कुछ चीज़ों को डाइट में शामिल करना ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने के लिए फायदेमंद माना जाता है। इन्हीं में से एक हैं जामुन के बीज या जामुन की गुठली। आपने भी अक्सर सुना होगा कि जामुन की गुठली खाने से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रहता है। लेकिन क्या यह वाकई सच है? आइए जानते हैं विशेषज्ञों से।

विशेषज्ञ क्या कहते हैं?

सर्वोदय हॉस्पिटल, ग्रेटर नोएडा वेस्ट में कंसल्टेंट इंटरनल मेडिसिन, डॉक्टर स्वप्निल शिखा ने एक रिपोर्ट से बातचीत में बताया, "जामुन का ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत कम होता है (लगभग 25-30), जिससे यह धीरे-धीरे शुगर रिलीज़ करता है और ब्लड शुगर को अचानक बढ़ने नहीं देता है। यह फल फाइबर से भरपूर होता है, जो शुगर लेवल को कंट्रोल रखने में भी असर दिखाता है। इसके अलावा, जामुन में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करते हैं, जिससे डायबिटीज की स्थिति में सुधार होता है।"

क्या जामुन की गुठली खाना फायदेमंद है?

डॉक्टर स्वप्निल शिखा बताती हैं, "जामुन की गुठली में जम्बोलिन नाम का एक तत्व पाया जाता है, जो शुगर को सोखने और उसे रक्त में जाने से रोकने में मदद कर सकता है। कुछ शोध रिपोर्टें भी बताती हैं कि जामुन की सूखी गुठली का पाउडर बनाकर सुबह खाली पेट पानी के साथ लेने से ब्लड शुगर को कंट्रोल रखने में मदद मिल सकती है।" लेकिन इसे लेते समय एक खास बात पर ध्यान देना बेहद ज़रूरी है।

इस गलती से बिगड़ सकती है सेहत

डॉक्टर स्वप्निल शिखा चेतावनी देती हैं, "कई लोग यह मान लेते हैं कि जामुन और इसकी गुठली का ज़्यादा सेवन करने से डायबिटीज पूरी तरह ठीक हो जाएगी। हालांकि, यह एक खतरनाक गलतफहमी है।" जामुन में प्राकृतिक शुगर भी होती है। ऐसे में अगर इसे ज़्यादा मात्रा में खाया जाए (जैसे एक बार में 20-25 जामुन), तो यह ब्लड शुगर को बढ़ा सकती है। इसी तरह, गुठली का पाउडर भी सीमित मात्रा (लगभग आधा चम्मच) में ही लिया जाना चाहिए और डॉक्टर की सलाह के बिना किसी भी हर्बल सप्लीमेंट का सेवन नहीं करना चाहिए।

सेवन का सही तरीका और समय

डॉक्टर लंच या किसी भारी भोजन के बीच मिड-डे स्नैक के तौर पर आधा चम्मच जामुन की गुठली का पाउडर खाने की सलाह देती हैं। इससे ज़्यादा मात्रा में यह पाउडर लेने से बचें। डॉक्टर बताती हैं कि जामुन और इसकी गुठली डायबिटीज रोगियों के लिए फायदेमंद हो सकती है, बशर्ते इनका सेवन सीमित मात्रा में और सही तरीके से किया जाए। साथ ही, यह ध्यान रखें कि जामुन या इसकी गुठली कोई दवा नहीं है, बल्कि एक सपोर्टिव फूड है। इसका इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह के साथ करें और कभी भी इसे अपनी दवाइयों का विकल्प नहीं बनाएं।

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। रीवा रियासत इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

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